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Home remedies : बारिश में सीलन, फंगस और बैक्टीरिया से है परेशान... तो ये घरेलू नुस्खे आयेंगे काम

Home remedies : घर में इस तरह की समस्याओं का सामना अगर आप अक्सर करती हैं तो इन घरेलू तरीकों को आजमा सकती हैं।

Home remedies  : बारिश में सीलन, फंगस और बैक्टीरिया से है परेशान... तो ये घरेलू नुस्खे आयेंगे काम
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By Meenu

बारिश का मौसम आने के बाद की समस्या आम बात हो जाती है. अगर घर पुराना है तो फंगस और बैक्टीरिया पनपने शुरू हो जाते हैं, इसकी वजह से स्किन में एलर्जी होने की भी संभावना रहती है।

एक बार घर में फंगस या फिर बैक्टीरिया पनप जाएं तो बढ़ते ही चले जाते हैं। यह धीर-धीरे फर्नीचर, कपड़े और घर में रखी चीजों को खराब करने लगते हैं। वहीं यह न सिर्फ देखने में खराब लगते हैं बल्कि इससे कीड़े-मकोड़ों के आने की संभावना भी अधिक रहती है। घर में इस तरह की समस्याओं का सामना अगर आप अक्सर करती हैं तो इन घरेलू तरीकों को आजमा सकती हैं।




सूरज की रौशनी का उठाएं फ़ायदा

मानसून में हवा में ह्यूमिडिटी होती है, यही वजह है कि घर में रखे सामान और अन्य चीजों में नमी रहती है। ऐसे में कोशिश करें कि आपके घर में फ़्रेश हवा अंदर तक आ पाए, इसके लिए धूप के वक़्त भी खिड़कियों को खुला रखें। धूप की रौशनी फंगस और बैक्टीरिया को पनपने नहीं देती। हालांकि इस दौरान आपको ध्यान रखना होगा कि फर्नीचर या फिर बुक शेल्फ दीवारों से चिपकी ना हो। हर किसी चीज को रखने के लिए दीवारों से दूरी बनाएं, क्योंकि फंगस सबसे पहले दीवारों या फिर गीले स्थान पर पनपनी शुरू होती है।

किचन में एग्जॉस्ट फैन का इस्तेमाल करें

रसोई और बाथरूम में नमी अधिक होती है, इसलिए एग्जॉस्ट फैन का इस्तेमाल करें। खाना बनाते, फर्श पोंछते, बर्तन धोते हुए खिड़कियों को खुला छोड़ दें। वहीं अगर आपका बाथरूम डैमेज या पुराना है तो फंगस पनपने का डर रहता है, इसलिए नहाने के बाद दरवाजों को खुला रखें। ताकि दीवार जल्दी सूख जाए, वहीं मानसून में शावर, पर्दे और मोटी मैट का इस्तेमाल ना करें, क्योंकि यह नमी बनाए रखते हैं, जिससे फफूंदी पनपती है। वहीं घर में अगर एसी या फिर बेसिन पाइप लीक कर रहा है तो उसे तुरंत ठीक करवाएं। मसालों और अनाज को खराब होने से बचाने के लिए समय-समय पर धूप दिखाएं। वहीं लंबे वक्त तक किसी भी चीज को स्टोर करके ना रखें।


फंगस को हटाने के लिए विनेगर का इस्तेमाल करें


घर में फंगस पनप रही है तो उस स्थान पर विनेगर स्प्रे करें। इसके लिए एक स्प्रे बॉटल में विनेगर मिक्स करें और इसे उस स्थान पर स्क्रब करें। 20 मिनट या आधा घंटा छोड़ दें, फिर ब्रश या फिर स्क्रब करें और गर्म पानी से धो दें। अगर फंगस कपड़ों में है तो इससे छुटकारा पाने के लिए इसे साफ़ करते वक्त विनेगर का उपयोग करें। वहीं जूतों में फंगस लग गयी है तो एक साफ कपड़े को विनेगर से सोक करें और उससे पोंछ दें।

बेकिंग सोडा भी है बेस्ट ऑप्शन


विनेगर की तरह आप बेकिंग सोडा का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इसलिए एक स्प्रे बॉटल में दो चम्मच बेकिंग सोडा और दो कप गर्म पानी मिक्स कर दें। अब जिस स्थान पर फंगस लग रही है वहां इसे स्प्रे कर दें और एक घंटे तक छोड़ दें। इसके बाद स्क्रबर और ब्रश की मदद से इसे साफ करें। आखिर में इस पर विनेगर भी स्प्रे करें और सूखे कपड़े से पोंछ दें।


कपूर का इस्तेमाल

अंधेरे और बंद कमरों में फंगस अधिक पनपती है, ऐसे में आप कपूर का इस्तेमाल कर सकती हैं। कपूर की गोलियां और लौंग को एक कपड़े में बांध कर वॉर्डरोब, शू-रैक या फिर बुक शेल्फ में रख दें। ये तरीका फंगस से लड़ने के लिए कारगर माना जाता है। आप चाहें तो यह नुस्खा बाकी जगहों पर भी उपयोग कर सकती हैं, जहां यह समस्याएं है।

नींबू के इस्तेमाल से दूर हो जाएगी फंगस की समस्या

नींबू में ब्लीचिंग एजेंट होता हैं, फंगस को की समस्या को दूर करने के लिए प्रभावी माना जाता है। इसके लिए आपको सबसे पहले जहां फंगस पनप रहे हैं उस स्थान को पहले गर्म पानी से धोना होगा और फिर नींबू का रस या नींबू का टूकड़ा रब कर दें। अब इसे स्क्रबर और ब्रश की मदद से साफ करें, इससे फंगस खत्म हो जाएगा। वहीं वॉर्डरोब में रखें, कपड़े को भी वॉश करने के लिए नींबू के रस का इस्तेमाल कर सकती हैं। इसके लिए गर्म पानी में आध कप नींबू का रस मिक्स करें और फिर कपड़े को सोक होने के लिए छोड़ दें। इसके अलावा आप कपड़े में फंगस वाली जगह पर भी नींबू के टुकड़े को रब भी कर सकती हैं।

नीम के पत्तों का ऐसे करें इस्तेमाल

नीम में एंटी-फंगल गुण होता हैं जो फंगस और अन्य बैक्टीरिया से निजात दिलाने में मदद करता है। यही नहीं यह आपके कपड़ों को भी घुन और संक्रमण से बचाने के लिए प्रभावी माने जाते हैं। घर में लगे फंगस से चीजे खराब हो रही हैं तो इसके लिए बारिश शुरू होने से पहले, नीम के पत्तों के लगभग 10-15 गुच्छों को छाया में सुखा लें। छाया में पत्तों को सुखाने से इनमें एसेंशियल ऑयल सुरक्षित रहेंगे और जिससे उनका प्रभाव कम नहीं होगा। अब इसे सूती कपड़ों में बांध कर बुक शेल्फ, शू रैक, या अन्य प्रभावित स्थान पर रख दें।

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