Begin typing your search above and press return to search.

Chhattisgarh Ka Shimla Mainpat: छत्तीसगढ़ का खूबसूरत हिल स्टेशन, जहां विज्ञान के नियम हो जाते हैं फेल। जानिए मैनपाट में घूमने के प्रसिद्ध स्थल

Chhattisgarh Ka Shimla Mainpat: छत्तीसगढ़ में स्थित एक प्राकृतिक हिल स्टेशन है मैनपाट। यह सरगुजा जिले में स्थित है जहां की हरी भरी वादियां और तिब्बतियों का यहां प्रभाव रहने के कारण इसे छत्तीसगढ़ का शिमला या मिनी तिब्बत कहते हैं।

Chhattisgarh Ka Shimla Mainpat: छत्तीसगढ़ का खूबसूरत हिल स्टेशन, जहां विज्ञान के नियम हो जाते हैं फेल। जानिए मैनपाट में घूमने के प्रसिद्ध स्थल
X
By Chirag Sahu

Chhattisgarh Ka Shimla Mainpat: छत्तीसगढ़ में स्थित एक प्राकृतिक हिल स्टेशन है मैनपाट। यह सरगुजा जिले में स्थित है जहां की हरी भरी वादियां और तिब्बतियों का यहां प्रभाव रहने के कारण इसे छत्तीसगढ़ का शिमला या मिनी तिब्बत कहते हैं। मैनपाट की समुद्र तल से ऊंचाई लगभग 1152 मीटर है। यह पठार प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग से कम नहीं है। अर्थात वे लोग जो प्रकृति की गोद में अपने आप को महसूस करना चाहते हैं वे मैनपाट घूमने जरूर आए।

मैनपाट का इतिहास

मैनपाट का इतिहास स्थानीय आदिवासी समुदायों और तिब्बती शरणार्थियों की कहानी से जुड़ा है। इस क्षेत्र में पहले यादव और मांझी जैसे आदिवासी समुदाय रहते थे, जो प्रकृति के साथ गहरा जुड़ाव रखते थे। 1960 के दशक में, जब दलाई लामा भारत आए, तब भारत सरकार ने तिब्बत से आए लगभग 1,400 शरणार्थियों को मैनपाट में बसाने के लिए जमीन दी। इस निर्णय ने मैनपाट को एक नया सांस्कृतिक रंग दिया। तिब्बती समुदाय ने यहां अपने मठ, हस्तशिल्प और परंपराएं स्थापित कीं, जो आज भी इस जगह की पहचान हैं। तिब्बती लोग ऊनी कपड़े, डिजाइनर मैट और छोटे उद्योग चलाते हैं, जिससे मैनपाट की अर्थव्यवस्था को बल मिला।

मैनपाट के पर्यटन स्थल

• उल्टा पानी: मैनपाट की हर जगह आपको आश्चर्यचकित कर सकती है। सबसे पहले बात करते हैं उल्टा पानी की, जो मैनपाट से 5 किमी पहले अंबिकापुर रोड पर है। यह एक ऐसी जगह है जहां पानी नीचे से ऊपर की ओर बहता दिखता है, जो एक ऑप्टिकल इल्यूजन है। यहां पानी गुरुत्वाकर्षण के नियम के विरुद्ध बहती हुई प्रतीत होती है। इसका कोई वैज्ञानिक स्पष्टीकरण नहीं मिला, लेकिन यह हर पर्यटक को हैरान करता है।

• सरभंजा जलप्रपात: यह जलप्रपात मैनपाट का प्रमुख आकर्षण है। इसकी गिरती हुई धारा और आसपास का हरा-भरा परिदृश्य पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देता है।

• जलजली प्वाइंट: मैनपाट का जलजली एक अनोखा प्राकृतिक अजूबा है, यह जगह पर्यटकों को अपनी खासियत के कारण बेहद आकर्षित करती है। यहाँ की जमीन पर खड़े होने पर ऐसा महसूस होता है जैसे आप किसी गद्दे पर खड़े हों, जहाँ हल्की-हल्की कंपन और उछाल स्वाभाविक रूप से महसूस होती है।

• टाइगर प्वाइंट: टाइगर प्वाइंट अपनी खूबसूरत घाटियों और झरनों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ से दूर-दूर तक फैले जंगल और पहाड़ों का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है। बारिश के मौसम में झरनों का पानी तेज़ी से नीचे गिरता है और चारों ओर हरियाली छा जाती है।

• मछली प्वाइंट: मछली प्वाइंट एक शांत और मनोरम स्थल है जहाँ झरनों से गिरता पानी छोटे-छोटे तालाबों का निर्माण करता है। इन तालाबों में साफ पानी के बीच मछलियाँ तैरती दिखाई देती हैं, जो यहाँ का मुख्य आकर्षण हैं। यही वजह है कि इस जगह का नाम मछली प्वाइंट पड़ा। ऐसी भी मान्यता है कि यहां पुराने समय में जलपरियां भी देखी गई थी।

• मेहता प्वाइंट: इस जगह से संपूर्ण घाटी का एक मनोरम दृश्य देखने को मिलता है। यहां होने वाले सूर्योदय और सूर्यास्त का समय लोगों को काफी आकर्षित करता है। प्रकृति के बीच शांति पाने का यह उचित स्थान है।

मैनपाट घूमने का सही समय

मैनपाट की जलवायु ठंडी और सुहावनी है, जो इसे साल भर आकर्षक बनाती है। अक्टूबर से मार्च तक का समय सबसे अच्छा है, जब तापमान 10-25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहता है और मौसम साफ होता है। सर्दियों में यहां की ठंड शिमला की याद दिलाती है। मैनपाट की प्राकृतिक सुंदरता हर मौसम में अलग रंग दिखाती है, लेकिन सर्दियां इसकी असली खूबसूरती को उभारती हैं। यह अम्बिकापुर शहर से लगभग 75 किलोमीटर दूर है और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है।

Next Story