पटाखा बैन -ब्रेकिंग : NGT ने इन राज्यों में पटाखों पर लगाया पूरी तरह प्रतिबंध…..इन राज्यों में सिर्फ दो घंटे ही पटाखे छोड़ने की मिली छूट… जानिये छत्तीसगढ़ में क्या होगा
नयी दिल्ली 9 नवंबर 2020। देशभर में लगातार बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए एनजीटी ने बड़ा आदेश दिया है. एनजीटी ने आज रात से 30 नवंबर की रात तक दिल्ली एनसीआर सहित देश के उन शहरों और कस्बों में पटाखों पर पूरी तरह बैन लगा दिया है. जहां पिछले साल नवंबर में हवा की गुणवत्ता खराब रही. हालांकि इस आदेश के मद्देनजर छत्तीसगढ़ में पटाखे पर पूर्ण प्रतिबंध तो नहीं होगा, लेकिन यहां सिर्फ दो घंटे ही पटाखे छोड़ने की छूट होगी। एनजीटी ने सभी र्ाज्यों को निर्देश दिया है कि वो कोरोना के मद्देनजर प्रदूषण पर रोक लगाने की तैयारी करेंगेष। इस बाबत जल्द ही सर्कुलर जारी किया जायेगा।
The cities/towns where air quality is ‘moderate’ or below, only green crackers be sold and the timings for use and bursting of crackers be restricted to two hours during festivals, like Diwali, Chhath, New Year/Christmas Eve as may be specified by the State, says NGT https://t.co/s7CuhSCuRn
— ANI (@ANI) November 9, 2020
एनजीटी ने अपने आदेश में कहा कि उन शहरों/ कस्बों में जहां हवा की क्वालिटी मोडरेट है, वहां भी सिर्फ ग्रीन पटाखों की इजाज़त होगी. ऐसी जगहों पर भी दीवाली छठ पूजा, क्रिमसस जैसे उत्सवों पर सिर्फ 2 घण्टे ग्रीन पटाखे चलाने की इजाजत होगी.
Use of firecrackers allowed only between 8 pm till 10 pm on Diwali and Gurupurab, and 11.55 pm till 1230 am on Christmas and New Year’s eve: Haryana Government pic.twitter.com/nunxZRmdIB
— ANI (@ANI) November 9, 2020
देश में बाकी जगहो पर पटाखों पर बैन को लेकर फैसला स्टेट ऑथोरिटी पर निर्भर करता है. प्रदूषण की स्थिति को देखते हए राज्य/ केन्द्र शासित प्रदेश स्पेशल ड्राइव चला सकते है.
गौरतलब है कि दिल्ली सरकार ने ग्रीन पटाखे चलाने पर भी प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसे राज्यों ने फिलहाल पटाखों पर प्रतिबंध लगाने का कोई आदेश जारी नहीं किया था. दूसरी ओर पर्यावरण मंत्रालय ने कहा था कि फिलहाल उनके पास कोई ऐसी स्टडी नहीं है जिससे साफ हो सके कि पटाखों के इस्तेमाल के बाद कोरोना केस और बढ़ेंगे. इससे पहले एनजीटी ने 18 राज्यों को नोटिस जारी कर उनके राज्य में प्रदूषण को रोकने के उपाय की जानकारी मांगी थी.