MMS Leak kyo hota hai: एमएमएस लीक क्यों होते है! दूसरों की गलती या खुद का पब्लिसिटी स्टंट? जानिए इन प्राइवेट वीडियो और फोटो के लीक होने का काला सच
MMS Leak kyo hota hai: आधुनिकता की ओर बढ़ती इस वर्तमान दुनिया में लगभग हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन और इंटरनेट की पर्याप्त सुविधा है। सभी लोगों तक इंटरनेट की पहुंच होना, हमारे डिजिटलीकरण की ओर बढ़ने का संकेत है परंतु इस आसन सुविधा ने लोगों की जिंदगी आसान तो की है परंतु उतनी ही जटिल भी बना दी है। इन्हीं समस्याओं में से एक बड़ी समस्या है प्राइवेट वीडियो का लीक होना। MMS यानी मल्टीमीडिया मैसेजिंग सर्विस का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक डर बैठ जाता है क्योंकि पिछले कुछ सालों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां लोगों के निजी वीडियो और तस्वीरें बिना उनकी इच्छा के सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।

MMS Leak kyo hota hai: आधुनिकता की ओर बढ़ती इस वर्तमान दुनिया में लगभग हर व्यक्ति के पास मोबाइल फोन और इंटरनेट की पर्याप्त सुविधा है। सभी लोगों तक इंटरनेट की पहुंच होना, हमारे डिजिटलीकरण की ओर बढ़ने का संकेत है परंतु इस आसन सुविधा ने लोगों की जिंदगी आसान तो की है परंतु उतनी ही जटिल भी बना दी है। इन्हीं समस्याओं में से एक बड़ी समस्या है प्राइवेट वीडियो का लीक होना। MMS यानी मल्टीमीडिया मैसेजिंग सर्विस का नाम सुनते ही लोगों के मन में एक डर बैठ जाता है क्योंकि पिछले कुछ सालों में कई ऐसी घटनाएं सामने आई हैं जहां लोगों के निजी वीडियो और तस्वीरें बिना उनकी इच्छा के सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं।
नवंबर 2025 में बंगाल के एक मशहूर सोशल मीडिया इन्फ्लुएंसर Sofik SK का मामला सामने आया जहां उनका और उनकी गर्लफ्रेंड सोनाली का निजी वीडियो कई प्लेटफॉर्म पर तेजी से फैल गया। वीडियो वायरल होने के मात्र 15 मिनट के अंदर सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर यह वीडियो पहुंच गया और कुछ ही घंटों में viral search के रूप में ट्रेंड भी करने लगा। तो ऐसे में यह सवाल उठता है कि यह वीडियो किसी के द्वारा जानबूझकर वायरल किए गए हैं या फिर स्वयं क्रिएटर ने ही इसे वायरल होने के चक्कर में लीक किया है? इस लेख के माध्यम से जानिए क्या है एमएमएस का पूरा सच!
MMS का असली मतलब
MMS का पूरा नाम मल्टीमीडिया मैसेजिंग सर्विस (Multimedia Messaging Service) है जो मोबाइल फोन के जरिए फोटो, वीडियो, ऑडियो और अन्य मल्टीमीडिया कंटेंट भेजने का एक तकनीकी माध्यम था। लेकिन आज के समय में जब लोग MMS लीक की बात करते हैं तो इसका मतलब किसी व्यक्ति की प्राइवेट वीडियो या फोटो से होता है जो उसकी सहमति के बिना सोशल मीडिया पर फैला दी जाती है।
सोशल मीडिया की दुनिया में प्राइवेट वीडियो का फैलना ऐसा होता है, जैसे हवा का एक झोंका चिंगारी को पलभर में भयंकर आग में बदल दे। एक बार कोई वीडियो अपलोड होने के बाद उसे रोकना लगभग असंभव हो जाता है क्योंकि मिनटों में यह हजारों लोगों तक पहुंच जाता है। लोग बिना सोचे समझे ऐसे कंटेंट को शेयर करते रहते हैं जिससे पीड़ित की जिंदगी बर्बाद हो जाती है।
क्यों होती है प्राइवेट वीडियो लीक
कारण 1. प्राइवेट वीडियो के लीक होने का सबसे आम कारण है कपल्स के बीच ब्रेकअप होना। जब दो व्यक्तियों के बीच संबंध खत्म हो जाते हैं तो एक पक्ष दूसरे पक्ष को नुकसान पहुंचाने की इरादे से उसके प्राइवेट वीडियो लीक करना शुरू कर देता है। कानून में इसे एक अपराध माना गया है।
कारण 2. लोग अपने फोन में अक्सर थर्ड पार्टी ऐप को इंस्टॉल कर लेते हैं, जिससे वह हमारे सिस्टम में वायरस छोड़ देता है और हमारे प्राइवेट चैट्स और वीडियो किसी दूसरे के कंट्रोल में चले जाते है। कई बार ऐसा भी देखा गया है कि यह थर्ड पार्टी ऐप आपकी बिना परमिशन के आपके प्राइवेट वीडियो को पोर्नोग्राफी वेबसाइट पर अपलोड करना शुरू कर देता है।
कारण 3. कई बार फोन बेचते वक्त भी लोग बड़ी लापरवाही कर बैठे हैं। बहुत से लोग सोचते हैं कि एक बार फैक्ट्री रिसेट कर देने से सारा डेटा हमेशा के लिए मिट जाता है लेकिन यह पूरी तरह से सच नहीं है। ऐसे कई तरीके हैं जिनसे प्राइवेट डेटा रिकवर करके मिसयूज किया जा सकता है।
प्राइवेट वीडियो बिना अनुमति के वायरल करना अपराध
भारतीय कानून में यह प्रावधान है कि बिना किसी व्यक्ति के अनुमति के बिना उसके प्राइवेट वीडियो और फोटो को वायरल नहीं किया जा सकता। इसे निजता का उल्लंघन माना जाता है और भारतीय न्याय संहिता की धारा 73 के तहत दोषी मानकर 1 से 3 साल तक के सजा का प्रावधान किया गया है।
सुरक्षा के उपाय
• सबसे महत्वपूर्ण सलाह यही है कि ऐसा कोई भी कंटेंट बनाएं ही नहीं जिसके लीक होने से आपको मुसीबत हो सकती है।
• दूसरा यह है कि आपको अपने जीवन के निजी पलों को कैमरे में कैद ही नहीं करना है, चाहे सामने वाला व्यक्ति कितना ही भरोसेमंद हो। किसी भी कारणवश यह भविष्य में वायरल होने का डर बना रहता है।
• अपने स्मार्टफोन में हमेशा एक मजबूत पासवर्ड या फिंगरप्रिंट लॉक का इस्तेमाल करें जो आसानी से न खुल सके।
• किसी भी थर्ड पार्टी ऐप को फोन में इंस्टॉल न करें और न ही उन्हें किसी भी प्रकार के परमिशन दें।
• सबसे जरूरी इस बात का ध्यान रखना है कि हम अपने फोन में कई एप्लीकेशन use करते हैं और उन एप्लीकेशन में हम कैमरे का एक्सेस भी प्रदान किए रहते हैं, ऐसे में जब हम फोन को नार्मल रख भी देते हैं और उस ऐप को use भी नहीं करते हो तो पर भी वह ऐप हमारा कैमरा एक्सेस कर सकता है। इसलिए अपने प्राइवेट समय में फोन को किसी वस्तु के नीचे दबा दें।
