Mata Saraswati ki Aarti: माता सरस्वती को इस आरती से करें प्रसन्न, ज्ञान से भर जाएगा आपका जीवन, बस साथ में करना होगा ये उपाय
Mata Saraswati ki Aarti: माता सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है। सृष्टि में ज्ञान विज्ञान और जितनी भी विद्याएं हैं सबकी देवी माता सरस्वती हैं। उनकी उपासना करने से मनुस्य को ज्ञान की प्राप्ति होती है।

Mata Saraswati ki Aarti: माता सरस्वती को ज्ञान की देवी कहा जाता है। सृष्टि में ज्ञान विज्ञान और जितनी भी विद्याएं हैं सबकी देवी माता सरस्वती हैं। उनकी उपासना करने से मनुस्य को ज्ञान की प्राप्ति होती है। माता सरस्वती को भगवन ब्रम्हा की पुत्री के रूप में भी जाना जाता है, जिसे लेकर कई अनेकों कहानियां है। इसके आलावा माता सरस्वती को संगीत की देवी भी माना जाता है, सगीत की साधना करने वाले लोग माता सरस्वती को पूजा करते है।
सरस्वती पूजा की सामग्री
सरस्वती पूजा के लिए पूजा सामग्री में मां सरस्वती और गणेश जी की प्रतिमा/तस्वीर, पीले रंग की वस्तुएं (फूल, वस्त्र, गुलाल, चावल), पुस्तकों और पेन, धूप, दीपक, अगरबत्ती, नारियल, सुपारी, पान के पत्ते, और भोग के लिए पीले मीठे व्यंजन (जैसे पीले चावल, बूंदी के लड्डू) चाहिए होते है।
सरस्वती पूजा की विधि
सरस्वती पूजा करते समय सबसे पहले सरस्वती माता की प्रतिमा अथवा तस्वीर को सामने रखना चाहिए। इसके बाद कलश स्थापित करके गणेश जी तथा नवग्रह की विधिवत पूजा करनी चाहिए। इसके बाद माता सरस्वती की पूजा करें। सरस्वती माता की पूजा करते समय उन्हें सबसे पहले आचमन एवं स्नान कराएं। इसके बाद माता को फूल एवं माला चढ़ाएं।
सरस्वती माता को सिन्दुर एवं अन्य श्रृंगार की वस्तुएं भी अर्पित करनी चाहिए, बसंत पंचमी के दिन सरस्वती माता के चरणों पर गुलाल भी अर्पित किया जाता है। देवी सरस्वती स्वेत वस्त्र धारण करती हैं अत: उन्हें स्वेत वस्त्र पहनाएं, इसके बाद सरस्वती पूजन के अवसर पर माता सरस्वती को पीले रंग का फल चढ़ाएं। प्रसाद के रूप में मौसमी फलों के अलावा बूंदिया अर्पित करना चाहिए. इस दिन सरस्वती माता को मालपुए एवं खीर का भी भोग लगाया जाता है।
सरस्वती जी की आरती के लाभ
सरस्वती जी की आरती करने से बुद्धि और ज्ञान में वृद्धि, मन की शांति, एकाग्रता में सुधार, सकारात्मक विचारों का प्रवाह, वाणी में निखार, कला के क्षेत्र में सफलता, नकारात्मकता से मुक्ति, और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। माता सरस्वती की आरती करने से भक्त को जीवन के हर पहलू में सफलता मिलती है और सही मार्ग का ज्ञान होता है, जिससे वह अपने लक्ष्यों को प्राप्त कर पाता है।
माता सरस्वती की आरती
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ जय...
चंद्रवदनि पद्मासिनी, ध्रुति मंगलकारी।
सोहें शुभ हंस सवारी, अतुल तेजधारी ॥ जय...
बाएं कर में वीणा, दाएं कर में माला।
शीश मुकुट मणी सोहें, गल मोतियन माला ॥ जय...
देवी शरण जो आएं, उनका उद्धार किया।
पैठी मंथरा दासी, रावण संहार किया ॥ जय....
विद्या ज्ञान प्रदायिनी, ज्ञान प्रकाश भरो।
मोह, अज्ञान, तिमिर का जग से नाश करो ॥ जय...
धूप, दीप, फल, मेवा मां स्वीकार करो।
ज्ञानचक्षु दे माता, जग निस्तार करो ॥ जय...
मां सरस्वती की आरती जो कोई जन गावें।
हितकारी, सुखकारी, ज्ञान भक्ती पावें ॥ जय...
जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता।
सद्गुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ जय...
ॐ जय सरस्वती माता, जय जय सरस्वती माता ।
सद्गुण वैभव शालिनी, त्रिभुवन विख्याता॥ जय...
