Kotmi Sonar Crocodile Park: छत्तीसगढ़ का एकमात्र सक्रिय मगरमच्छ संरक्षण केंद्र, जानिए कोटमी सोनार मगरमच्छ पार्क के बारे में
Kotmi Sonar Crocodile Park: छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर-चांपा जिले में स्थित अकलतरा तहसील में कोटमी सोनार मगरमच्छ पार्क एक ऐसा स्थल है, जो वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह राज्य का एकमात्र सक्रिय मगरमच्छ संरक्षण केंद्र है, जहां न केवल मगरमच्छों का संरक्षण किया जाता है बल्कि शोधकर्ताओं और पर्यटकों को भी इसकी जैविक विविधता का अनुभव प्राप्त होता है। पार्क का उद्देश्य स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखना और मगरमच्छों की प्राकृतिक प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देना है।

Kotmi Sonar Crocodile Park: छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर-चांपा जिले में स्थित अकलतरा तहसील में कोटमी सोनार मगरमच्छ पार्क एक ऐसा स्थल है, जो वन्यजीव संरक्षण और पर्यटन दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। यह राज्य का एकमात्र सक्रिय मगरमच्छ संरक्षण केंद्र है, जहां न केवल मगरमच्छों का संरक्षण किया जाता है बल्कि शोधकर्ताओं और पर्यटकों को भी इसकी जैविक विविधता का अनुभव प्राप्त होता है। पार्क का उद्देश्य स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र को सुरक्षित रखना और मगरमच्छों की प्राकृतिक प्रजनन क्षमता को बढ़ावा देना है।
कोटमी सोनार पार्क की स्थापना
कोटमी सोनार पार्क की स्थापना वन्यजीव संरक्षण के दृष्टिकोण से की गई थी। इसका उद्घाटन 23 अगस्त 2008 को हुआ था, जबकि इसकी नींव 9 मई 2006 को रखी गई थी। यह क्षेत्र पहले जंगल और नदी के किनारे स्थित प्राकृतिक आवास के रूप में जाना जाता था, जहां मगरमच्छ स्वतंत्र रूप से रहते थे। पार्क के बनने के बाद, स्थानीय प्रशासन ने यहाँ मगरमच्छों के संरक्षण के लिए आधुनिक सुविधाएँ विकसित कीं। पार्क की स्थापना ने यह सुनिश्चित किया कि मगरमच्छों की प्रजातियाँ प्राकृतिक रूप से सुरक्षित रहें और उनके लिए उपयुक्त प्रजनन स्थल उपलब्ध हो।
मगरमच्छों की संख्या (2025)
2025 में किये गए सर्वेक्षण के अनुसार, कोटमी सोनार पार्क में कुल 168 मगरमच्छ पाए गए हैं। इनमें 88 वयस्क, 39 उप-वयस्क, 27 किशोर और 12 वर्षलिंग शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, पार्क में 2 अंडे से निकले बच्चे (हैच्लिंग्स) भी देखे गए। यह आंकड़ा पार्क के संरक्षण प्रयासों की सफलता को दर्शाता है और यह साबित करता है कि यहाँ मगरमच्छों की प्रजनन दर संतोषजनक है। संरक्षण टीम नियमित रूप से उनके स्वास्थ्य और आवास की निगरानी करती है, ताकि उनकी जीवन क्षमता बनी रहे।
पार्क का क्षेत्रफल और आवास
कोटमी सोनार मगरमच्छ पार्क लगभग 94.8 एकड़ (38.3 हेक्टेयर) में फैला हुआ है। यहाँ प्राकृतिक आवास को ध्यान में रखते हुए कई माउंट और छोटे द्वीप बनाए गए हैं, जो मगरमच्छों के लिए सुरक्षित और अनुकूल प्रजनन स्थल प्रदान करते हैं। पार्क में तालाब और छोटे जलाशय हैं, जहाँ मगरमच्छ आराम करते हैं, शिकार करते हैं और सूर्य स्नान करते हैं। यह प्राकृतिक संरचना उन्हें उनके मूल आवास की याद दिलाती है और उनके व्यवहार में किसी प्रकार की कृत्रिमता नहीं लाती।
पर्यटक सुविधाएँ
पार्क में आधुनिक सुविधाएँ विकसित की गई हैं जो पर्यटकों के अनुभव को समृद्ध बनाती हैं। इसमें एनर्जी पार्क, साइंस पार्क और ऑडिटोरियम शामिल हैं। यहाँ पर्यटक मगरमच्छों को प्राकृतिक रूप से तैरते हुए और सूर्य स्नान करते हुए देख सकते हैं। पार्क का दौरा न केवल मनोरंजक है बल्कि शैक्षिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि यहाँ पर्यटक मगरमच्छों और उनके पर्यावरण के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
कोटमीसोनार पहुँच मार्ग
कोटमी सोनार पार्क पहुँचना आसान है। रायपुर हवाई अड्डा पार्क से लगभग 133 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। नजदीकी रेलवे स्टेशन कोटमी सोनार है, जो पार्क के बहुत करीब है। सड़क मार्ग से, अकलतरा से पार्क तक लगभग 9 किलोमीटर की दूरी है और जिला मुख्यालय जांजगीर से यह 35 किलोमीटर दूर स्थित है। इस प्रकार, पार्क सभी प्रकार के पर्यटकों और शोधकर्ताओं के लिए आसानी से सुलभ है।
