अच्छी खबर: Loan लेने वालों के लिए राहत, रेपो रेट में कोई बदलाव नहीं… RBI की मौद्रिक नीति का ऐलान
नईदिल्ली 5 फरवरी 2021. बजट 2021-22 के बाद आज पहली बार भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने नई क्रेडिट पॉलिसी का एलान कर दिया है. रिजर्व बैंक ने ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं किया है. प्रमुख ब्याज दर रेपो रेट 4 फीसदी पर स्थिर रखने की घोषणा की है. आरबीआई की मौद्रिक नीति समिति यानी एमपीसी की बैठक में लिए गए फैसलों की घोषणा करते हुए दास ने कहा कि देश की आर्थिक विकास की संभावनाओं में काफी सुधार हुआ है और महंगाई दर 6 फीसदी के नीचे आई है. उन्होंने कहा कि महंगाई दर 4 फीसदी के बैंड के नीचे लौट चुकी है.
GDP 10.5 फीसदी रहने का अनुमान
RBI गवर्नर ने कहा कि महंगाई दर 4 फीसदी के बैंड के नीचे लौट चुकी है. आरबीआई गवर्नर ने 2021-22 में देश की आर्थिक विकास दर यानी जीडीपी वृद्धि दर 10.5 फीसदी रहने का अनुमान लगाया है. उन्होंने कहा कि 2020 में हमारे सामर्थ्य की परीक्षा हुई और 2021 में नए आर्थिक युग का निर्माण हो रहा है.
आरबीआई पिछले साल फरवरी माह से रेपो दर में 1.15 फीसदी की कटौती कर चुका है. अर्थशास्त्रियों के मुताबिक, उपभोक्ता मूल्य सूचकांक में दिसंबर 2020 में मुद्रास्फीती नीचे आने के बावजूद अब तक रुख नरम नहीं हुआ है. आम बजट में राजकोषीय घाटे का लक्ष्य 6.8 फीसदी रखा गया है. इसका अभिप्राय है कि सरकार को अधिक कर्ज लेना होगा. ऐसे में आरबीआई के लिए नरम ब्याज दर का रुख लंबे समय तक रखना चुनौतीपूर्ण होगा.
हालांकि, कंपनी जगत को मौद्रिक नीति समिति से मजबूत आर्थिक वृद्धि दर के लिए जरूरी कदम उठाये जाने की उम्मीद है. साथ ही कंपनी जगत ने उम्मीद जतायी है कि अर्थव्यवस्था में पर्याप्त ऋण की उपलब्धता सुनिश्चित करने का उपाय आरबीआई करेगी. बता दें कि रेपो रेट वो रेट है जिस पर बैंक भारतीय रिजर्व बैंक से कर्ज लेते हैं. बैंक इस लोन पर आरबीआई को जिस दर पर ब्याज चुकाते हैं, उसे रेपो रेट कहा जाता है.