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Mother's Day Special : माँ की आत्मा रमती है आपके भीतर, आप कैसे करेंगे उसकी सालों की अनथक कोशिशों का शुकराना, पढ़िए हमारी कुछ सलाहें...

Mothers Day Special : माँ की आत्मा रमती है आपके भीतर, आप कैसे करेंगे उसकी सालों की अनथक कोशिशों का शुकराना, पढ़िए हमारी कुछ सलाहें...
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By Gopal Rao

दिव्या सिंह

Mother's Day Special : माँ की डिक्शनरी का सबसे प्यारा शब्द है 'बच्चा '। एक बार जब स्त्री माँ बन जाती है और गुज़रते सालों के साथ क्रमशः बच्चे की ज़रूरतों से जुड़ती चली जाती है तो फिर वो माँ होकर ही रह जाती है। यूं कहिए कि तन उसका और आत्मा बच्चों में रमी। सुबह हो सकता है आप लेट हो जाएं लेकिन माँ का नाश्ता शर्तिया लेट नहीं होगा ।अलसुबह से लेकर देर रात तक माँ 'ऑन ड्यूटी' होती है। इतने सालों से आपके लिए लगातार, अनथक प्रयास करती चली आ रही माँ के लिए एक खास दिन है 'मदर्स डे'। इस दिन को उसके लिए यादगार बनाने की ज़िम्मेदारी आपकी है। तो वो क्या है जो आप उसके लिए कर सकते हैं? पढ़िए, आपको कौन सा आइडिया पसंद आता है।

मिडनाइट सरप्राइज़

माँ ने आपको बीते सालों में बहुत सरप्राइज़ दिए। अब उसे चौंकाने और खुश करने की ज़िम्मेदारी आपकी। मदर्स डे मई के दूसरे रविवार को मनाया जाता है, यानी शनिवार रात को आपको खास तैयारी करनी है। अगर माँ को केक पसंद है तो केक, मिठाई पसंद है तो मिठाई या कोई नमकीन लाइट से स्नैक्स, मिडनाइट सरप्राइज़ के रूप में पेश कीजिए। अचानक मिलने वाली ये खुशी माँ को भावविभोर कर देगी।

आज माँ की किचन में 'नो एंट्री', डेली रुटीन से भी हो छुट्टी

आप ब्रश करते हैं, माँ आपकी चाॅइस के हिसाब से दूध, चाय या काॅफी ले आती है। आपके नाश्ते-खाने से लेकर आपके गाल के पिंपल तक का उसे ख्याल है। आपकी ज़रूरतों और आराम के लिए सुबह से रात तक चकरघिन्नी बनी माँ के लिए एक दिन का फुल रेस्ट तो बनता है न। तो आज बिल्कुल तय कर लीजिए कि आज किचन में माँ की 'नो एंट्री'... असल में आज हर रुटीन काम से उसे आराम दीजिए। सुबह- सुबह माँ का पसंदीदा गर्मागर्म नाश्ता बना कर पेश करें या ऑर्डर देकर मंगवाएं। इस सुबह को खास बनाएं। वो बस बैठे, मुस्कुराए और महसूस करे कि सिर्फ़ वही नहीं, आप भी उससे आत्मा से जुड़े हुए हैं। आपकी एक दिन की परवाह से वो बाकी 364 दिनों के लिए एनर्जी बटोर लेगी।

माँ को ले जाएं ब्यूटी पार्लर

माँ खुद को लेकर लापरवाह हो गई हो तो ज़रा ध्यान से देखें। हेयर ट्रिम करवाना है या आई ब्रो सैट करवाना, थोड़ा सा एक्स्ट्रा खर्च कर फेशियल, मेनिक्योर-पेडीक्योर करवा सकते हैं। माँ पूछ-परख से शर्मा रही है, जाने को तैयार नहीं तो ब्यूटीशियन को घर पर भी बुला सकते हैं। माँ को सहज ही विश्वास नहीं होगा कि आपने उसके लिए इतनी कोशिशें कीं।

आज माँ के साथ उसके लिए शाॅपिंग की जाए

माँ ने हमेशा अपनी ज़रूरतों या शौक से ऊपर आपकी मांगों को रखा। कभी अगर आपने ध्यान दिया हो तो माँ का मन भी किसी चीज़ पर आया होगा। शायद थोड़ा महंगा पाकर उसने नज़र फेर ली हो, कि इतने में तो बच्चे के लिए कुछ अच्छा आ जाएगा। या फिर कोई नयी ड्रेस, सलवार सूट या साड़ी, सैंडल या शूज़, या फिर बिंदी- चूड़ी... माँ को उसकी ज़रूरत की और खुशी देने वाली चीज़ें आज उसके साथ घूमकर दिलवाइए। उसे अच्छा लगेगा।

माँ के साथ बिताएं क्वालिटी टाइम

आपको शिकायत है कि माँ दिनभर यहां से वहां भागती रहती है और चैन से आपके साथ बैठती नहीं। यह 'चैन' उससे अपने परिवार की ज़िम्मेदारी उठाने, सबकी ज़रूरतें पूरी करने की जद्दोजहद में ही तो छिन गया है। आप उसे रुटीन की जिम्मेदारियों से आज के दिन फ्री करेंगे तो वो क्यों नहीं आपके साथ चैन से बैठेगी? आज पूरा दिन माँ और आप बच्चों का। सुबह का नाश्ता भारी हो तो इस समय कुछ हल्का-फुल्का या तो बना लीजिए या मंगवा लीजिए।

यादें करिए ताज़ा

क्यों न आज पुरानी यादें ताज़ा की जाएं। पुराने एल्बम निकाल लीजिए। आपके बचपन की प्यारी-प्यारी तस्वीरों के साथ माँ की अनमोल यादें जुड़ी हैं। आप साथ बैठे होंगे और आपका बचपन तस्वीरों में बदमाशियां कर रहा होगा। माँ खो जाएगी उन पलों में। आपकी बलाएं लेगी।

परिवार साथ देखें मूवी या करे बाहर डिनर, शाम भी होगी सुहानी

एक अच्छी-सी मूवी का प्लान बनाइए जो सबको रुच जाए या माँ को फिल्में देखने का शौक न हो तो शहर में ही उनके लेक व्यू सरीखे किसी मनपसंद स्पाॅट पर थोड़ा वक्त बिताएं। फिर उनके पसंद के रेस्टोरेंट में डिनर करने जाइए। पूरा परिवार साथ होता है, खुश होता है तो दिन अपने आप ही खास बन जाता है।

और अगर माँ सिंगल पैरेंट है तो...

फिर तो आपकी ज़िम्मेदारी और भी ज्यादा बढ़ जाती है। आपको अकेले पालने में माँ ने बहुत कठिनाइयां झेली होंगी। हो सकता है संसाधन भी कम हों। तो आपको जबरन खर्च बढ़ाने की कोई ज़रूरत नहीं। अपने हाथों से गर्मागर्म चाय बनाकर पिलाएंगे, साथ बैठकर दुख-सुख की बातें करेंगे तो भी माँ बहुत ज्यादा खुश होगी। आखिर आप उसकी डिक्शनरी का सबसे प्यारा शब्द जो हैं।

Gopal Rao

गोपाल राव रायपुर में ग्रेजुएशन करने के बाद पत्रकारिता को पेशा बनाया। विभिन्न मीडिया संस्थानों में डेस्क रिपोर्टिंग करने के बाद पिछले 8 सालों से NPG.NEWS से जुड़े हुए हैं। मूलतः रायपुर के रहने वाले हैं।

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