January 2026 Festival List : मकर संक्रांति से लेकर बसंत पंचमी तक, जनवरी में त्योहारों की रहेगी धूम; देखें पूरी लिस्ट
साल 2026 का आगाज धार्मिक उल्लास के साथ होने जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, जनवरी का महीना पौष और माघ मास के संगम का समय है।

January 2026 Festival List : मकर संक्रांति से लेकर बसंत पंचमी तक, जनवरी में त्योहारों की रहेगी धूम; देखें पूरी लिस्ट
January 2026 Festival List : नई दिल्ली : साल 2026 का आगाज धार्मिक उल्लास के साथ होने जा रहा है। हिंदू पंचांग के अनुसार, जनवरी का महीना पौष और माघ मास के संगम का समय है। इस महीने में सूर्य देव का राशि परिवर्तन और विद्या की देवी मां सरस्वती की पूजा जैसे बड़े आयोजन होंगे। ज्योतिषीय दृष्टि से यह महीना ग्रहों की चाल और दान-पुण्य के लिए विशेष महत्व रखता है।
January 2026 Festival List : जनवरी 2026 के मुख्य त्यौहार
1. मकर संक्रांति और पोंगल (14 जनवरी) : जब सूर्य देव धनु राशि को त्यागकर मकर राशि में प्रवेश करते हैं, तब मकर संक्रांति मनाई जाती है। 2026 में यह पर्व 14 जनवरी को मनाया जाएगा। इसी दिन दक्षिण भारत में पोंगल और उत्तर भारत में खिचड़ी का त्योहार मनाया जाएगा। इस दिन पवित्र नदियों में स्नान और तिल-गुड़ के दान का विशेष महत्व है।
2. मौनी अमावस्या (18 जनवरी) : माघ मास की अमावस्या को मौनी अमावस्या कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन गंगा का जल अमृत बन जाता है। इस दिन मौन रहकर व्रत करने से आत्मिक शांति और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
3. बसंत पंचमी (23 जनवरी) : ऋतुराज बसंत के आगमन का प्रतीक यह पर्व ज्ञान और कला की देवी मां सरस्वती को समर्पित है। विद्यार्थी और कला प्रेमी इस दिन पीले वस्त्र पहनकर मां सरस्वती की आराधना करते हैं।
व्रत और त्योहार इस प्रकार
साल 2026 की शुरुआत ही बेहद शुभ संयोगों के साथ हो रही है। 1 जनवरी को नव वर्ष के पहले दिन ही भगवान शिव का प्रिय प्रदोष व्रत पड़ रहा है, जो पूरे साल सुख-समृद्धि का संकेत है। इसके ठीक बाद 3 जनवरी को पौष पूर्णिमा और शाकंभरी जयंती मनाई जाएगी। वहीं, संतान की लंबी आयु के लिए रखा जाने वाला सकट चौथ यानी लंबोदर संकष्टी चतुर्थी का व्रत 6 जनवरी को आएगा। महीने के दूसरे हफ्ते में 10 जनवरी को कालाष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। जैसे-जैसे महीना आगे बढ़ेगा, त्योहारों की चमक और बढ़ेगी। 13 जनवरी को उत्तर भारत में लोहड़ी की अग्नि प्रज्वलित की जाएगी, जिसके अगले ही दिन यानी 14 जनवरी को मकर संक्रांति, पोंगल, उत्तरायण और षटतिला एकादशी का महासंयोग बनेगा।
जनवरी के उत्तरार्ध में भी आस्था का संगम जारी रहेगा। 16 जनवरी को एक बार फिर प्रदोष व्रत और मासिक शिवरात्रि का मेल होगा, जो शिव भक्तों के लिए विशेष फलदायी रहेगा। इसके बाद 18 जनवरी को मौनी अमावस्या (माघ अमावस्या) पर पवित्र नदियों में मौन स्नान की परंपरा निभाई जाएगी। 23 जनवरी को ऋतुराज बसंत के आगमन पर बसंत पंचमी और मां सरस्वती की पूजा का भव्य आयोजन होगा। महीने के अंतिम दिनों में 25 जनवरी को रथ सप्तमी (सूर्य जयंती) और 26 जनवरी को भीष्म अष्टमी के साथ-साथ देश का राष्ट्रीय पर्व गणतंत्र दिवस मनाया जाएगा। अंत में, 29 जनवरी को जया एकादशी का उपवास रखा जाएगा और 30 जनवरी को महीने के तीसरे प्रदोष व्रत के साथ जनवरी 2026 के प्रमुख धार्मिक आयोजनों का समापन होगा।
