Begin typing your search above and press return to search.

अच्छी खबर: कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी वैक्सीन करेगी काम, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा- छह महीने बाद दैनिक मामलों की संख्या 17 हजार से कम हुई

अच्छी खबर: कोरोना के नए स्ट्रेन के खिलाफ भी वैक्सीन करेगी काम, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा-  छह महीने बाद दैनिक मामलों की संख्या 17 हजार से कम हुई
X
By NPG News

नईदिल्ली 29 दिसंबर 2020. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ बन रही वैक्सीन ब्रिटेन में पाए गए वायरस के नए स्ट्रेन से लड़ने में सक्षम है।महामारी कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन ने चिंता बढ़ा दी है। भारत में भी इसकी एंट्री हो गई है। देश में कोरोना वायरस के नए स्ट्रेन के कुल 6 केस मिले हैं। इस बीच, स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि कोरोना की वैक्सीन नए स्ट्रेन पर भी प्रभावी होगी। लोगों को नए स्ट्रेन से घबराने की जरूरत नहीं है। भारत सरकार के प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार प्रो के विजय राघवन ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि वैक्सीन यूके और दक्षिण अफ्रीका में पाए जाने वाले वेरिएंट के खिलाफ काम करेंगी. इस बात के कोई सबूत नहीं हैं कि वर्तमान वैक्सीन इन कोरोना वेरिएंट्स से बचाने में नाकाम रहेंगी।

छह माह बाद दैनिक मामले 17 हजार से कम
भूषण ने कहा कि लिंग के आधार पर कोरोना के मामलों का विश्लेषण करें दो कुल मामलों के 63 फीसदी पुरुष और 27 फीसदी महिलाएं थीं। आयु के हिसाब से आठ फीसदी मामले 17 साल से कम, 13 फीसदी मामले 18-25 वर्ष, 39 फीसद 26-44 वर्ष, 26 फीसदी 45-60 वर्ष और 14 फीसदी मामले 60 वर्ष आयु से अधिक के थे।

राजेश भूषण ने कहा कि कोरोना के खिलाफ जंग में हमने अहम उपलब्धि हासिल की है। छह महीने बाद अब कोरोना कै दैनिक मामले 17 हजार से कम रह गए हैं और दैनिक मृत्यु के मामलों की संख्या भी 300 से कम हो गई है। 55 फीसदी मामलों में मृतक की आयु 60 वर्ष या अधिक रही है और 70 फीसदी मृत्यु पुरुष मरीजों की हुई है।

केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि INSACOG एक महत्वपूर्ण विकास की स्थापना है, जो देश भर में सरकार की 10 प्रयोगशालाओं का एक संघ है जो कोरोना के जीनोम अनुक्रमण के साथ-साथ उस वायरस के किसी भी प्रकार का अनुक्रमण करता है। ये प्रयोगशालाएं आईसीएमआर, बायोटेक इंडिया, सीएसआईआर से संबंधित हैं।

Next Story