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IPS पर घूस मामले में FIR : लाखों के घूस मांगते गिरफ्तार हुए 2 SDM के बाद अब IPS पर शिकंजा….. लाखों के घूस मामले में SP का भी होता था हिस्सा….. ACB की FIR में IPS का भी नाम जुड़ा… बढ़ सकती है मुश्किलें

IPS पर घूस मामले में FIR : लाखों के घूस मांगते गिरफ्तार हुए 2 SDM के बाद अब IPS पर शिकंजा….. लाखों के घूस मामले में SP का भी होता था हिस्सा….. ACB की FIR में IPS का भी नाम जुड़ा… बढ़ सकती है मुश्किलें
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By NPG News

दौसा 25 जनवरी 2021। घूस मांगते दो SDM के गिरफ्तार होने के मामले में अब एक IPS का भी नाम सामने आया है। दौसा के एसपी मनीष अग्रवाल का नाम दर्ज FIR में भी जोड़ा गया है, हालांकि अभी तक उनकी गिरफ्तारी या सस्पेंशन जैसी कार्रवाई नहीं हुई है। दरअसल 13 जनवरी को राज्य प्रशासनिक सेवा के SDM स्तर के दो अधिकारी पिंकी मीणा और पुष्कर मित्तल को घूस लेते एसीबी ने रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। दोनों अभी जेल में ही बंद हैं। लेकिन आईपीएस मनीष अग्रवाल का नाम मामले में आने के बाद भी अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गयी है।

इस मामले में हो रहा था रिश्वत का खेल

दरअसल दौसा होकर दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस-वे गुजर रहा है। इसका निर्माण वर्तमान में भी चल रहा है। एक्सप्रेस -वे निर्माण में कोई बाधा नहीं आए ,इसके लिए दौसा के पुलिस व प्रशासन के अधिकारी निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से रिश्वत का खुला खेल खेलते थे। निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों को बार-बार दबाव देकर रिश्वत की डिमांड की जाती थी। बार-बार रिश्वत देने से परेशान निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों ने आखिरकार भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को शिकायत की। इस शिकायत के बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने करीब 1 सप्ताह तक घूसखोर ऊपर नजर रखी और उनके फोन सर्विलांस के लिए। इसके बाद 13 जनवरी को वर्ष 2021 के सबसे बड़े घूस कांड का खुलासा हुआ । साथ ही इस मामले में दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल और बांदीकुई एसडीएम पिंकी मीणा को एसीबी ने गिरफ्तार कर लिया।

कैसे आया आईपीएस मनीष अग्रवाल का नाम सामने

आपको बता दें कि दौसा एसडीएम पुष्कर मित्तल 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया था। वहीं एसडीएम पिंकी मीणा 10 लाख रुपए की रिश्वत की डिमांड करती हुए अरेस्ट हुई थी। दोनों प्रशासनिक अधिकारियों के गिरफ्तारी के साथ ही इस मामले में 13 जनवरी को एक दलाल नीरज मीणा को भी गिरफ्तार किया था। लेकिन यह साफतौर पर बताया कि किस तरह भ्रष्टाचार के इस मामले में आईपीएस मनीष अग्रवाल भी शामिल है।

दलाल मीणा का कहना है कि निर्माण कंपनी के प्रतिनिधियों से 4 लाख रुपए प्रति माह की बंधी बांधी गई थी। साथ ही केस रफा-दफा करने की एवज में 10 लाख रूपए की राशि डिमांड की जाती थी। ऐसे में दलाल नीरज मीणा की ओर से कुल 38 लाख रुपए की रिश्वत मांगी जा रही थी। 7 दिन रिमांड पर रहने के बाग अब दलाल मीणा को भी जेल भेज दिया गया है, लेकिन अभी तक तत्कालीन दौसा एसपी मनीष अग्रवाल पर एसीबी ने शिंकजा नहीं कसा है।उल्लेखनीय है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की ओर से इस मामले में तत्कालीन दौसा एसपी के नाम से रिश्वत मांगने वाले दलाल नीरज मीणा को गिरफ्तार किया था साथ ही एसीबी ने दर्ज की गई एफआईआर में आईपीएस मनीष अग्रवाल का नाम भी जोड़ा था। एसीबी ने शुरुआती दिन में ही IPS मनीष अग्रवाल के तो मोबाइल जब्त भी कर लिए थे, लेकिन उसके बाद ना तो आईपीएस को पूछताछ के लिए एसीबी कार्यालय बुलाया और ना ही उनको गिरफ्तार किया गया।

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