अघोरेश्वर महानिर्वाण दिवस श्रद्धा एवं भक्तिमय वातावरण में मनाया गया, अष्टयाम समेत कई कार्यक्रम हुए
वाराणसी। पड़ाव के गंगातट स्थित अघोरेश्वर महाविभूति स्थल के प्रांगण में परमपूज्य अघोरेश्वर भगवान राम जी का 31वां महानिर्वाण दिवस भक्तिभाव से मनाया गया। 29 नवम्बर को दोपहर 1:30 बजे से हो रहे अष्टयाम अखंड संकीर्तन (अघोरान्ना परो मन्त्रः नास्ति तत्त्वं गुरोः परम्) का परायण 30 नवंबर को दोपहर 1:30 बजे पूज्य बाबा जी द्वारा अघोरेश्वर महाप्रभु की समाधि में आरती पूजन के साथ हुआ।
इस संकीर्तन का शुभारम्भ आरती-पूजन के साथ परमपूज्य अघोरेश्वर बाबा भगवान राम जी की समाधि की पांच परिक्रमा करते हुए पूज्यपाद औघड़ बाबा गुरुपद संभव रामजी ने किया।
इस मौके पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम का शुभारम्भ 29 नवम्बर को प्रात:कालीन सफाई-श्रमदान के साथ हुआ। बाबा भगवान राम ट्रस्ट, सर्वेश्वरी समूह एवं अघोर परिषद ट्रस्ट के अध्यक्ष तथा अघोरेश्वर महाप्रभु के उत्तराधिकारी पूज्यपाद औघड़ बाबा गुरुपद संभव राम जी के सान्निध्य में तथा हजारों की संख्या में शिष्यों एवं श्रद्धालुओं की उपस्थिति में श्रद्धा एवं भक्तिमय वातावरण में मनाया गया। लगभग 8:30 बजे पूज्यपाद बाबा गुरुपद संभव राम जी ने अघोरेश्वर महाप्रभु की भव्य एवं दिव्य समाधि में अघोरेश्वर महाप्रभु की प्रतिमा के समक्ष पुष्पांजलि, माल्यार्पण, पूजन एवं आरती किया। पृथ्वीपाल ने सफलयोनि का पाठ किया। तत्पश्चात पूज्य बाबा ने हवन का कार्यक्रम संपन्न किया।
उल्लेखनीय है कि 30 नवम्बर को सायं 4 बजे से सर्वेश्वरी समूह की सभी शाखाओं के पदाधिकारियों के लिए एक कार्यशाला का आयोजन अघोरेश्वर महाविभूति स्थल के पुनीत प्रांगण में किया गया। कार्यशाला का यह कार्यक्रम आज 1 दिसंबर को भी होगा। कार्यशाला के माध्यम से संस्था के जनकल्याणकारी कार्यक्रमों को शासकीय नियम-कानून के दिशा-निर्देशों का समुचित पालन करते हुए अच्छे से संचालित करने और उसमें गति लाने की प्रेरणा संस्था की केन्द्रीय कार्यकारिणी के पदाधिकारियों द्वारा दी जाएगी। इस निमित्त सर्वेश्वरी समूह की सभी शाखाओं के कुछ मुख्य पदाधिकारियों को पहले से ही बुला लिया गया है।
अरविन्द कुमार सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर यह जानकारी दी।