PM Kaushal Vikas Yojana 2025: प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2025; मुफ्त ट्रेनिंग के साथ मिलेंगे हर महीने 8000 रुपये, पढ़ें योजना से जुड़ी हर डिटेल!
PM Kaushal Vikas Yojana 2025: भारत एक युवा देश है, जिसकी जनसंख्या का बड़ा हिस्सा 35 वर्ष से कम उम्र का है। इस विशाल युवा शक्ति को यदि सही दिशा और अवसर मिले तो यह देश की सबसे बड़ी ताकत बन सकती है। इसी सोच के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई 2015 को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य केवल शिक्षा या डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि युवाओं को व्यावहारिक और उद्योग से जुड़े कौशल सिखाकर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना था। वर्ष 2025 में यह योजना अपने नए स्वरूप, यानी PMKVY 4.0 के रूप में लागू हो चुकी है, जिसमें तकनीक और डिजिटल कौशल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।

PM Kaushal Vikas Yojana 2025: भारत एक युवा देश है, जिसकी जनसंख्या का बड़ा हिस्सा 35 वर्ष से कम उम्र का है। इस विशाल युवा शक्ति को यदि सही दिशा और अवसर मिले तो यह देश की सबसे बड़ी ताकत बन सकती है। इसी सोच के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 जुलाई 2015 को प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की शुरुआत की थी। इस योजना का उद्देश्य केवल शिक्षा या डिग्री प्रदान करना नहीं, बल्कि युवाओं को व्यावहारिक और उद्योग से जुड़े कौशल सिखाकर उन्हें रोजगार और स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराना था। वर्ष 2025 में यह योजना अपने नए स्वरूप, यानी PMKVY 4.0 के रूप में लागू हो चुकी है, जिसमें तकनीक और डिजिटल कौशल पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
किस विभाग द्वारा संचालित है यह योजना
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का संचालन कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय द्वारा किया जाता है। यह मंत्रालय भारत सरकार का वह विभाग है जो स्किल इंडिया मिशन की रूपरेखा तैयार करता है और देशभर में स्किल डवलपमेंट से जुड़े सभी कार्यक्रमों का मार्गदर्शन करता है। लेकिन इस योजना को ज़मीनी स्तर पर लागू करने की जिम्मेदारी नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) की है।
NSDC एक पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप मॉडल पर आधारित संस्था है, जो ट्रेनिंग पार्टनर्स, सेक्टर स्किल काउंसिल्स और प्रधामंत्री कौशल केंद्रों (PMKKs) के माध्यम से देश के अलग-अलग हिस्सों में प्रशिक्षण उपलब्ध कराती है। इस संरचना के कारण यह योजना न केवल बड़े शहरों बल्कि छोटे कस्बों और ग्रामीण क्षेत्रों तक भी पहुंच बना पाई है। 1.6 करोड़ युवा अब तक इस योजना का लाभ उठा चुके है। जिसमें 43 फीसदी युवाओं का प्लेसमेंट हुआ है।
योजना का पहला चरण शुरू: PMKVY 2.0 (2015)
जब 2015 में इस योजना का पहला चरण शुरू हुआ, तब सरकार का लक्ष्य बड़ी संख्या में युवाओं को मुफ्त प्रशिक्षण और प्रमाणपत्र उपलब्ध कराना था। शुरुआती दौर में लाखों युवाओं ने इसमें भाग लिया और विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षण प्राप्त किया। इसके बाद 2016 से 2020 तक इसका दूसरा चरण चला, जिसे PMKVY 2.0 कहा गया। इसमें न केवल शॉर्ट-टर्म ट्रेनिंग (15–45 आयु वर्ग) और स्पेशल प्रोजेक्ट ट्रेनिंग (15–45 आयु वर्ग) को मजबूत किया गया, बल्कि Recognition of Prior Learning (RPL) (18–59 आयु वर्ग) को भी जोड़ा गया।
इस सुविधा के तहत वे श्रमिक, जिनके पास पहले से किसी क्षेत्र का कौशल है लेकिन औपचारिक प्रमाणपत्र नहीं है, उनका मूल्यांकन कर उन्हें प्रमाणपत्र दिया गया। यह कदम खासतौर पर अनौपचारिक क्षेत्र में काम करने वाले लाखों लोगों के लिए बेहद उपयोगी साबित हुआ।
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना PMKVY 3.0 लागू
साल 2021 से 2024 के बीच PMKVY 3.0 लागू हुआ। इस दौरान डिजिटल इंडिया के विज़न को ध्यान में रखते हुए ऑनलाइन और हाइब्रिड प्रशिक्षण की व्यवस्था शुरू की गई। COVID-19 महामारी के बाद जब ऑनलाइन शिक्षा और डिजिटल प्लेटफॉर्म का महत्व बढ़ गया, तब सरकार ने भी युवाओं को डिजिटल कौशल देने और उन्हें ऑनलाइन माध्यम से जोड़ने पर ज़ोर दिया। इसी कारण अब वर्ष 2025 में जो नया स्वरूप आया है, उसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, डेटा एनालिटिक्स, ग्रीन एनर्जी, इलेक्ट्रिक व्हीकल टेक्नोलॉजी और डिजिटल मार्केटिंग जैसे आधुनिक क्षेत्रों में भी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जा रहा है।
मुफ्त प्रशिक्षण के साथ 8000 रु. का प्रोत्साहन
इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें केवल प्रशिक्षण ही नहीं दिया जाता, बल्कि सफल उम्मीदवारों को औसतन आठ हजार रुपये का प्रोत्साहन भी प्रदान किया जाता है। हालांकि यह मासिक वेतन नहीं है, बल्कि प्रशिक्षण पूर्ण करने और मूल्यांकन पास करने के बाद मिलने वाला औसत रिवॉर्ड है। इसका उद्देश्य युवाओं को प्रोत्साहित करना और उन्हें प्रमाणित कौशलधारी के रूप में कार्यबल में जोड़ना है। कई बार युवाओं में यह भ्रम फैल जाता है कि उन्हें हर महीने वेतन मिलेगा, जबकि वास्तव में यह एकमुश्त राशि है जो योजना पूरी होने के बाद दी जाती है। इसके अलावा कुछ विशेष प्रोजेक्ट्स और अप्रेंटिसशिप कार्यक्रमों में अलग-अलग स्टाइपेंड भी उपलब्ध कराए जाते हैं।
कौन–कौन है इस योजना के लिए पात्र
पात्रता की बात करें तो इस योजना में 15 वर्ष से लेकर 59 वर्ष तक के भारतीय नागरिक भाग ले सकते हैं। इसमें बेरोज़गार युवा, स्कूल या कॉलेज छोड़ चुके विद्यार्थी, और वे लोग भी शामिल हैं जो पहले से किसी क्षेत्र में कार्यरत हैं लेकिन प्रमाणपत्र की कमी के कारण उन्हें अच्छे अवसर नहीं मिल पा रहे। आवेदन करते समय आधार कार्ड, पासपोर्ट साइज फोटो और बैंक खाता विवरण जैसे बुनियादी दस्तावेज़ों की आवश्यकता होती है। कुछ विशेष कोर्स के लिए शैक्षणिक योग्यता भी अनिवार्य हो सकती है।
आवेदन की पूरी प्रक्रिया
आवेदन की प्रक्रिया अब पूरी तरह सरल और डिजिटल हो चुकी है। इच्छुक उम्मीदवार स्किल इंडिया डिजिटल हब या प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के पोर्टल पर जाकर अपना रजिस्ट्रेशन कर सकते हैं। वहां उन्हें कोर्स और ट्रेनिंग सेंटर का चयन करना होता है। इसके अलावा इच्छुक अभ्यर्थी अपने नज़दीकी प्रधानमंत्री कौशल केंद्र में जाकर ऑफलाइन भी नामांकन कर सकते हैं। एक बार पंजीकरण के बाद उम्मीदवार को बैच में शामिल किया जाता है और ट्रेनिंग सेंटर पर निर्धारित समय के अनुसार प्रशिक्षण शुरू हो जाता है।
किन–किन क्षेत्रों में होता है प्रशिक्षण
प्रशिक्षण के क्षेत्र की बात करें तो PMKVY के अंतर्गत सैकड़ों सेक्टर और जॉब रोल शामिल किए गए हैं। इसमें आईटी और आईटीईएस, इलेक्ट्रॉनिक्स, ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी, ब्यूटी एंड वेलनेस, हेल्थकेयर, फैब्रिकेशन, कृषि आधारित कौशल और खाद्य प्रसंस्करण जैसी पारंपरिक और आधुनिक दोनों ही श्रेणियाँ शामिल हैं।
नई तकनीकों की मांग को देखते हुए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, ब्लॉकचेन, डिजिटल मार्केटिंग और ग्रीन टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों को भी जोड़ा गया है। इस तरह योजना का उद्देश्य युवाओं को केवल रोजगार के लिए तैयार करना नहीं, बल्कि उन्हें भविष्य के उद्योगों के लिए भी सक्षम बनाना है।
रोजगार के साथ युवाओं पर प्रभाव
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का असर केवल रोजगार तक ही सीमित नहीं है। यह योजना आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी एक अहम कदम है। जब युवा कौशल के साथ रोजगार या स्वरोजगार की ओर बढ़ते हैं, तो वे न केवल अपनी ज़िंदगी सुधारते हैं, बल्कि समाज और देश की अर्थव्यवस्था को भी मजबूत बनाते हैं। स्वरोजगार करने वाले प्रशिक्षित लोग स्थानीय स्तर पर नए अवसर पैदा करते हैं, जिससे छोटे कस्बों और ग्रामीण इलाकों का विकास भी तेज़ी से होता है।
Recognition of Prior Learning (RPL) की सुविधा
इस योजना की एक और बड़ी ताकत है—Recognition of Prior Learning। भारत जैसे देश में बड़ी संख्या में लोग ऐसे हैं जो वर्षों से किसी काम में दक्ष हैं, लेकिन उनके पास प्रमाणपत्र नहीं है। ऐसे में वे अपने हुनर के बावजूद अच्छी नौकरी या सम्मानजनक वेतन नहीं पा पाते। PMKVY ने इन श्रमिकों को औपचारिक पहचान देकर उनके लिए नए अवसरों के द्वार खोले हैं। इससे न केवल उनकी आय बढ़ी है, बल्कि समाज में उनकी पहचान भी बदली है।
वर्ष 2025 में योजना में हुए बदलाव
वर्ष 2025 तक आते-आते इस योजना में न सिर्फ ट्रेनिंग के तौर-तरीके बदले हैं, बल्कि इसका दायरा भी विस्तृत हुआ है। अब यह योजना केवल युवाओं को कौशल सिखाने तक सीमित नहीं है, बल्कि उन्हें डिजिटल प्लेटफॉर्म से जोड़ने, ऑनलाइन शिक्षा उपलब्ध कराने और उद्योगों की मांग के अनुरूप तैयार करने का प्रयास भी करती है। आज के दौर में जब वैश्विक स्तर पर रोजगार के मानक लगातार बदल रहे हैं, तब PMKVY जैसे कार्यक्रम भारत के युवाओं को प्रतिस्पर्धा के लिए तैयार कर रहे हैं।
अंततः कहा जा सकता है कि प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना 2025 भारत के कौशल विकास प्रयासों की धुरी है। यह योजना साबित करती है कि यदि किसी राष्ट्र की सबसे बड़ी ताकत उसका युवा वर्ग है तो उसे केवल शिक्षा नहीं, बल्कि सही कौशल और अवसर देने की भी ज़िम्मेदारी सरकार की होती है। इस योजना ने अब तक लाखों युवाओं की ज़िंदगी बदली है और आने वाले वर्षों में करोड़ों और युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने का लक्ष्य रखा है। आत्मनिर्भर भारत और विश्वगुरु बनने का सपना तभी साकार हो सकता है जब युवा आत्मविश्वास और हुनर से लैस हों। PMKVY 2025 इसी दिशा में भारत सरकार की दूरदर्शी पहल है, जो युवाओं को अवसर, सम्मान और भविष्य तीनों उपलब्ध कराती है।
FAQ:
1. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना क्या है? | What is PMKVY?
प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना (PMKVY) भारत सरकार द्वारा शुरू की गई एक महत्वाकांक्षी योजना है, जिसका उद्देश्य युवाओं को उद्योग की जरूरत के अनुसार कौशल प्रदान करना है। यह योजना कौशल विकास और उद्यमिता मंत्रालय (MSDE) द्वारा संचालित होती है और नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन (NSDC) के माध्यम से देशभर में लागू की जाती है।
2. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना का उद्देश्य | Objective of PMKVY
इस योजना का मुख्य उद्देश्य युवाओं को रोजगार-उन्मुख कौशल सिखाकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। इसका लक्ष्य केवल नौकरी देना नहीं, बल्कि युवाओं को इतना सक्षम बनाना है कि वे स्वयं का व्यवसाय भी शुरू कर सकें। साथ ही, यह योजना भारत को "कौशल युक्त राष्ट्र" बनाने की दिशा में एक अहम कदम है।
3. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की विशेषताएं | Key Features of PMKVY
योजना की कुछ प्रमुख विशेषताएं इस प्रकार हैं—
• युवाओं को मुफ्त कौशल प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जाता है।
• प्रशिक्षण पूरा करने और मूल्यांकन पास करने पर औसतन 8000 रुपये का प्रोत्साहन दिया जाता है।
• प्रशिक्षण देशभर में फैले प्रधानमंत्री कौशल केंद्रों (PMKKs) पर कराया जाता है।
• योजना में Recognition of Prior Learning (RPL) की सुविधा भी है, जिसके तहत अनुभवी श्रमिकों को औपचारिक प्रमाणपत्र दिया जाता है।
• प्रशिक्षण के बाद युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए इंडस्ट्री लिंक बनाए गए हैं।
4. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना के फायदे | Benefits of PMKVY
यह योजना युवाओं और देश दोनों के लिए फायदेमंद है।
• युवाओं को रोजगार पाने के लिए आवश्यक कौशल प्राप्त होता है।
• स्वरोजगार करने के अवसर भी मिलते हैं।
• प्रशिक्षण पूरी तरह मुफ्त है, यानी आर्थिक बोझ नहीं पड़ता।
• प्रमाणपत्र मिलने से देश-विदेश में नौकरी के नए अवसर खुलते हैं।
• ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों तक प्रशिक्षण पहुँचता है।
5. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना में कितना पैसा मिलता है? | How Much Incentive in PMKVY
इस योजना के तहत युवाओं को प्रशिक्षण पूरा करने और परीक्षा पास करने के बाद औसतन 8000 रुपये तक की राशि प्रोत्साहन के रूप में दी जाती है। यह सीधे उम्मीदवार के बैंक खाते में भेजी जाती है। ध्यान रहे कि यह वेतन नहीं है, बल्कि प्रशिक्षण प्रोत्साहन है।
6. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना की पात्रता | Eligibility for PMKVY
इस योजना का लाभ लेने के लिए कुछ शर्तें तय की गई हैं—
• अभ्यर्थी भारतीय नागरिक होना चाहिए।
• आयु सीमा 15 से 59 वर्ष तक निर्धारित है।
• बेरोजगार युवा, स्कूल/कॉलेज ड्रॉपआउट और कामकाजी लोग सभी इसमें शामिल हो सकते हैं।
• आधार कार्ड और बैंक खाता अनिवार्य है।
7. PMKVY योजना के लिए आवेदन कैसे करें? | How to Apply for PMKVY
इस योजना के लिए आवेदन करना बेहद आसान है।
• सबसे पहले PMKVY की आधिकारिक वेबसाइट https://www.skillindiadigital.gov.in/home या स्किल इंडिया डिजिटल हब पर जाएं।
• रजिस्ट्रेशन कर अपने विवरण भरें।
• उपलब्ध कोर्स और नज़दीकी ट्रेनिंग सेंटर का चयन करें।
• दस्तावेज़ अपलोड कर पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करें।
• तय तारीख पर आपके चयनित सेंटर में प्रशिक्षण शुरू हो जाएगा।
8. पीएमकेवीवाई योजना के लिए ज़रूरी दस्तावेज़ | Required Documents for PMKVY
• आधार कार्ड
• पासपोर्ट साइज फोटो
• बैंक खाता विवरण
• मोबाइल नंबर
• शैक्षणिक प्रमाण पत्र (यदि कोर्स के अनुसार आवश्यक हो)
9. PMKVY के तहत मिलने वाली ट्रेनिंग | Training Available under PMKVY
इस योजना के अंतर्गत कई सेक्टर्स में ट्रेनिंग दी जाती है, जैसे
• आईटी और आईटीईएस
• इलेक्ट्रॉनिक्स और हार्डवेयर
• हेल्थकेयर
• ब्यूटी एंड वेलनेस
• हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म
• ऑटोमोबाइल
• कृषि और खाद्य प्रसंस्करण
• ग्रीन एनर्जी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और डिजिटल मार्केटिंग जैसे नए क्षेत्र
10. PMKVY की ट्रेनिंग ऑनलाइन होगी या ऑफलाइन? | Online or Offline Training in PMKVY
इस योजना के तहत प्रशिक्षण ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों मोड में उपलब्ध है। उम्मीदवार अपनी सुविधा के अनुसार विकल्प चुन सकते हैं। हालांकि, प्रैक्टिकल ट्रेनिंग के लिए ऑफलाइन मोड अधिक उपयुक्त होता है।
11. प्रधानमंत्री कौशल विकास योजना से जुड़े अन्य सवाल (FAQs) | Other FAQs about PMKVY
प्रश्न 1: क्या PMKVY के तहत मिलने वाला पैसा हर महीने दिया जाता है?
नहीं, यह पैसा मासिक वेतन नहीं है। प्रशिक्षण पूरा करने और परीक्षा पास करने पर औसतन 8000 रुपये प्रोत्साहन के रूप में दिया जाता है।
प्रश्न 2: क्या योजना में सभी युवाओं को नौकरी मिलती है?
सरकार रोजगार से जोड़ने की कोशिश करती है, लेकिन नौकरी की गारंटी नहीं है। कौशल और अवसर के आधार पर रोजगार मिलता है।
प्रश्न 3: क्या आवेदन करने के लिए शुल्क लगता है?
नहीं, यह पूरी तरह मुफ्त योजना है।
प्रश्न 4: क्या ग्रामीण क्षेत्र के लोग भी लाभ ले सकते हैं?
हाँ, देशभर में प्रधानमंत्री कौशल केंद्र खोले गए हैं ताकि ग्रामीण और दूरदराज़ के क्षेत्र के युवा भी इसका लाभ उठा सकें।
