Navratri Kanya Pujan 2025 : हर उम्र की कन्या पूजन का अलग महत्व और लाभ, जानिए किस उम्र तक होती है कन्या पूजन
Navratri Kanya Pujan 2025 :

Navratri Kanya Pujan 2025 : नवरात्रि के अंतिम दिन मां दुर्गा के नौ रूपों की कन्या के रूप में पूजन की जाती है. माना जाता है कि छोटी कन्याओं में देवी शक्ति का वास होता है। इसलिए उन्हें सम्मानपूर्वक आमंत्रित कर भोजन कराया जाता है और वस्त्र या उपहार भेंट किए जाते हैं।
माना जाता है कि कन्याओं की पूजा करने से मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और जीवन में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है। कन्या पूजन अष्टमी और नवमी को ही फलदायी माना जाता है। साथ ही हर उम्र की कन्याओं के पूजन का अलग महत्व और लाभ होता है. आइये जानें फिर कौन सी उम्र की कन्या पूजन के क्या लाभ है.
(1)आयु -दो वर्ष, नाम -कुमारी ,फल-दुःख दारिद्रता दूर ।
(2)आयु-तीन वर्ष, नाम-त्रिमूर्ति,फल-धर्म ,अर्थ, काम की प्राप्ति।
(3)आयु-चार वर्ष,नाम-कल्याणी, फल-विजय व ऐश्वर्य की प्राप्ति।
(4)आयु-पांच वर्ष,नाम-रोहणी, फल-रोग नाश।
(5)आयु-छ:वर्ष, नाम-कालिका, फल-शत्रु नाश।
(6)आयु-सात वर्ष, नाम-चंडिका, फल-ऐश्वर्य की प्राप्ति।
(7)आयु-आठ वर्ष, नाम-शाम्भवी, फल-दरिद्रता, दुःख निवारक।
(8)आयु-नव वर्ष, नाम-दुर्गा, फल-शत्रु नाश, मोक्ष प्राप्ति और कार्यसिद्धि।
(9)आयु-दस वर्ष, नाम-सुभद्रा, फल-मनोकामना पूर्ति।
