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Kanan Pendari Zoo: कानन पेंडारी Zoo: प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों का अनोखा संगम

Kanan Pendari Zoo: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर मंगेली रोड पर स्थित कानन पेंडारी प्राणी उद्यान और वनस्पति उद्यान एक ऐसा स्थल है, जहां प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों का अनोखा संगम देखने को मिलता है।

Kanan Pendari Zoo: कानन पेंडारी Zoo: प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों का अनोखा संगम
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By Chirag Sahu

Kanan Pendari Zoo: छत्तीसगढ़ के बिलासपुर शहर से लगभग 10 किलोमीटर दूर मंगेली रोड पर स्थित कानन पेंडारी प्राणी उद्यान और वनस्पति उद्यान एक ऐसा स्थल है, जहां प्राकृतिक सुंदरता और वन्यजीवों का अनोखा संगम देखने को मिलता है। यह उद्यान न केवल स्थानीय लोगों के बीच लोकप्रिय है, बल्कि आसपास के जिलों से आने वाले पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का प्रमुख केंद्र है। कानन पेंडारी की स्थापना वर्ष 1975 में की गई थी। इसका उद्देश्य था लोगों को प्राकृतिक वातावरण से जोड़ना और वन्यजीवों के संरक्षण को बढ़ावा देना।

केंद्रीय प्राणी उद्यान प्राधिकरण (CZA) ने 2025 में कानन पेंडारी का मूल्यांकन भी किया है, जिसमें जानवरों की देखभाल, भोजन व्यवस्था और संरचनात्मक सुविधाओं की समीक्षा की गई। छत्तीसगढ़ वन विभाग भी नियमित रूप से भोजन और रख-रखाव की निविदाओं के माध्यम से यहां की देखरेख कर रहा है।

कानन पेंडारी का विस्तार और क्षेत्रफल

कानन पेंडारी का विस्तार लगभग 114 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला हुआ है। शहर से थोड़ी दूरी पर होने के कारण यह स्थान शहरी भीड़भाड़ से अलग एक शांत वातावरण प्रदान करता है। यहां का हरियाली से भरपूर परिसर और खुले मैदान प्रकृति प्रेमियों को अपने करीब खींचते हैं।

वन्यजीव और प्रकृति की सुन्दरता

यहां आने वाले पर्यटक कई प्रकार के पशु-पक्षियों और सरीसृपों को नजदीक से देखने का अनुभव प्राप्त करते हैं। बाघ, तेंदुआ, हिरण, विभिन्न प्रजातियों के 700 से भी अधिक जीव-जंतु यहां संरक्षित किए गए हैं। पक्षियों की चहचहाहट और जानवरों की गतिविधियां बच्चों से लेकर बड़ों तक सभी के लिए आकर्षण का केंद्र होती हैं। साथ ही यहां का वनस्पति उद्यान फूलों, पेड़ों और सुसज्जित बागानों से भरपूर है, जो इसे पिकनिक और प्रकृति भ्रमण के लिए आदर्श स्थल बनाता है।

कानन पेंडारी के प्रमुख जीव-जंतु

  • बड़े मांसाहारी: शेर, रॉयल बंगाल टाइगर, सफेद बाघ और तेंदुआ
  • शाकाहारी प्रजातियाँ: चीतल (हिरण), काला हिरण (ब्लैकबक), नीलगाय, जंगली सुअर और भैंस/बायसन
  • पक्षी: मोर, पेलिकन और अन्य रंग-बिरंगे पक्षी
  • सरीसृप: अजगर, कोबरा और कई अन्य सांप की प्रजातियाँ

कानन पेंडारी का आकर्षण और सुविधाएं

कानन पेंडारी के भीतर कृत्रिम तालाब इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं। इन जलाशयों के किनारे बैठकर पर्यटक शांति का अनुभव कर सकते हैं। बच्चों के लिए खेल का क्षेत्र, पैदल घूमने के लिए चौड़े रास्ते और बीच-बीच में आरामदायक बैठने की व्यवस्था की गई है।

सुविधा के तौर पर हल्के नाश्ते की दुकानें और विश्राम स्थल भी मौजूद हैं। कुछ हिस्सों में बैटरी चालित गाड़ियों की सेवा भी उपलब्ध कराई जाती है, ताकि वृद्ध या बच्चों वाले परिवार आसानी से भ्रमण कर सकें।

खुलने का समय और प्रवेश

उद्यान प्रतिदिन प्रातः 9 बजे से शाम 5 बजे तक खुला रहता है। सोमवार को इसे रख-रखाव और देखरेख के लिए बंद रखा जाता है। बच्चों के लिए टिकट 10 रुपये और वयस्कों के लिए 20 रुपये निर्धारित किया गया है, जिससे हर वर्ग का व्यक्ति यहां आसानी से घूमने आ सके। कानन पेंडारी का आनंद सर्दियों और वसंत ऋतु में अधिक बढ़ जाता है। नवंबर से फरवरी के बीच मौसम सुहावना रहता है और इस समय वन्यजीव भी सक्रिय दिखाई देते हैं।

कानन पेंडारी कैसे पहुंचे

कानन पेंडारी तक पहुंचना सरल है। बिलासपुर रेलवे स्टेशन इस उद्यान से लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर है और सड़क मार्ग से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है। यदि हवाई मार्ग से आना चाहें तो बिलासपुर का छोटा हवाई अड्डा नजदीक है, जबकि रायपुर का अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा लगभग 139 किलोमीटर दूर स्थित है।

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