वाराणसी। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के 102वें दीक्षांत समारोह में अघोर-परंपरा की चार पीढ़ियों के महान संतो के नाम से स्वर्ण-पदक प्रदान किया गया। इस क्रम में गत् शनिवार, दिनांक 11 दिसंबर को बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में आयोजित कार्यक्रम में वर्ष 2022 में एम.ए. दर्शनशास्त्र में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने वाले छात्र सुजीत कुमार मौर्या को अघोरेश्वर भगवान राम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) और बाबा गुरुपद संभव राम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) तथा बी.ए. दर्शनशास्त्र में सर्वोच्च अंक पाने वाले छात्र प्रांजल गिरी को अघोराचार्य बाबा कीनाराम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) और बाबा राजेश्वर राम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) मिला।
उल्लेखनीय है कि कोविड की वजह से पिछले दो वर्षों तक बीएचयू का दीक्षांत समारोह नहीं हो पाया था। अतः इसी दीक्षांत समारोह में वर्ष 2020 और 2021 में सफलतापूर्वक उत्तीर्ण विद्यार्थियों को भी डिग्री व स्वर्ण-पदक प्रदान किया गया।12 दिसंबर को वर्ष 2021 में छात्रा कुमारी शिखा चौबे तथा वर्ष 2020 में रौशन कुमार को एम.ए. दर्शनशास्त्र में सर्वोच्च अंक प्राप्त करने के लिए अघोरेश्वर भगवान राम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) और बाबा गुरुपद संभव राम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) दिया गया। साथ ही वर्ष 2021 में छात्रा अंशिका राय और वर्ष 2020 में यशस्वी राय को बी.ए. दर्शनशास्त्र में सर्वोच्च अंक मिलने पर अघोराचार्य बाबा कीनाराम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) और बाबा राजेश्वर राम स्वर्ण-पदक (गोल्ड मेडल) प्राप्त हुआ।