बुरहानपुर 17 जून 2021। मध्य प्रदेश में बुरहानपुर जिले के नेपानगर की उपखंड अधिकारी (एसडीएम) रहीं विशा माधवानी फिर सुर्खियों में हैं, क्योंकि फर्जीवाड़े मामले में इनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं। नेपानगर पुलिस ने विशा माधवानी समेत नौ लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। आरोप है कि उन्होंने बैंक मैनेजर, अपने क्लर्क सहित 8 अन्य लोगों के साथ मिलकर 42.11 लाखों रुपए का घोटाला किया है। हितग्राहियों के नाम से फर्जी बैंक अकाउंट खोले गए और मुआवजे की रकम ट्रांसफर करके निकाली गई थी।
क्या है मामला?
दरअसल 2018-2019 में बोरबन तालाब निर्माण में 15 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे. जिसकी आधी राशि निर्माण और आधी राशि मुआवजे पर खर्च की गई थी. इसी में आदिवासी रामेश्वर कल्लू की 15 एकड़ जमीन शामिल थी. उसे भी मुआवजे की राशि देनी थी. इसी बीच इन सब अफसरों व बैंक कर्मियों ने मिलकर फर्जीवाड़ी कर डाला. हितग्राहियों के नाम का फर्जी खाता खोला और 42 लाख रुपये निकाल लिए.
इस मामले में विशा माधवानी के साथ ही लिपिक पंकज पाटे, बैंक मैनेजर अशोक नागनपुरे, होमगार्ड जवान सचिन वर्मा, बैंककर्मी अनिल पाटीदार, फिराज खान, संजय मावश्कर, इम्तियाज खान व एक अन्य के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है। इनमें पांच आरोपियों को हिरासत में लिया गया है।
यह पूरा मामला आरटीआई कार्यकर्ता आनंद दीक्षित के प्रयासों से सामने आया। दीक्षित ने बुरहानपुर जिला कलेक्टर प्रवीण सिंह को शिकायत कर बताया कि बोरबन तालाब निर्माण में अफसरों ने मिलीभगत करके लाखों रुपए डकारे हैं। जिला कलेक्टर ने एडीएम शैलेंद्र सिंह सोलंकी से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच करवाई। दो दिन पहले एडीएम ने अपनी जांच रिपोर्ट जिला कलेक्टर को सौंपी है। मीडिया से बातचीत में आनंद दीक्षित बताते हैं कि 2018-2019 में बुरहानपुर जिले में 15 करोड़ रुपए खर्च करके बोरबन तालाब निर्माण करवाया था। आधी राशि निर्माण और आधी राशि मुआवजे पर खर्च की गई। रामेश्वर कल्लू की 15 एकड़ जमीन का उसे मुआवजा मिलना था। दीक्षित के आरोप है कि बैंककर्मियों व अधिकारियों की मिलीभगत उसके नाम से जिला सहकारी केंद्रीय बैंक मर्यादित खंडवा की तुकईथड़ शाखा में फर्जी खाता खुलवाया गया और 42.11 लाख रुपए लिए। शिकायत मिलने पर एडीएम ने 45 दिन तक पूरे मामले की जांच की।
आपको बता दें कि, मामले की जांच बुरहानपुर ADM द्वारा की गई थी। इसी आधार पर आरोपियों पर धोखाधड़ी, गबन, आपराधिक षड्यंत्र का मामला दर्ज किया गया है। ये भी बता दें कि, फिलहाल एसडीएम विशा माधवानी झाबुआ जिले में कार्यरत हैं।
बुरहानपुर एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि इन लोगों पर आदिवासी ब्लॉक खकनार के 15 आदिवासी किसानों के साथ 42 लाख रुपए का फर्जीवाड़ा करने का आरोप है।