Shami Plant : शिव जी ही नहीं गणेश जी और शनि देव को भी अत्यंत प्रिय है शमी, माता लक्ष्मी की भी होती है विशेष कृपा...आइये जानें शमी की विशेषता से लेकर महत्व तक
शमी को नियमित सींचने के साथ इसके आगे दीपक जलाएं. रोजाना कम से कम एक पत्ती भगवान शिव को चढ़ाएं. ध्यान रहे कि बिना स्नान किये व रात को इसका स्पर्श बिल्कुल ना करें. किसी भी काम से घर से निकलते समय भी इसका दर्शन करें.
शमी पूजनीय और पवित्र वृक्ष है. इस पेड़ के पत्ते गणेश जी, शिव जी और शनि देव को खासतौर पर चढ़ाए जाते हैं. शमी के वृक्ष की पूजा भगवान राम ने भी स्वयं की थी और रावण से युद्ध लड़ कर विजय प्राप्त की। इसलिए शमी के पेड़ की पूजा का हिंदू धर्म में महत्व और भी अधिक हो जाता है। इस वृक्ष को घर में सही दिशा में लगाने पर माता लक्ष्मी की भी विशेष कृपा प्राप्त होती है. महाभारत में पांडवों ने अज्ञातवास के समय में अपने अस्त्र-शस्त्र शमी के वृक्ष में ही छिपाए थे. आयुर्वेद में भी शमी का काफी अधिक महत्व है. कई दवाओं में इस पेड़ की पत्तियां, जड़ और तने का उपयोग होता है.
शमी के पेड़ को घर में भी लगाया जा सकता है. यह पीपल व बड़ की तरह वर्जित नहीं है. घर में इसे विजयादशमी या शनिवार को उत्तर-पूर्व में लगाना श्रेष्ठ माना गया है.
ज्योतिषाचार्य के मुताबिक, घर की उत्तर-पूर्व दिशा के कोने में शमी का पौधा लगाना चाहिए. किसी भी शुभ दिन शमी अपने घर में लगा सकते हैं. इस पौधे की पूजा नियमित रूप से करनी चाहिए. ऐसी मान्यता है कि शमी के पौधे से घर में सकारात्मकता बनी रहती है और वास्तु के कई दोष दूर होते हैं.
शमी की पूजा कैसे करें
शमी को नियमित सींचने के साथ इसके आगे दीपक जलाएं. रोजाना कम से कम एक पत्ती भगवान शिव को चढ़ाएं. ध्यान रहे कि बिना स्नान किये व रात को इसका स्पर्श बिल्कुल ना करें. किसी भी काम से घर से निकलते समय भी इसका दर्शन करें.
शमी से जुड़ी अन्य मान्यताएं
गणेश जी को हर बुधवार शमी के पत्ते चढ़ाने चाहिए. दूर्वा की तरह ही शमी पत्ते भी गणेश जी को प्रिय हैं. मान्यता है कि शमी में शिवजी का वास होता है, इसी वजह से ये पत्ते गणेश जी को प्रिय हैं. ये पत्ते शिवलिंग पर भी अर्पित करने चाहिए. जिन लोगों की कुंडली में शनि के दोष होते हैं, उन्हें हर शनिवार शमी के पत्ते शनि देव को चढ़ाना चाहिए. ऐसी मान्यता है कि शमी पत्तों से शनि प्रसन्न होते हैं और कुंडली के दोष दूर होते हैं.
शमी के पौधे से जुड़ा ये लाभ
- हिंदू धर्म में शमी के पौधे को बहुत ही शुभ माना जाता है। जिस तरह तुलसी का वृक्ष पवित्र होता है उसी प्रकार शमी का पेड़ भी पूज्यनीय होता है। शमी के पेड़ में शनि महाराज का वास माना जाता है इसलिए शनिवार के दिन इसकी पूजा करने से शनि देव के हर प्रकार के दोषों से मुक्ति पाई जा सकती है।
- जैसा की आप जानते हैं शमी के वृक्ष की पूजा भगवान राम ने भी स्वयं की थी और रावण से युद्ध लड़ कर विजय प्राप्त की। इसलिए शमी के पेड़ की पूजा का हिंदू धर्म में महत्व और भी अधिक हो जाता है। इसकी पूजा करने से जीवन में हर मार्ग पर सफलता के साथ ही साथ विजय का वरदान भी मिलता है।
- यदि आप पर शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है और आप शनि पीड़ा से परेशान हैं तो शनिवार के दिन शमी का पौधा लगाना बेहद शुभ मान जाता है। इसका पेड़ हमेशा घर के दक्षिण दिशा की ओर लगाना चाहिए।
- आपके जीवन में यदि शनि का दोष है और उनकी पीड़ा आपसे नहीं बरदाश हो रही है तो प्रत्येक शनिवार के दिन आपको सूर्यास्त के बाद शमी के वृक्ष के सामने एक दीपक जलाकर हाथ जोड़ कर प्रार्थना करनी चाहिए। ऐसा करने से शनि देव प्रसन्न होते हैं और अपना दुष्प्रभाव कम कर देते हैं।
- शमी का पौधा शिवलिंग पर भी अर्पित करना बड़ा शुभ माना जाता है और शनि के गुरु भगवान शिव हैं। इस लिहाज से यदि आप शनिवार के दिन शमी की पत्तियां शिवलिंग पर अर्पित करते हैं। तो अपने गुरु के प्रति समर्पित शनि देव आपको कभी कुछ नहीं कहेंगे और वह आप पर अपनी हमेंशा कृपा दृष्टि बनाए रखेंगे।
इस दिन शमी के पौधे पर चढ़ाएं शुद्ध जल
वास्तु के अनुसार शमी का संबंध शनि देव से होता है और न्याय के देवता शनि का दिन शनिवार है, इसलिए शमी के पौधे को शनिवार को पानी देना बहुत लाभकारी माना जाता है. इसके लिए सूर्योदय से पहले उठकर नहाएं और एक लोटे में शुद्ध जल लें. सूर्योदय से पहले ही आप शमी के पौधे पर जल चढ़ाएं. कहते हैं शमी के पौधे पर अगर शनिवार को सूर्योदय से पहले जल चढ़ाया जाए तो शनि दोष से मुक्ति मिलती है.
जल चढ़ाने के लिए पीतल या तांबे के बर्तन का इस्तेमाल करें
ज्योतिष शास्त्रों के अनुसार, शमी के पौधे पर कभी भी स्टील के लोटे से पानी नहीं चढ़ाना चाहिए. इसके लिए पीतल या तांबे के पात्र का ही इस्तेमाल करना चाहिए, क्योंकि ये दोनों ही शुद्ध धातु माने जाते हैं. कहते हैं अगर शमी के पौधे पर हर शनिवार को जल चढ़ाकर दीपक जलाया जाए तो शनिदेव प्रसन्न होते हैं और शनि देव की कृपा से आपके जीवन को सफलता मिलती है और शनि का दुष्प्रभाव भी दूर होता है. इतना ही नहीं इससे घर से निगेटिविटी भी दूर होती है और रामायण में भी शमी के पौधे का महत्व बताया गया है.