Begin typing your search above and press return to search.

IGNOU ka itihas: दुनिया की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी इग्नू; रेगुलर कॉलेज न जाने वालों के लिए क्यों है सबसे बेहतरीन विकल्प? जानिए इसका इतिहास..

IGNOU ka itihas hindi me: भारत जैसे विकासशील देश में आज भी शिक्षा हर व्यक्ति तक समान रूप से नहीं पहुंच पाई है। कई लोग आर्थिक मजबूरी या नौकरी के कारण नियमित कॉलेज नहीं जा पाते, इसी समस्या को समझते हुए भारत में ओपन यूनिवर्सिटी सिस्टम की शुरुआत हुई जिसका सबसे बड़ा और सफल उदाहरण है इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU)...

IGNOU ka itihas: दुनिया की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी इग्नू; रेगुलर कॉलेज न जाने वालों के लिए क्यों है सबसे बेहतरीन विकल्प? जानिए इसका इतिहास..
X
By Chirag Sahu

IGNOU ka itihas hindi me: भारत जैसे विकासशील देश में आज भी शिक्षा हर व्यक्ति तक समान रूप से नहीं पहुंच पाई है। कई लोग आर्थिक मजबूरी या नौकरी के कारण नियमित कॉलेज नहीं जा पाते। ऐसे में उच्च शिक्षा उनके लिए एक सपना बनकर ही रह जाती है। इसी समस्या को समझते हुए भारत में ओपन यूनिवर्सिटी सिस्टम की शुरुआत हुई जिसने लाखों लोगों को पढ़ाई का दूसरा मौका दिया। इसी व्यवस्था का सबसे बड़ा और सफल उदाहरण है इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU), जिसे दुनिया की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी के रूप में जाना जाता है। आइए जानते है इसकी पूरी कहानी...

इग्नू की स्थापना कैसे हुई?

भारत में लंबे समय तक यह देखा गया कि गांवों, पहाड़ी इलाकों और कामकाजी लोगों के लिए वर्तमान की शिक्षा प्रणाली पर्याप्त नहीं है। ऐसे भी लाखों लोग थे जो पढ़ना तो चाहते थे, लेकिन रोज़ कॉलेज जाने के लिए उनके पास समय नहीं था। इसी जरूरत को देखते हुए भारत सरकार ने एक बड़ा कदम उठाया। 1985 में संसद ने IGNOU अधिनियम पारित किया और 20 सितंबर 1985 को इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय की स्थापना की गई साथ ही IGNOU के पहले कुलपति के रूप में प्रोफेसर जी. राम रेड्डी को नियुक्त किया गया।

दुनिया की सबसे बड़ी ओपन यूनिवर्सिटी कैसे बनी IGNOU?

आज IGNOU सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि पूरी दुनिया में दूरस्थ शिक्षा (Distance Education) का सबसे बड़ा केंद्र बन चुका है। वर्तमान समय में इस विश्वविद्यालय से 40 लाख से अधिक छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। वहीं 1985 से अब तक 3 करोड़ से ज्यादा छात्र IGNOU में रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। इसी उपलब्धि के कारण वर्ष 2010 में इग्नू का नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। इतना ही नहीं विश्वविद्यालय का नेटवर्क भी इतना विशाल है कि इसके देशभर में 68 क्षेत्रीय केंद्र हैं, जिनके अंतर्गत 3000 से अधिक अध्ययन केंद्र काम करते है। इग्नू केवल भारत तक सीमित नहीं है बल्कि यह 30 से ज्यादा देशों में भी अपने शैक्षणिक कार्यक्रम संचालित करता है।

इग्नू में कौन कौन से कोर्स होते है?

IGNOU की सबसे बड़ी ताकत इसकी कोर्स रेंज है। यहां लगभग हर स्ट्रीम के छात्रों के लिए विकल्प मौजूद हैं। स्नातक स्तर पर BA, B.Com, B.Sc, BCA और BSW जैसे कोर्स उपलब्ध हैं और मास्टर्स के लिए MA, M.Com, MCA, MSc जैसे कार्यक्रम कराए जाते हैं। इसके अलावा डिप्लोमा, सर्टिफिकेट और डॉक्टरेट (PhD) तक के कोर्स भी IGNOU में संचालित हैं। इन सभी कार्यक्रमों को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि छात्र घर बैठे पढ़ाई कर सकें और अपनी सुविधा के अनुसार परीक्षा दे सकें।

रेगुलर कॉलेज न जाने वालों के लिए है बेहतर?

इग्नू उन छात्रों के लिए बेस्ट अवसर प्रदान करता है जो नौकरी करते हैं या किसी कारणवश नियमित कॉलेज नहीं जा सकते। इग्नू में उपस्थिति को लेकर कोई टेंशन नहीं होती और फीस भी अन्य विश्वविद्यालयों की तुलना में कम होती है इसके साथ ही डिग्री पूरी तरह से सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त होती है। यही वजह है कि आज IGNOU लाखों छात्रों के लिए शिक्षा का सबसे भरोसेमंद विकल्प बन चुका है।

Next Story