केमद्रुम योग का फल | केमद्रुम दोष निवारण पूजा | Remedy |What is kemdrum yoga | Kemdrum yoga effect |
"केंद्रुम दोष" (या "केंद्रुम दोष") ज्योतिषीय दोष है जो तब उत्पन्न होता है जब जन्म कुंडली में चंद्रमा और राहु (या केतु) एक ही भाव में होते हैं या उनके बीच दृष्टि संबंध होता है। इस दोष को कुछ ज्योतिषी "चंद्र-राहु दोष" या "ग्रहण दोष" भी कहते हैं।
केंद्रुम दोष के संभावित प्रभाव:
मानसिक तनाव और अस्थिरता: यह दोष व्यक्ति के मानसिक संतुलन और शांति को प्रभावित कर सकता है, जिससे तनाव, चिंता, और डिप्रेशन जैसी समस्याएँ हो सकती हैं।
स्वास्थ्य संबंधी समस्याएँ: यह दोष व्यक्ति के शारीरिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है, विशेष रूप से मानसिक और नर्वस सिस्टम पर।
निर्णय क्षमता में कमी: यह दोष व्यक्ति की निर्णय लेने की क्षमता को कमजोर कर सकता है, जिससे व्यक्ति भ्रमित और असमंजस की स्थिति में रह सकता है।
संबंधों में समस्याएँ: केंद्रुम दोष के प्रभाव से व्यक्ति के व्यक्तिगत और पेशेवर संबंधों में समस्याएँ आ सकती हैं।
आर्थिक समस्याएँ: यह दोष आर्थिक स्थिरता और समृद्धि को भी प्रभावित कर सकता है।
केंद्रुम दोष के निवारण के उपाय:
पूजा और उपाय: ज्योतिषी से परामर्श करके विशेष पूजा, मंत्र जाप, और उपाय करना जैसे राहु और चंद्रमा के लिए रत्न धारण करना या उनके शांति के लिए यज्ञ करना।
दान और सेवा: राहु और चंद्रमा से संबंधित वस्तुओं का दान करना जैसे चावल, दूध, चांदी, सफेद वस्त्र, और नारियल।
मंत्र जाप: राहु और चंद्रमा के मंत्रों का नियमित जाप करना।
व्रत और उपवास: विशेष तिथियों पर व्रत और उपवास करना भी लाभकारी हो सकता है।
केंद्रुम दोष के प्रभाव और निवारण के लिए किसी अनुभवी और योग्य ज्योतिषी से परामर्श करना आवश्यक है, ताकि दोष के सटीक कारण और उचित उपाय पता चल सके।