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10 October: जानिए क्यों मनाया जाता है 'वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे', जानें इतिहास और महत्व, खुद को इस तरह से रखें तनावमुक्त

हर साल 10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे यानि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। आज हम जानेंगे कि सबसे पहले इस दिन को कब मनाया गया था। इसका इतिहास और महत्व क्या है?

10 October: जानिए क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे, जानें इतिहास और महत्व, खुद को इस तरह से रखें तनावमुक्त
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By Pragya Prasad

World Mental Health Day: 10 अक्टूबर को हर साल वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे यानि विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मनाया जाता है। आज की तनाव भरी जिंदगी में अधिकतर लोग मानसिक स्वास्थ्य की समस्या से परेशान हैं। ऐसे में इस दिन का महत्व और अधिक बढ़ जाता है। आज हम आपको बताएंगे कि सबसे पहले इस दिन को कब मनाया गया था। इसका इतिहास और महत्व क्या है?

इस साल विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की थीम "कार्यस्थल पर मानसिक स्वास्थ्य" है। वर्ल्ड फेडरेशन फॉर मेंटल हेल्थ ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस की शुरुआत 10 अक्टूबर 1992 को की थी। तनाव से भरी जीवनशैली में बिगड़ते मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा करने के लिए इस दिन को मनाया जाता है।

ज्यादा भौतिकवादी होना भी इंसान को करता है तनावग्रस्त

मानसिक स्वास्थ्य हर इंसान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है, इसलिए मानसिक स्वास्थ्य के खराब होने को किन उपायों से बचाया जा सकता है, वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर इस विषय पर भी चर्चा की जाती है। आज की लाइफस्टाइल बेहद थकाऊ है। लोग मशीन बनकर रह गए हैं और परिवार और समाज से धीरे-धीरे कटते जा रहे हैं। पैसा कमाने की टेंशन, समाज में प्रतिष्ठा पाने की टेंशन, ज्यादा से ज्यादा भौतिकवादी होना इंसान को तनावग्रस्त कर रहा है और इससे मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ रहा है। लोग तनाव और अवसाद में जा रहे हैं।


वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर होता है तनावमुक्ति पर कई कार्यक्रमों का आयोजन

10 अक्टूबर को वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे पर पूरी दुनिया के सरकारी और गैर सामाजिक संगठन तनावमुक्ति पर कई कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं। तनाव से कई समस्याएं पैदा होती हैं, जैसे- सिरदर्द, माइग्रेन, हार्ट अटैक, ब्लड प्रेशर, चिड़चिड़ापन वगैरह।

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस का महत्व

विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस मेंटल हेल्थ के बारे में खुली चर्चा को प्रोत्साहित करता है, क्योंकि आज भी इस पर बात करना एक टैबू माना जाता है। आज भी कई लोग इस विषय पर बात करते वक्त असहज महसूस करते हैं और वे अपने डिप्रेशन को लेकर चर्चा नहीं करते। किसी के तनाव या अवसाद को छिपाकर रखा जाता है, क्योंकि समाज इसे अच्छी नजरों से नहीं देखता। लेकिन आज के समय से जिस तरह से मेंटल हेल्थ पर बुरा असर पड़ रहा है, इससे लोग अब थोड़ा-बहुत इसे लेकर खुलने लगे हैं। वर्ल्ड मेंटल हेल्थ डे मानसिक स्वास्थ्य के लिए पहल को बढ़ावा देने के लिए एक मंच के रूप में काम करता है।

तनावमुक्त रहने के लिए इन उपायों को करें फॉलो

  • पर्याप्त नींद लें। इससे आप खुद को स्ट्रेस फ्री पाएंगे।
  • जब भी किसी बात का तनाव होने लगे, तो सोचें कि ये वक्त भी बीत जाएगा, क्योंकि दुनिया में कुछ भी स्थायी नहीं है। सुख के बाद दुख और दुख के बाद सुख आता रहता है।
  • संतुलित आहार लें। भोजन में हरी पत्तेदार सब्जियां, टमाटर, नट्स, सीड्स, केला, नारियल को शामिल करें। जंक फूड से बचें।
  • योगा, मेडिटेशन और व्यायाम करें। हर दिन कम से कम 15 मिनट तक ध्यान जरूर करें, इससे आपका तनाव दूर होगा।
  • जॉगिंग, स्वीमिंग, साइकिलिंग करें।
  • बहुत तनाव हो, तो अपना मनपसंद काम करें। जैसे- संगीत सुनना, फिल्म देखना, डांस करना या आपकी कोई भी हॉबी जिसमें आपको खुशी मिलती हो।
  • अच्छी, सकारात्मक और मोटिवेट करने वाली किताबें पढ़ें। प्रेरणादायी व्यक्तित्व की जीवनी पढ़ें।
  • हरी-भरी वादियों में जाएं। प्रकृति के साथ समय बिताएं या किसी मनपसंद जगह पर घूम आएं।
  • बहुत तनाव हो तो अकेला नहीं रहें। परिवार और दोस्तों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं।
  • लैवेंडर या नीलगिरी की सुगंध लेने से चिंता कम होती है।
  • लाइफस्टाइल को संतुलित करें। बुराईयों से दूर रहें। चाय-कॉफी, शराब, धूम्रपान से दूर रहें।

Pragya Prasad

पत्रकारिता के क्षेत्र में काम करने का लंबा अनुभव। दूरदर्शन मध्यप्रदेश, ईटीवी न्यूज चैनल, जी 24 घंटे छत्तीसगढ़, आईबीसी 24, न्यूज 24/लल्लूराम डॉट कॉम, ईटीवी भारत, दैनिक भास्कर जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम करने के बाद अब नया सफर NPG के साथ।

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