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Pushya Nakshatra 2025 Shopping : इस बार दो दिन खरीदारी का मौका, जानें क्या ख़रीदे क्या नहीं, ये शुभ कार्य देंगे लाइफ में ऊँची उड़ान

Pushya Nakshatra 2025 Shopping : इस दिन अगर आपने कुछ गलत खरीद लिया तो आपको नुकसान भी हो सकते हैं. आपके ग्रह-नक्षत्र दुष्प्रभाव दे सकते हैं.

Pushya Nakshatra 2025 Shopping : इस बार दो दिन खरीदारी का मौका, जानें क्या ख़रीदे क्या नहीं, ये शुभ कार्य देंगे लाइफ में ऊँची उड़ान
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By Meenu Tiwari

Pushya Nakshatra 2025 khariddari : कल पुष्य नक्षत्र है और और इस बार यह दो दिन यानी की आज और कल है. पुष्य नक्षत्र को नक्षत्रों का सम्राट कहा जाता है. इस दिन किया हुआ हर कार्य बहुत ही ज्यादा शुभ होता है. इस दिन खरीदारी करना बहुत शुभ होता है. लेकिन इस दिन अगर आपने कुछ गलत खरीद लिया तो आपको नुकसान भी हो सकते हैं. आपके ग्रह-नक्षत्र दुष्प्रभाव दे सकते हैं. इसलिए आज हम आपको बताने जा रहे हैं की इस दिन क्या ख़रीदे और क्या न ख़रीदे. साथ ही इस दिन क्या कार्य करें क्या न करें.


ज्योतिष के अनुसार पुष्य नक्षत्र में इन्हें खरीदना शुभ फल देता है-

  • सोना और चांदी - इससे मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है और धन में वृद्धि होती है।
  • वाहन खरीदना - जीवन में उन्नति और सफलता का प्रतीक माना गया है।
  • घर या संपत्ति - स्थायित्व और समृद्धि का कारक।
  • खेती और कारोबार से जुड़ा सामान - कार्य में वृद्धि और लाभ की संभावना बढ़ती है।
  • गैजेट, इलेक्ट्रॉनिक आइटम, शिक्षा से जुड़ी वस्तुएं - यह दिन इन चीजों की खरीद के लिए भी शुभ माना गया है।




पुष्य नक्षत्र में इन चीजों की खरीदारी से करें परहेज

  • कांच का सामान - कांच की वस्तुएं नाजुक और टूटने योग्य होती हैं। ज्योतिष के अनुसार शुभ तिथि और नक्षत्रों में इस प्रकार की वस्तुएं खरीदने से बचना चाहिए, क्योंकि यह बर्बादी और दुर्भाग्य का कारण बन सकती हैं।
  • धारदार वस्तुएं (चाकू, कैंची, सुई आदि) - धारदार वस्तुएं राहु ग्रह से संबंधित मानी गई हैं। इसलिए शुभ योगों में इनकी खरीद अशुभ मानी जाती है। ऐसा करने से जीवन में तनाव और कलह की स्थिति उत्पन्न हो सकती है।
  • लोहे की वस्तुएं - लोहे को अशुभ धातु माना गया है और इस पर शनि का प्रभाव अधिक रहता है। पुष्य नक्षत्र में लोहे की वस्तुएं या बर्तन खरीदने से बचना चाहिए, अन्यथा बाधाएं और कठिनाइयां बढ़ सकती हैं।
  • कांसे की वस्तुएं - कांसा एक मिश्र धातु है, जिसका उपयोग शो-पीस या बर्तनों में होता है। इसे धार्मिक कार्यों में वर्जित माना गया है। पुष्य नक्षत्र में कांसे की वस्तुएं खरीदना शुभता को कम करता है।
  • यूज एंड थ्रो चीजें - जो वस्तुएं अल्पकालिक उपयोग के बाद फेंक दी जाती हैं, वे भी इस दिन नहीं खरीदनी चाहिए। यह नक्षत्र दीर्घायु और स्थायित्व का प्रतीक है, इसलिए अस्थायी चीजें खरीदना शुभ नहीं माना जाता।


क्यों खास है पुष्य नक्षत्र ?

इसे नक्षत्रों का सम्राट कहा जाता है क्योंकि इसका शुभ प्रभाव अन्य नक्षत्रों की तुलना में अधिक माना गया है। इस दिन किए गए कार्यों में बाधाएं कम होती हैं और सफलता की संभावना अधिक रहती है। इस नक्षत्र में किए गए प्रयास लंबे समय तक फलदायक होते हैं। धन, सफलता, स्वास्थ्य और आध्यात्मिक उन्नति में वृद्धि होती है। दान, सेवा और पूजा के कार्य जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करते हैं।

इस दिन किए जाने वाले शुभ कार्य और लाभ




  • नए व्यवसाय, निवेश या परियोजना की शुरुआत करना अत्यंत लाभकारी है।
  • पूजा, हवन, दान, लक्ष्मी पूजा, मंत्र जाप और यज्ञ से मानसिक शांति, सकारात्मक ऊर्जा और आध्यात्मिक उन्नति होती है।
  • बच्चों के लिए सुवर्णप्रशन (सोने की धातु, घी और शहद का मिश्रण) करना लाभकारी है। इससे स्मरण शक्ति, बुद्धि और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है।
  • नए लक्ष्य निर्धारित करना, शिक्षा या प्रशिक्षण की शुरुआत, योग या ध्यान जैसी साधना करना लाभकारी रहता है।
  • पारिवारिक संबंधों में प्रेम और सामंजस्य बढ़ते हैं, मन की शांति मिलती है और आपसी मतभेद कम होते हैं।

इन बातों का रखें खास ख्याल

  • इस दिन दान और सेवा कार्य अवश्य करें।
  • नए प्रोजेक्ट, निवेश या व्यवसाय की शुरुआत करें।
  • ध्यान, मंत्र जाप और पूजा-पाठ में समय दें।
  • बच्चों के लिए सुवर्णप्रशन करें।
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