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प्रदेश में मिले स्वाइन फ्लू के 12 नए केस, अब तक मिले 49 केस जिसमें 22 अब भी एक्टिव, जाने इसके लक्षण पहचानने के तरीके

प्रदेश में मिले स्वाइन फ्लू के 12 नए केस, अब तक मिले 49 केस जिसमें 22 अब भी एक्टिव, जाने इसके लक्षण पहचानने के तरीके
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CG Swine Flu

By NPG News

रायपुर । छतीसगढ़ में राखी के दिन ही स्वाइन फ्लू के 12 नए मरीज मिले हैं। जिनमे सर्वाधिक रायपुर के है। अब तक प्रदेश में स्वाइन फ्लू के 49 मरीज मिल चुके हैं। जिनमे 22 अब भी एक्टिव है। अधिकतर मरीज रायपुर के अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं।

स्वास्थ्य विभाग ने स्वाइन फ्लू के 12 नए केसों की पुष्टि की है। जिनमे 4 मरीज रायपुर के है। तीन मरीज रायगढ़, दो मरीज राजनांदगांव, धमतरी,बस्तर व कोरबा से एक एक मरीज मिले हैं। प्रदेश में अब तक 13 जिलो में स्वाइन फ्लू के मरीज मिल चुके हैं। जिनमे सर्वाधिक 18 मरीज रायपुर के है। जिनमे से 11 स्वस्थ्य भी हो चुके हैं। दुर्ग में मिले 8 मरीजो में से एक ही स्वस्थ्य हुआ है। वही रायगढ़ में मिले सभी 5 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। राजनांदगांव में मिले 5 में से 4 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं। सर्वाधिक मरीज रायपुर के अस्पतालों में इलाज करवा रहे हैं। यहां उड़ीसा का भी एक स्वाइन फ्लू का मरीज भर्ती हैं।

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बरसाती मौसम के चलते स्वाइन फ्लू का संक्रमण फैलता जा रहा है। डॉक्टरों के अनुसार एक माह पहले से ही स्वाइन फ्लू के मरीज मिल रहे हैं पर रिपोर्ट आने के बाद ही इसकी पुष्टि हो पाती है और रिपोर्ट आने में देर लगती है जिसके कारण पुष्टि देर से हो पा रही है। लक्षण दिखते ही टेस्ट करने के निर्देश अधिकारियों ने दिए हैं। सात अगस्त को स्वाइन फ्लू के दो पीड़ित बच्चे मिले थे। इनमे से कवर्धा के एक बच्ची की उम्र 4 वर्ष व बालोद के बच्ची की उम्र 3 वर्ष थी। कवर्धा के चार वर्षीय बच्ची की मौत इलाज के दौरान हो गई थी। डॉक्टरों का कहना है कि संक्रमण के चलते बच्ची के फेफड़ो में निमोनिया फैल गया था। जिसके चलते बच्ची के फेफड़ो ने काम करना बंद कर दिया था। तो वही बालोद की बच्ची का इलाज जारी है।

क्या है स्वाइन फ्लू क्या है इसके लक्षण:-

स्वाइन फ्लू h1 n1 इन्फ्लूएंजा वायरस की वजह से होता है जो सुअरों में पाया जाता है। जिसका प्रसार अब इंसानों में भी हो गया है। सामान्य सर्दी बुखार जहां तीन से पांच दिन में ठीक हो जाता है तो वही इसमें यह लंबा चलता है। इससे श्वसन तंत्र को नुकसान पहुँचता है। जिसके चलते छोटे बच्चे, बुजुर्गों, गर्भवती महिलाओं व दिल फेफड़ो,रक्तचाप,किडनी कैन्सर से जूझ रहे मरीजो के लिए यह खतरनाक है।

इसके लक्षणों के पहचान करने का तरीका है कि 3 दिनों से अधिक बुखार हो,गले मे खरास हो, सांस लेने में तकलीफ हो,नाक से पानी आ रहा हो, या नाक पूरी तरह बंद हो गई हो,थकान, भूख में कमी,कमज़ोरी, उल्टी जैसे लक्षण दिखाई दे तो यह स्वाइन फ्लू वायरस के संकेत है। इन लक्षणों वाले मरीजो को तुरंत डॉक्टरों से संपर्क कर अपना टेस्ट करवाना चाहिये।

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