Begin typing your search above and press return to search.

पूर्व IPS की कोरोना से मौत : 1978 बैच के IPS एडीजी पद से हुए थे रिटायर……बीजेपी की टिकट से चुनाव भी लड़ा था…. कोरोना की वजह से अपोलो में हुई मौत

पूर्व IPS की कोरोना से मौत : 1978 बैच के IPS एडीजी पद से हुए थे रिटायर……बीजेपी की टिकट से चुनाव भी लड़ा था…. कोरोना की वजह से अपोलो में हुई मौत
X
By NPG News

अहमदाबाद 24 जून 2020। गुजरात में जानलेवा कोरोना वायरस का कहर जारी है। अब इस संक्रमण से सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी से राजनेता बने ए आई सैय्यद का 72 साल की उम्र में निधन हो गया। सैय्यद को कुछ दिनों पहले ही अपोलो अस्पताल में भर्ती कराया गया था। जहां हालात बिगड़ने के बाद उन्हें वेंटिलेटर सपोर्ट पर रखा गया था।

गुजरात के पाटन के निवासी सैयद 1978 में गुजरात IPS कैडर में शामिल हुए थे. 2008 में पुलिस महानिदेशक (प्रशासन) के पद से पुलिस बल से सेवानिवृत्त हुए. रिटायरमेंट लेने के दो साल बाद 2010 में सैय्यद ने राजनीति में प्रवेश किया. अहमदाबाद नगर पालिका में वह बीजेपी के उम्मीदवार थे. उस समय गुजरात के मुख्यमंत्री रहे नरेंद्र मोदी ने सैय्यद को निकाय चुनाव में उतारा था. हालांकि, सैय्यद नगर पालिका का चुनाव नहीं जीत सके थे. इसके बाद 2011 में उन्हें निर्विरोध गुजरात वक्फ बोर्ड का अध्यक्ष चुना गया था. ए.आई. सैयद वक्फ बोर्ड के चेयरमैन भी रह चुके हैं। उन्हें परिवार में दो पत्नी, दो बेटी और एक बेटा है। बड़ी बेटी अमेरिका में डॉक्टर के तौर पर प्रैक्टिस करती है, छोटी बेटी डेन्टिस्ट है और पुत्र वडोदरा में रहता है।

सेवानिवृत्त आईपीएस एआईसैयद की गणना प्रमुख अधिकारियों में होती थी। वे अहमदाबाद में ट्राफिक डीसीपी और ज्वॉइन्ट कमिश्नर के तौर पर भी कार्य कर चुके हैं। वर्ष 2002 के दंगों के दौरान वे जिस समय अपना कार्य पूरा करके घर जा रहे थे तभी कुछ असामाजिक तत्वों ने उनकी सरकारी गाड़ी को घेरकर हमला किया था। घटना के कारण पुलिस ने समय पर घटनास्थल पर पहुंचकर उनका बचाव किया।

महत्वपूर्ण बात यह है कि इस घटना में जान को खतरा होने के बावजूद भी ए.आई. सैयद ने दंगाइयों को समझाने के प्रयास किया था।

Next Story