DUSHARA AUR PAAN : आखिर रावण दहन के बाद क्यों खाई जाती है पान, जानिए इसके पीछे की कहानी और स्वादिष्ट मावा पान की रेसिपी
रावण से जीत की ख़ुशी में भगवान राम की वानर सेना ने खाये थे पान के पत्ते, इसलिए दशहरा में रावण दहन के बाद पान खाई जाती है .

DUSHARA AUR PAAN : आज विजयादशमी है और आज के दिन रावण दहन के पश्चात् पान खाने की परम्परा होती है. आज के दिन पान खाने से सुख समृद्धि के साथ शरीर भी स्वस्थ्य रहता है. पर क्या आपको पता है की आज असल में पान क्यों खाई जाती है.
दरअसल रावण से हुए युद्ध में जीत के बाद भगवान राम की सबसे बड़ी सेना वानर सेना ने पान के पत्ते खाकर जीत की ख़ुशी मनाई थी. इसलिए इस दिन से पान खाने की परम्परा बनाई गई है. तो फिर चलिए इस मौके पर जानते हैं स्वादिष्ट मावा पान की रेसिपी.
दशहरा पर क्यों खाया जाता है पान ? (Why is betel leaf eaten on Dussehra)
कुछ जगहों पर दशहरे के दिन पान खाने की परंपरा है. कहते हैं कि इस दिन ऐसा करके लोग अधर्म पर हुई धर्म की जीत की खुशी व्यक्त करते हैं. माना जाता है कि रावण से युद्ध जीतने की खुशी को वानरों ने पान के पत्ते खाकर सेलिब्रेट किया था. उसी दिन विजयदशमी पर पान का सेवन करना शुभ माना जाने लगा. वहीं, वैज्ञानिक दृष्टि से देखें तो पान का पत्ता एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुणों से भरपूर होता है, जो पाचन को बेहतर करने में मदद करता है.इतना ही नहीं पान मुंह की दुर्गंध को दूर करने में भी मददगार माना जाता है.
कैसे बनाएं स्वादिष्ट मावा पान- (How To Make Mawa Paan Recipe)
सामग्री-
- पान के पत्ते
- मावा (खोया)
- चीनी पाउडर
- इलायची पाउडर
- पिस्ता और बादाम के टुकड़े
विधि-
1. पान के पत्तों को साफ करें और उन्हें सुखा लें.
2. मावा, चीनी पाउडर, इलायची पाउडर, और पिस्ता और बादाम के टुकड़ों को मिलाकर एक मिश्रण बनाएं.
3. पान के पत्तों पर इस मिश्रण को रखें और पत्तों को बंद करें.
4. पान को मुंह में रखें और इसका आनंद लें.
