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Plant Care in Monsoon : मानसून में पौधों की केयर चैलेजिंग टास्क, जानें कैसे तरोताजां रहेंगे आपके गार्डन

मानसून में बढ़ती ह्यूमिडिटी को प्लांट्स के लिए बेस्ट माना जाता है. लेकिन बारिश के मौसम में कई बार पौधों में कीड़े लगने लगते हैं. तो कहीं ज्यादा पानी की वजह से पौधे गलना भी शुरू हो जाते हैं.

Plant Care in Monsoon : मानसून में पौधों की केयर चैलेजिंग टास्क, जानें कैसे तरोताजां रहेंगे आपके गार्डन
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By Meenu

मानसून की बारिश पेड़-पौधों के लिए वरदान साबित होती है. लेकिन मानसून में जहां एक तरफ मानसून पेड़-पौधों और फसलों में जान फूंकने का काम करता है. वहीं प्लांट्स पर मानसून के कई साइड इफेक्ट्स भी देखने को मिलते हैं. ऐसे में बरसात के दौरान कुछ आसान तरीकों की मदद से प्लांट्स का ख्याल (Plant care) रखकर आप इनकी प्रॉपर देखभाल कर सकते हैं.

वैसे तो मानसून में बढ़ती ह्यूमिडिटी को प्लांट्स के लिए बेस्ट माना जाता है. लेकिन बारिश के मौसम में कई बार पौधों में कीड़े लगने लगते हैं. तो कहीं ज्यादा पानी की वजह से पौधे गलना भी शुरू हो जाते हैं.

ऐसे में पौधों की सुरक्षा गार्डनर के लिए काफी चैलेजिंग टास्क बन जाता है. इसीलिए हमने रायपुर के कुछ प्लांट नर्सरी से पौधों की देखरेख को लेकर कुछ टिप्स लिए है, जो आपसे शेयर करने जा रहे हैं. जिन्हें फॉलो कर आप पौधों को आसानी से मानसून के साइड इफेक्ट से दूर रख सकते हैं और अपने गार्डन को मेंटेन रख सकते हैं.


सेफ जगह का चुनाव करना बेहतर

गौरव गार्डन नर्सरी के अनुसार मानसून में पौधों को रखने के लिए किसी सेफ जगह का चुनाव करना बेहतर रहता है. ऐसे में पौधों को रखने के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी, धूप और हवा वाली जगह का चुनाव करें. साथ ही बहुत ज्यादा पानी गिरने वाली जगह पर पौधों को रखने से बचें.


पानी की मात्रा पर दें ध्यान

मानसून के दौरान पौधों को काफी पानी मिल जाता है. जिसके कारण ज्यादा भार पड़ने से पौधों की जड़ें कमजोर होने लगती हैं और पौधों की ग्रोथ भी कम हो जाती है. इसलिए समय-समय पर गमलों की जांच करते रहें और दोपहर तीन बजे के बाद पौधों में पानी न डालें.



कीड़ों से करें सुरक्षा



मानसून में निकलने वाले कुछ कीड़े पौधों के लिए अच्छे माने जाते हैं. जैसे मिट्टी में रहने वाले केंचुए मिट्टी को नाइट्रेटिंग करने का काम करते हैं. हालांकि, कुछ कीड़े प्लांट्स को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं. वहीं पौधों से पानी न निकलने की स्थिति में कई तरह के कीड़े लगने की संभावना बढ़ भी जाती है. इसलिए पौधों का ड्रेनेज सिस्टम अच्छे से जांच लें.

कीटनाशक का छिड़काव जरूर करें

गीता नर्सरी के अनुसार बरसात में इनडोर प्लांट्स को हेल्दी रखने के लिए हफ्ते में एक बार इन पर कीटनाशक का छिड़काव जरूर करें. जिससे इन पौधों में कीड़े नहीं लगेंगे. वहीं आउटडोर प्लांट्स का रख-रखाव करने के लिए आप इन पर प्लास्टिक की छेद वाली चादर डाल सकते हैं. इससे पौधों को पर्याप्त मात्रा में पानी मिलता रहेगा और इनमें पानी का अधिक भराव भी नहीं होगा.

धूप और खाद पर दें ध्यान


मानसून में पौधों को सही वेंटिलेशन और लाइट वाली जगह पर रखें. जहां से पौधों को पर्याप्त मात्रा में सनलाइट मिल सके. इसके अलावा जरूरत पड़ने पर पौधों में फर्टिलाइजर्स का छिड़काव जरूर करें. मगर ध्यान रहे पौधों में खाद डालने के लिए सुबह का समय ही बेहतर रहता है

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