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Wodaabe janjati ki anokhi shadi parampara: यहां दूसरे की पत्नी को चुरा के बनाया जाता है संबंध, जानिए वोडाबे जनजाति की अनोखी परंपरा

Wodaabe janjati ki anokhi shadi parampara: : अपने जीवन में आपने कई चोरियों के बारे में सुना होगा,लेकिन क्या आपने किसी के पत्नी को चुराते हुए देखा है? दूसरे की पत्नी को उसके पति के सामने से ही चुरा कर ले जाया जाता है। यह सुनने में काफी अजीब और रहस्यमयी है। ऐसा होता है पश्चिम अफ्रीका के एक खास जनजाति में जिसकी परंपराएं दुनिया भर में अनोखी मानी जाती हैं।

Wodaabe janjati ki anokhi shadi parampara: यहां दूसरे की पत्नी को चुरा के बनाया जाता है संबंध, जानिए वोडाबे जनजाति की अनोखी परंपरा
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By Chirag Sahu

Wodaabe jantati ki anokhi shadi parampra: अपने जीवन में आपने कई चोरियों के बारे में सुना होगा,लेकिन क्या आपने किसी के पत्नी को चुराते हुए देखा है? दूसरे की पत्नी को उसके पति के सामने से ही चुरा कर ले जाया जाता है। यह सुनने में काफी अजीब और रहस्यमयी है। ऐसा होता है पश्चिम अफ्रीका के एक खास जनजाति में जिसकी परंपराएं दुनिया भर में अनोखी मानी जाती हैं। वह है वोडाबे जनजाति, ये फुलानी जातीय समूह की एक छोटी शाखा है जो मुख्य रूप से नाइजीरिया और मध्य अफ्रीका में निवास करते है। इस जनजाति के लोग खानाबदोश और पशुपालक होते हैं। आइए जानते है इस ट्राइब की अनोखी पत्नी चोरी करने वाली परंपरा के बारे में।

अद्भुत गेरेवोल महोत्सव का आयोजन

वोडाबे समुदाय में हर साल सितंबर के अंत में गेरेवोल महोत्सव का आयोजन किया जाता है। यह उत्सव बारिश के मौसम की समाप्ति के बाद मनाया जाता है। इसमें एक विशाल बाजार और विभिन्न कबीलों की बैठकें होती हैं। इस महोत्सव में एक नृत्य प्रतियोगिता, दहेज पर बातचीत और युवाओं के लिए मिलन का अवसर प्रदान किया जाता है।

गेरेवोल महोत्सव में पुरुषों की तैयारी अत्यंत रोचक होती है। वे लगभग 6 घंटे तक अपने आप को तैयार करते हैं और अपने चेहरे पर लाल–पीली मिट्टी से पेंटिंग करते हैं। आंखों को अधिक चमकदार दिखाने के लिए काजल लगाया जाता है, और दांतों को भी चमकाया जाता है। बालों को शुतुरमुर्ग के पंखों से सजाया जाता है साथ ही उनके कपड़े मोतियों, बटनों और विभिन्न रंगीन सजावटों से भरे होते हैं।

महोत्सव की खास बात

पुरुषों के याके नृत्य से महोत्सव की शुरुआत होती है। इसमें समूह गायन, ताली बजाना, पैर पटकना, आंखों और मुंह से क्रियाएं करना शामिल है। जिस प्रकार से छत्तीसगढ़ राज्य के आदिवासी इलाकों में घोटूल परंपरा चलती है, जिसमें पुरुष और महिलाएं एक दूसरे को चुनते हैं और जीवन साथी बन जाते हैं कुछ इसी प्रकार से ही वोडाबे जनजाति में भी इस महोत्सव के जरिए महिलाएं योग्य पुरुष का चुनाव करती हैं, परंतु इनकी विवाह पद्धति बाकी जनजाति से बिल्कुल अलग होती है।

पति के पीठ पीछे उसकी पत्नी को भगा ले जाना

वोडाबे जनजाति में विवाह की दो प्रणाली हैं। पहली शादी पारंपरिक रूप से घर-परिवार द्वारा आयोजित की जाती है। लेकिन दूसरी शादी के लिए पुरुष को दूसरे की पत्नी को चुराना होता है। गेरेवोल महोत्सव के दौरान पुरुष अपनी शारीरिक दक्षता, नृत्य और सुंदरता को प्रस्तुत करते हैं और महिलाओं को रिझाने का प्रयास करते हैं। इसी समय महिलाएं अपने योग्य वर को इशारा देती है कि वह उस पुरुष को अपने जीवनसाथी के रूप में मान चुकी है।

इस परंपरा की सबसे खास बात यह है कि इसमें शादीशुदा महिलाएं भी शामिल हो सकती है। जब शादीशुदा महिलाएं इस महोत्सव में किसी को अपना वर चुनती हैं, तो उस पुरुष को बिना किसी के सामने आए यानी छुप के उसी रात उस महिला को अपने शिविर में ले जाना होता है। यदि वह पुरुष ऐसा करने में कामयाब हो जाता है तो अगले दिन पूरे धूमधाम से महिला की शादी उस नए पुरुष से कर दी जाती है। सबसे आश्चर्य की बात यह है कि इसमें उसके पुराने पति और कबीले वालों को कोई आपत्ति नहीं होती। इस प्रणाली से महिलाओं को अपने साथी चुनने की स्वतंत्रता मिलती है।

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