Bharat ki Pramukh fasle: भारत में उगाई जाने वाली 7 मुख्य फसलें और उनके वैज्ञानिक नाम; जानिए कौनसी फसल किस राज्य की है प्रमुख?
Bharat ki Pramukh fasle: भारत में जाति, धर्म और संस्कृति में अनेक विविधता पाई जाती है लेकिन कृषि के मामले में भी भारत किसी से कम नहीं है। यहां की मिट्टी और जलवायु विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधों और औषधियों के लिए उचित वातावरण प्रदान करती है। भारत में मुख्यतः तीन प्रकार की फसलें पाई जाती है, आइए जानते है...

Bharat ki Pramukh fasle: भारत में जाति, धर्म और संस्कृति में अनेक विविधता पाई जाती है लेकिन कृषि के मामले में भी भारत किसी से कम नहीं है। यहां की मिट्टी और जलवायु विभिन्न प्रकार के पेड़ पौधों और औषधियों के लिए उचित वातावरण प्रदान करती है। भारत में मुख्यतः तीन प्रकार की फसलें पाई जाती है– खरीफ, रबी और जायद। इन तीनों फसलों की अपनी अलग–अलग खूबियां है। आइए जानते है भारत में मुख्यतः कौन कौन सी फसलें उगाई जाती है।
1. चावल/Rice
वैज्ञानिक नाम– ओराइज़ा सैटिवा।
शीर्ष उत्पादन राज्य– तेलंगाना, उत्तर प्रदेश और पश्चिमबंगाल।
यह भारत की सबसे महत्वपूर्ण खाद्य फसल मानी जाती है। देश की लगभग आधी से अधिक आबादी चावल को अपने मुख्य भोजन के रूप में उपयोग करती है। भारत विश्व में चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा चावल उत्पादक देश है। चावल एक खरीफ फसल है जिसे धान के नाम से भी जाना जाता है। इसकी खेती के लिए उष्ण और आर्द्र जलवायु की आवश्यकता होती है। धान की खेती के लिए खेतों में पानी भरा रहना आवश्यक होता है।
2. गेहूं/Wheat
वैज्ञानिक नाम– ट्रिटिकम एस्टिवम।
शीर्ष उत्पादन राज्य– उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश और पंजाब।
यह उत्तर भारत की मुख्य खाद्य फसल है। गेहूं एक रबी फसल है जो घास परिवार से संबंधित है। गेहूं की खेती समशीतोष्ण जलवायु और 15 से 25 डिग्री सेल्सियस का तापमान आदर्श माना जाता है। गेहूं के उत्पादन के लिए ठंडी जलवायु अच्छी रहती है।
3.मक्का/Maize
वैज्ञानिक नाम– जिया मेज़।
शीर्ष उत्पादन राज्य– कर्नाटक, बिहार और मध्य प्रदेश।
मक्का मुख्यतः खरीफ फसल है लेकिन कुछ क्षेत्रों में इसे रबी और जायद मौसम में भी उगाया जाता है। मक्के का उपयोग मानव भोजन, पशु आहार और औद्योगिक उत्पादों में भी किया जाता है। इसकी खेती दोमट मिट्टी में सर्वाधिक होती है।
4. दलहन/Pulses
शीर्ष उत्पादन राज्य– मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और राजस्थान।
भारतीय कृषि में दाल, आहार का एक अभिन्न अंग हैं। ये फसलें प्रोटीन का महत्वपूर्ण स्रोत हैं और भूमि की उर्वरता बढ़ाने में भी सहायक होती हैं। दलहन की मुख्य फसलों में– चना, अरहर, मूंग, उड़द, मसूर और मटर प्रमुख हैं। ये खरीफ और रबी दोनों मौसमों में उगाई जाती हैं।
5. तिलहन/Oilseeds
शीर्ष उत्पादन राज्य– गुजरात, राजस्थान और मध्यप्रदेश।
कृषि के क्षेत्र में तिलहन फसलों का भी विशेष योगदान है। ये खाद्य तेल और पशु आहार के लिए आवश्यक होती हैं। भारत में मूंगफली, सरसों, सोयाबीन, सूरजमुखी, तिल और अलसी प्रमुख तिलहन फसलें हैं। मूंगफली एक महत्वपूर्ण खरीफ तिलहन फसल है जो भूमि संरक्षण में भी सहायक होती है।
6. गन्ना/Sugarcane
वैज्ञानिक नाम– सैकेरम ऑफिसिनेरम।
शीर्ष उत्पादन राज्य– उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र और कर्नाटक।
गन्ना भारत की सबसे महत्वपूर्ण नकदी फसलों में से एक है। यह ग्रामिनी परिवार से संबंधित है और इससे चीनी और गुड़ का उत्पादन होता है।इसे खरीफ और रबी दोनों मौसमों में लगाया जा सकता है। गन्ने की फसल को पकने में 10 से 18 महीने का समय लग सकता है।
7. कपास/Cotton
वैज्ञानिक नाम– गॉसिपियम
शीर्ष उत्पादन राज्य– गुजरात, महाराष्ट्र और तेलंगाना।
कपास भारत की एक प्रमुख खरीफ और नकदी फसल है जिसे सफेद सोना भी कहा जाता है। कपास रेशेदार फसल है और इससे कपड़ा उद्योग के लिए कच्चा माल प्राप्त होता है। भारत विश्व में कपास के प्रमुख उत्पादकों में से एक है। यहां पाई जाने वाली काली रेगुर मिट्टी, कपास की खेती के लिए सर्वोत्तम मानी जाती है।
भारत में फसलों के प्रकार
खरीफ फसल: खरीफ की फसलें मानसून के आगमन के साथ जून-जुलाई में बोई जाती हैं और सितंबर-अक्टूबर में कटाई होती है। ये फसलें वर्षा ऋतु की नमी और तापमान पर निर्भर करती हैं। इस श्रेणी में चावल, मक्का, कपास, मूंगफली, ज्वार, बाजरा और दालें शामिल हैं।
रबी फसल: रबी की फसलें सर्दियों में अक्टूबर-नवंबर के महीनों में बोई जाती हैं और मार्च-अप्रैल में काटी जाती हैं। इसमें गेहूं, चना, सरसों, जौ, मटर आदि रबी फसलें शामिल हैं। मौसम अनुकूल होने की वजह से रबी फसलों का पैदावार अधिक होता है।
जायद फसल: ये फसल रबी और खरीफ के बीच में अर्थात मार्च से जून के दौरान उगाई और कटाई कर ली जाती हैं। इन फसलों में तरबूज, खरबूजा, खीरा, ककड़ी आदि आते है।
