Shanivar Ke Upay : शनि की तिरछी नज़र भी बरसाएगी बेहिसाब पैसा : आज शनिवार को चुपचाप कर लें ये गुप्त उपाय
Shanivar Ke Upay : भारतीय अध्यात्म और ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को एक अत्यंत प्रभावशाली और न्यायप्रिय देवता के रूप में स्वीकार किया गया है।

Shanivar Ke Upay : शनि की तिरछी नज़र भी बरसाएगी बेहिसाब पैसा : आज शनिवार को चुपचाप कर लें ये गुप्त उपाय
Shani Dev Puja Vidhi : भारतीय अध्यात्म और ज्योतिष शास्त्र में शनि देव को एक अत्यंत प्रभावशाली और न्यायप्रिय देवता के रूप में स्वीकार किया गया है। अक्सर लोग शनि देव का नाम सुनते ही डर जाते हैं, लेकिन असल में शनि देव कोई डराने वाले देवता नहीं, बल्कि कर्मफल दाता हैं। वे व्यक्ति को उसके अच्छे और बुरे कर्मों का हिसाब देते हैं। आज शनिवार का दिन है और हिंदू मान्यताओं के अनुसार, यह दिन पूरी तरह से सूर्यपुत्र शनि देव को समर्पित है। यदि आपकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती, ढैय्या या किसी भी प्रकार का शनि दोष चल रहा है, तो आज का दिन आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। सही विधि और सच्ची श्रद्धा से किए गए उपाय न केवल शनि की टेढ़ी दृष्टि से बचाते हैं, बल्कि बिगड़े हुए काम भी बना देते हैं।
Shani Dev Puja Vidhi : शनि की टेढ़ी दृष्टि का जीवन पर प्रभाव
जब शनि देव किसी व्यक्ति से रुष्ट होते हैं या उनकी दृष्टि टेढ़ी होती है, तो व्यक्ति के जीवन में अचानक से उथल-पुथल मचने लगती है। बिना किसी कारण के बनते काम रुक जाते हैं, व्यापार में घाटा होने लगता है और परिवार में कलह का माहौल बन जाता है। स्वास्थ्य के नजरिए से देखा जाए तो शनि का अशुभ प्रभाव हड्डियों के दर्द, मानसिक तनाव और लंबी बीमारियों का कारण बनता है। रिश्तों में दूरियां आने लगती हैं और व्यक्ति खुद को अकेला महसूस करने लगता है। लेकिन शास्त्रों में स्पष्ट कहा गया है कि शनि देव कभी भी बिना कारण किसी को दंडित नहीं करते। वे केवल अनुशासन और सच्चाई की राह पर चलने की प्रेरणा देते हैं।
Shani Dev Puja Vidhi : शनिवार के दिव्य और अचूक उपाय (Unique Remedies)
1. पीपल के पेड़ का रहस्यमयी महत्व: पीपल के पेड़ को हिंदू धर्म में 'देव वृक्ष' कहा गया है। शनिवार के दिन पीपल की पूजा का वैज्ञानिक और आध्यात्मिक दोनों महत्व है। ज्योतिष के अनुसार, शनिवार की शाम को सूर्यास्त के बाद पीपल के पेड़ के नीचे सरसों के तेल का एक बड़ा दीपक जलाना चाहिए। इस दीपक में दो-चार दाने काली उड़द या काले तिल के जरूर डालें। इसके बाद पेड़ की सात बार परिक्रमा करें और अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगें। मान्यता है कि पीपल में ब्रह्मा, विष्णु और महेश के साथ शनि देव का भी वास होता है, इसलिए यह उपाय सबसे जल्दी फल देता है।
2. दान का महात्म्य: दरिद्रता से मुक्ति का मार्ग: शनि देव को प्रसन्न करने का सबसे सरल माध्यम 'दान' है। लेकिन दान तभी फलित होता है जब वह निस्वार्थ भाव से किया जाए। शनिवार को काले तिल, काला छाता, चमड़े के जूते, सरसों का तेल और काली उड़द की दाल का दान करना सर्वोत्तम माना गया है। यदि आप किसी गरीब या जरूरतमंद व्यक्ति को शनिवार के दिन भोजन कराते हैं या उसे सर्दी के मौसम में काला कंबल भेंट करते हैं, तो शनि देव की कृपा आप पर तत्काल होने लगती है। ज्योतिष कहता है कि जो लोग असहायों की मदद करते हैं, शनि देव उनके जीवन के कष्टों को स्वयं हर लेते हैं।
3. शनि यंत्र और लोहे के दीपक का प्रयोग: शनि देव का तत्व लोहा है। यदि आपके घर में वास्तु दोष है या नकारात्मक ऊर्जा का वास महसूस होता है, तो शनिवार के दिन लोहे के दीपक में सरसों का तेल भरकर घर के मुख्य द्वार पर जलाएं। इसके अलावा, शनि यंत्र को घर के मंदिर में स्थापित कर उसकी विधिवत पूजा करने से घर की सुख-शांति बनी रहती है। शनि देव के मंत्र "ॐ शं शनैश्चराय नमः" का जाप करना भी मानसिक शांति के लिए रामबाण है।
आज क्या करें : सफलता की कुंजी
शनिवार के दिन आपकी दिनचर्या ऐसी होनी चाहिए जिससे अनुशासन झलके। सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और साफ-सुथरे नीले या गहरे रंग के कपड़े पहनें। आज के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करना सबसे उत्तम है। पौराणिक कथाओं के अनुसार, हनुमान जी ने शनि देव को रावण की कैद से मुक्त कराया था, इसलिए शनि देव ने वचन दिया था कि वे हनुमान भक्तों को कभी परेशान नहीं करेंगे। इसके अलावा, आज के दिन अपने घर की सफाई करें और पुराना कबाड़ या टूटी-फूटी चीजें घर से बाहर निकाल दें। घर में गूगल या लोबान का धुआं करना भी आज के दिन बहुत शुभ माना जाता है।
आज क्या न करें इन गलतियों से बचें
अक्सर लोग अनजाने में शनिवार के दिन कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिससे शनि देव नाराज हो सकते हैं। लोहा और तेल की खरीदारी: शनिवार को कभी भी लोहा, सरसों का तेल, नमक और काले तिल खरीदकर घर न लाएं। ये चीजें आज के दिन दान के लिए तो शुभ हैं, लेकिन घर में खरीदकर लाना दरिद्रता का कारण बन सकता है। तामसिक आहार: आज के दिन मांस, मदिरा और नशीली चीजों से पूरी तरह दूर रहें। तामसिक भोजन करने से शनि का दुष्प्रभाव कई गुना बढ़ जाता है।
झूठ और अपमान: कभी भी किसी बुजुर्ग, सफाई कर्मचारी या गरीब व्यक्ति का अपमान न करें। शनि देव श्रम के देवता हैं, जो लोग मेहनत करने वालों का दिल दुखाते हैं, वे शनि के प्रकोप से नहीं बच पाते। नाखून और बाल काटना: शनिवार के दिन नाखून और बाल काटना वर्जित माना गया है।
शनि मंत्रों का प्रभाव
आज के दिन मंत्रों का जाप आपके आसपास एक सुरक्षा कवच बना देता है। "नीलांजन समाभासं रविपुत्रं यमाग्रजम। छायामार्तण्ड सम्भूतं तं नमामि शनैश्चरम॥" इस मंत्र का जाप करने से असाध्य रोगों से मुक्ति मिलती है और आत्मविश्वास बढ़ता है। यदि आप मंदिर नहीं जा सकते, तो घर के शांत कोने में बैठकर कम से कम 108 बार इस मंत्र का जाप करें।
शनि देव की पूजा विधि
शनि देव की पूजा बहुत ही नियम और संयम वाली मानी जाती है, जिसे यदि सही तरीके से किया जाए तो विशेष लाभ मिलता है। शनिवार के दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत्त होकर काले या नीले रंग के स्वच्छ वस्त्र धारण करें और मन में शनि देव का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। इसके बाद किसी शनि मंदिर जाकर भगवान शनि की प्रतिमा पर सरसों का तेल अर्पित करें और उन्हें नीले फूल, काला तिल, अक्षत और धूप-दीप चढ़ाएं; ध्यान रखें कि पूजा के दौरान कभी भी शनि देव की आँखों में सीधे न देखें, बल्कि अपनी नजरें उनके चरणों की ओर रखें। पूजा के अंत में शनि चालीसा का पाठ करें और सरसों के तेल का एक चौमुखा दीपक जलाकर "ॐ शं शनैश्चराय नमः" मंत्र का जाप करें, फिर अंत में अपनी गलतियों के लिए क्षमा मांगते हुए आरती करें और किसी जरूरतमंद को काले अन्न या वस्त्र का दान अवश्य करें।
श्रद्धा ही सबसे बड़ी पूजा है
शनि देव केवल आपके कर्मों का आईना दिखाते हैं। यदि आप सत्य की राह पर हैं, ईमानदारी से मेहनत कर रहे हैं और दूसरों का भला सोचते हैं, तो शनि देव आपके लिए रक्षक बनकर खड़े रहेंगे। शनिवार के ये उपाय केवल परंपरा नहीं हैं, बल्कि ये हमें जीवन में अनुशासन, दान और दया की भावना सिखाते हैं। आज के दिन इन नियमों का पालन करें और अटूट श्रद्धा के साथ शनि देव का ध्यान करें, आपके जीवन की सभी बाधाएं निश्चित ही दूर हो जाएंगी।
