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पूर्व IPS बने मंत्री : ……जो इस्तीफा देकर नेता बने वो IPS ताकते रह गये…..जो रिटायरमेंट के बाद पार्टी में शामिल हुए उन्हें विधायक भी बनाया और मंत्री भी…….इन दो IPS की खूब हो रही है चर्चा

पूर्व IPS बने मंत्री : ……जो इस्तीफा देकर नेता बने वो IPS ताकते रह गये…..जो रिटायरमेंट के बाद पार्टी में शामिल हुए उन्हें विधायक भी बनाया और मंत्री भी…….इन दो IPS की खूब हो रही है चर्चा
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By NPG News

पटना 10 फरवरी 2021। दो पूर्व IPS इन दिनों खूब चर्चा में हैं। ….दरअसल एक ही बैच के दो पूर्व IPS अफसरों में बिहार सरकार में मंत्री पद के दावेदार थे….कमाल ये रहा कि जो नौकरी से इस्तीफा देकर JDU में शामिल हुए, उन्हें ना तो विधायकी मिली और ना ही मंत्री पद…..लेकिन जो रिटायरमेंट के 29 दिन बाद JDU में शामिल हुए उन्हें ना सिर्फ पार्टी ने विधायक बनाया, बल्कि अब उन्हें मंत्री पद की भी जिम्मेदारी दी गयी है। यहां बात हो रही है 1987 बैच के IPS अफसर सुनील कुमार और गुप्तेश्वर पांडेय की।

बुधवार नीतीश कैबिनेट का विस्तार किया गया था, जिसमें बीजेपी कोटे से 9 और जेडीयू कोटे से 8 मंत्रियों ने शपथ ली थी। जेडीयू कोटे से मंत्री विधायक सुनील कुमार का नाम इस लिस्ट में बेहद चर्चा में रहा। सुनील कुमार ने 6 महीने पहले ही पुलिस सेवा से रिटायर होने के बाद के जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की थी। अब उन्हें नीतीश कुमार ने मंत्री बना दिया है। जबकि, उनके बैच के ही के अधिकारी रहे पूर्व डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय देखते ही रह गए।

दरसल, सुनील कुमार बिहार पुलिस के एडीजी रहे हैं। साथ ही उनकी गिनती तेज तर्रार आईपीएस अधिकारियों होते रही है। वह बिहार पुलिस में कई ऊंचे ओहदे पर रहे हैं। 1987 बैच के आईपीएस सुनील कुमार पुलिस की नौकरी से 31 जुलाई 2020 को रिटायर हुए थे। रिटायर होने के 29 बाद यानी 29 अगस्त 2020 को उन्होंने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण की थी। वह पटना में सांसद ललन सिंह की मौजूदगी में जेडीयू में शामिल हुए थे। जेडीयू में शामिल होने के 3 महीने बाद ही उन्हें गोपालगंज के सुरक्षित सीट भोरे से टिकट मिल गया है। भोरे से सुनील कुमार के बड़े भाई अनिल कुमार ही कांग्रेस से विधायक थे। इस बार यह सीट माले के खाते में चला गया था। उसके बाद अनिल कुमार को टिकट नहीं मिला था। जेडीयू ने इस सुरक्षित सीट से पूर्व आईपीएस सुनील कुमार को मैदान में उतार दिया और उन्होंने चुनाव में जीत भी हासिल की है।

मंत्री पद की ली शपथ
विधायक बनने के बाद जेडीयू ने पूर्व आईपीएस सुनील कुमार को बड़ी जिम्मेदारी दी है। भोरे से जेडीयू विधायक और पूर्व आईपीएस सुनील कुमार ने मंत्री पद की शपथ ली है। सरकारी सेवा में रहते हुए सुनील कुमार नीतीश कुमार के करीबी अधिकारियों में से एक थे। साथ ही उनका नाम विवादों से दूर रहा है। नीतीश कुमार ने सुनील कुमार को मौका देकर दलित राजनीति को साधने का काम किया है।

गुप्तेश्वर पांडेय ताकते रह गए
सुनील कुमार और गुप्तेश्वर पांडेय 1987 बैच के ही आईपीएस अधिकारी हैं। गुप्तेश्वर पांडेय सुशांत सिंह राजपूत केस में काफी सुर्खियों में रहे थे। 22 सितंबर 2020 को सरकारी सेवा से वीआरएस लेकर उन्होंने सबको चौंका दिया था। वीआरएस लेने के बाद 5 दिन बाद 27 सितंबर 2020 को उन्होंने जेडीयू की सदस्यता ग्रहण कर ली थी। उसके बाद कयास लगाए जा रहे थे कि वह चुनाव लड़ेंगे। पांडेय जी बक्सर सीट से कथित रूप से पर्चा खरीद लिया था। लेकिन उन्हें टिकट नहीं मिला। उसके बाद कई बार कयास लगाए गए कि उन्हें एमएलसी बनाया जा सकता है। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब उन्हें साथी को नीतीश कुमार ने अपनी कैबिनेट में जगह दे दी है और पांडेय जी ताकते रह गए हैं।

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