Guru Poornima 2024 : चतुर्योग की गुरु पूर्णिमा 21 को, गुरु पूजन से होता है कुंडली में "गुरु दोष व पितृदोष" समाप्त
Guru Poornima 2024:
Guru Poornima 2024: आषाढ़ मास की पूर्णिमा का शास्त्रों में विशेष महत्व वर्णित है। आषाढ़ पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। मान्यता है कि इस दिन ही वेदों के रचयिता महर्षि वेद व्यास का जन्म हुआ था। महर्षि वेद व्यास को चारों वेदों का ज्ञान था। इस साल गुरु पूर्णिमा या आषाढ़ पूर्णिमा 21 जुलाई को मनाई जाएगी।
इस गुरु पूर्णिमा अत्यंत शुभ संयोग
ज्योतिषाचार्य डॉ दत्तात्रेय होस्केरे के अनुसार आषाढ़ पूर्णिमा पर ग्रहों की शुभ स्थिति के कारण कई राजयोग का निर्माण हो रहा है। इस बार गुरु पूर्णिमा पर गुरु, मंगल, बुध और शनि ग्रह के शुभ संयोग से अमृत योग, सिद्धि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग और प्रीटी योग जैसा चतुर्योग बन रहा है| मान्यता है कि गुरु पूजन से जातक की कुंडली में गुरु दोष व पितृदोष समाप्त होता है। गुरु पूजन से नौकरी, करियर व व्यापार में लाभ मिलने की मान्यता है।
गुरु पूर्णिमा शुभ मुहूर्त 2024
रविवार 21 जुलाई को गुरु पूर्णिमा मनाई जायेगी| इस वर्ष अर्त्यंत शुभ योग होने से इस गुरु पूर्णिमा गुरु का तथा देवों का पूजन करने से लाभ होगा| आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि की शुरुआत 20 जुलाई शाम 05 बजकर 59 मिनट से होगी, वहीं इसका समापन 21 जुलाई को दोपहर 03:46 मिनट पर होगा। रात्री 6.47 बजे चद्रोदय के पश्चात उपाय करें|
गुरु पूर्णिमा को क्या करें-
1.इस दिन केसर का तिलक लगाना चाहिए और पीली वस्तुओं का दान करना शुभ माना जाता है।
2. इस दिन गीता पाठ करना अति उत्तम माना गया है।
3. इस दिन पिता, गुरु व दादा का आशीर्वाद प्राप्त करना चाहिए।
4. इस दिन पीपल या बरगद का पेड़ रोपित करना और इस पर में जल चढ़ाना शुभ माना जाता है।
5. शिव जी का रुद्राभिषेक करने के लिए यह दिन अत्यंत उत्तम है |
विशेष उपाय:
1. शीघ्र विवाह के लिए:
गुरु पूर्णिमा को हथेली पर हल्दी लगा कर विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें|
2. नौकरी के लिए:
घी का दीपक जलाएं| शिवजी को 16 बेलपत्र चढ़ाकर शिव चालीसा का आठ पाठ करें|
गुरु पूर्णिमा को क्या खरीदें
गुरु पूर्णिमा के दिन चांदी या पीतल की कोई वस्तु खरीदनी चाहिए। इस दिन कॉपी-किताबें या स्टेशनरी का समान खरीदना शुभ माना जाता है।