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Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर पीरियड्स शुरू हो जाएं तो क्या करें? जानिए व्रत रखने और पूजा के नियम..ताकि न हो कोई बड़ी गलती

Karwa Chauth Puja During Periods: सनातन धर्म में कार्तिक माह का बहुत खास महत्व होता है। इस महीने में कई बड़े त्योहार आते हैं, जिनमें करवा चौथ का व्रत सबसे खास माना जाता है।

Karwa Chauth 2025: करवा चौथ पर पीरियड्स शुरू हो जाएं तो क्या करें? जानिए व्रत रखने और पूजा के नियम..ताकि न हो कोई बड़ी गलती
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Karwa Chauth 2025

By Ashish Kumar Goswami

Karwa Chauth 2025: सनातन धर्म में कार्तिक माह का बहुत खास महत्व होता है। इस महीने में कई बड़े त्योहार आते हैं, जिनमें करवा चौथ का व्रत सबसे खास माना जाता है। यह व्रत सुहागिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और सुखी वैवाहिक जीवन के लिए करती हैं। इस दिन महिलाएं पूरे दिन निर्जला व्रत रखती हैं यानी पानी तक नहीं पीतीं और शाम को चांद देखकर व्रत खोलती हैं।

यह व्रत पति-पत्नी के रिश्ते को मजबूत करता है और घर में सुख-शांति लाता है। लेकिन एक सवाल बहुत सी महिलाओं को परेशान करता है कि, अगर करवा चौथ के दिन पीरियड्स यानी मासिक धर्म शुरू हो जाएं तो क्या करना चाहिए। क्या इस समय भी महिलायें करवा चौथ का व्रत रख सकती है। मासिक धर्म में पूजा करने से क्या उनका व्रत अधूरा रह जायेगा। आज हम इन्ही सब सवालों के जवाब आपको देने वाले है। तो आइयें जानते है इसके बारे में विस्तार से..

इस साल कब है करवाचौथ

करवा चौथ इस साल 10 अक्टूबर को मनाया जाएगा। वैदिक पंचांग के अनुसार, चतुर्थी तिथि 9 अक्टूबर की रात 10:54 बजे शुरू होगी और 10 अक्टूबर की शाम 7:38 बजे खत्म होगी। चांद का उदय 7:42 बजे होगा, तभी व्रत खोला जाएगा। करवा चौथ पर महिलाएं 16 श्रृंगार करती हैं, करवा माता की पूजा करती हैं और चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत खोलती हैं।

क्या कहती हैं धार्मिक मान्यताएं?

शास्त्रों के अनुसार, पीरियड्स के दौरान महिलाएं व्रत रख सकती हैं। इसका कोई नकारात्मक असर नहीं होता। व्रत रखने से जुड़ी कोई मनाही नहीं है। यानी अगर आपके पीरियड्स चल रहे हैं तो भी आप पूरे श्रद्धा और विश्वास के साथ करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं।

लेकिन पूजा को लेकर हैं कुछ नियम

अगर करवा चौथ के दिन पीरियड्स शुरू हो जाएं तो महिलाएं व्रत रख सकती हैं, लेकिन पूजा नहीं करनी चाहिए। ऐसे में करवा माता की पूजा मन में (मानसिक पूजा) करें और किसी दूसरी सुहागन महिला या अपने पति से पूजा करवा लें। पूजा की चीजों को हाथ ना लगाएं, लेकिन मंत्रों का जाप कर सकती हैं।

चांद निकलने पर छलनी से चंद्रमा के दर्शन करें और व्रत खोल लें, लेकिन अर्घ्य ना दें। आप करवा चौथ की कथा सुन सकती हैं, बस खुद पूजा में शामिल ना हों। इससे व्रत का पूरा फल मिलेगा और कोई गलती नहीं होगी।

क्यों नहीं कर सकते पूजा?

धार्मिक मान्यता के अनुसार, पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में विशेष ऊर्जा होती है, जिसे भगवान सहन नहीं कर पाते। इसलिए इस समय पूजा-पाठ या धार्मिक अनुष्ठान करने की मनाही होती है। यह नियम महिलाओं की सुरक्षा और धार्मिक मर्यादा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं।

व्रत वाले दिन पीरियड्स शुरू हो जाएं तो क्या करें?

अगर करवा चौथ के दिन अचानक पीरियड्स शुरू हो जाएं तो घबराने की जरूरत नहीं है। आप व्रत जारी रख सकती हैं। सज-धज कर इस पर्व की खुशी मना सकती हैं। मन में करवा माता का ध्यान करें, प्रार्थना करें और चंद्रमा के दर्शन के बाद व्रत खोल लें। पूजा की प्रक्रिया में भाग लेने से बचें, लेकिन कथा सुनना और मानसिक पूजा करना पूरी तरह से मान्य है।

करवा चौथ पूजा में जरूरी चीजें

करवा चौथ की पूजा के लिए कुछ चीजें जैसे- मिट्टी का करवा, छलनी, दीपक, रोली, चावल और सिंदूर जरूरी होती हैं। इसके अलावा पूजा की थाली में मिठाई, जल से भरा लोटा और चंद्रमा को अर्घ्य देने के लिए पानी रखना होता है। पूजा के समय पति की तस्वीर रख सकते हैं या पति के साथ बैठकर पूजा करना भी शुभ माना जाता है। इन सभी चीजों को सजा-संवारकर पूजा में शामिल करना चाहिए ताकि व्रत पूरा और फलदायक हो।

करवा चौथ का महत्व

करवा चौथ सिर्फ एक व्रत नहीं, बल्कि पति-पत्नी के रिश्ते की मजबूती का प्रतीक है। यह दिन महिलाओं के लिए खास होता है, जब वे अपने पति की लंबी उम्र और सुखी जीवन की कामना करती हैं। इस दिन की पूजा और व्रत से वैवाहिक जीवन में प्रेम, विश्वास और खुशहाली आती है। अगर आप पीरियड्स में हैं तो भी करवा चौथ का व्रत रख सकती हैं। बस पूजा के नियमों का ध्यान रखें और मानसिक रूप से श्रद्धा के साथ इस पर्व को मनाएं।

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