Reliance Jio: डाटा खपत में रिलायंस जियो बना दुनिया का नंबर वन नेटवर्क, चीनी कंपनियों से आगे निकला...
Reliance Jio: जियो 5जी नेटवर्क से जुड़े करीब 13 करोड़ ग्राहक बड़ी तादाद में डाटा का उपयोग करते हैं। अभी जियो के 5जी नेटवर्क पर बिना शुल्क अनलिमिटेड डाटा उपल्ब्ध है। 5जी ग्राहकों की यह संख्या कितनी बड़ी है, इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि अगर चीन को छोड़ दें तो यह नंबर दुनिया में सबसे बड़ा है।
- डाटा खपत जून तिमाही में 4400 करोड़ जीबी से अधिक रहा
- करीब 33 फीसदी से ज्यादा बढ़ी डाटा की खपत
- हर ग्राहक औसतन 1 जीबी प्रति दिन कर रहा इस्तेमाल
नई दिल्ली। चीनी कंपनियों को पीछे धकेल कर रिलायंस जियो दुनिया भर में डाटा खपत के मामले में नंबर वन कंपनी बन गई है। कंपनी के जून तिमाही के नतीजों में इस बात का खुलासा हुआ कि जियो नेटवर्क पर डाटा खपत तिमाही में 44 एक्साबाइट यानी 4400 करोड़ जीबी से आगे निकल गई है। यह पिछले साल के मुकाबले करीब 33 फीसदी का उछाल है। देश में पहली बार किसी टेलीकॉम नेटवर्क पर ग्राहक औसतन प्रति दिन 1 जीबी से कुछ अधिक का इस्तेमाल कर रहे हैं।
जियो 5जी नेटवर्क से जुड़े करीब 13 करोड़ ग्राहक बड़ी तादाद में डाटा का उपयोग करते हैं। अभी जियो के 5जी नेटवर्क पर बिना शुल्क अनलिमिटेड डाटा उपल्ब्ध है। 5जी ग्राहकों की यह संख्या कितनी बड़ी है, इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि अगर चीन को छोड़ दें तो यह नंबर दुनिया में सबसे बड़ा है। बताते चलें कि जियो के करीब 49 करोड़ ग्राहक हैं, जिनमें से 4 करोड़ के आस-पास पिछले साल भर में जियो नेटवर्क से जुड़े हैं।
तिमाही नतीजों पर रिलायंस जियो इन्फोकॉम के चेयरमैन आकाश एम अंबानी ने कहा, "गुणवत्तापूर्ण उच्च कवरेज़ वाला, किफायती इंटरनेट डिजिटल इंडिया की रीढ़ है और जियो को इसमें योगदान देने पर गर्व है। हमारे नए प्रीपेड प्लान्स, 5G और AI के क्षेत्र में इनोवेशन और सतत विकास को को बढ़ावा देंगे। ‘कस्टमर फर्स्ट’ दृष्टिकोण के साथ, अपने बेहतर नेटवर्क और नए सेवा प्रस्तावों के दम पर जियो अपनी मार्केट लीडरशिप को और मजबूत करेगा।“
फिक्स्ड वायरलेस के मामले में भी जियो ने झंडे गाड़ दिये हैं। 10 लाख से अधिक घरों व परिसरों को एयरफाइबर से सबसे तेजी से जोड़ने वाली जियो पहली कंपनी बन गई है। डाटा खपत के साथ जियो के ग्राहक मोबाइल पर बातें भी खूब कर रहे हैं। कंपनी नेटवर्क पर वॉयस कॉलिंग तिमाही में 1.42 ट्रिलियन मिनट के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गई जो 6 फीसदी अधिक है।