ASMR kya hota hai: ASMR क्या होता है? लोग अकेले में क्यों देखते हैं ASMR वीडियो, क्या सच में मिलती है दिमाग को शांति!
ASMR kya hota hai: क्या आपने सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो देखे हैं जिसमें एक व्यक्ति आता है और माइक के सामने धीरे–धीरे फुसफुसाते हुए कुछ बोलता है या कागज को धीरे से मोड़ता है या फिर टेबल पर हल्की सी टैपिंग करता है, ऐसे विडियोज को ASMR कहते है। आइए जानते हैं इसके पीछे की सच्चाई....

ASMR kya hota hai: क्या आपने सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो देखे हैं जिसमें एक व्यक्ति आता है और माइक के सामने धीरे–धीरे फुसफुसाते हुए कुछ बोलता है या कागज को धीरे से मोड़ता है या फिर टेबल पर हल्की सी टैपिंग करता है, ऐसे विडियोज को ASMR कहते है। इन वीडियो को देखने पर आपने यह महसूस किया होगा कि आपको एक अजीब सी शांति महसूस होती है। क्या अपने सोचा है कि ये ऐसे वीडियो क्यों बनाते है और ये अजीब सी आवाजे आपके दिमाग को शांत कैसे कर रही है? अजीब लगने वाली ये चीज सोशल मीडिया पर हाल ही में काफी ट्रेंड करने लगी है और लाखों लोग मानते है इससे उन्हें बहुत अच्छी नींद भी आती है। आज हम जानेंगे कि ASMR क्या है और यह कैसे व्यक्ति के दिमाग को प्रभावित करता है।
ASMR क्या है? (What is ASMR?)
यह कोई बहुत बड़ा रॉकेट साइंस नहीं है जिसे आप नहीं समझ सकते। इसको पूरी तरह से शब्दों में तो बयां नहीं किया जा सकता है फिर भी हम आपको बताने कि पूरी कोशिश करेंगे। ASMR एक तरह की sensation होती है जो हमारे ब्रेन से लेकर रीढ़ की हड्डी के साथ पूरी बॉडी में महसूस होता है या फिर एक गुदगुदी जैसा फील होता है।
कुछ समय पहले जब लोग अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर बताने लगे कि वे जब किसी भी नॉर्मल चीज जैसे– किसी के ब्रश करने की आवाज या पॉलीथिन के फटने की आवाज सुनते थे तो उन्हें एक आनंद महसूस होता था। धीरे–धीरे और भी लोग इसी तरह के अपने अजीब ट्रिगर बताने लगे जिनसे उन्हें इस तरह की फीलिंग होती थी। इसी को देखते हुए 2010 में जेनिफर एलन नाम की महिला ने इस ट्रिगर का एक नाम ASMR दिया जिसका फुल फॉर्म होता है Autonomous Sensory Meridian Response।
ASMR हमारे शरीर में काम कैसे करता है?
ASMR पर वर्तमान में बहुत कम ही रिसर्च हुए है पर जितनी भी जानकारी प्राप्त है उससे यह निष्कर्ष निकाला जा सकता है कि इन वीडियो में जो दिखता है और जो आवाजे सुनाई देती है वो हमारे दिमाग में
डोपामाइन (Dopamine) और ऑक्सीटोसिन (Oxytocin) हार्मोन रिलीज करते है। इन्हें लव हार्मोन कहा जाता है जिससे हमारा दिमाग सभी चिंताओं को छोड़कर काफी रिलेक्स महसूस करता है। अगर आपको ऐसी फीलिंग महसूस करनी है तो इन वीडियो को आपको जरुर देखना चाहिए।
किन चीज़ो से हो सकता है ASMR
हर व्यक्ति के लिए अलग-अलग चीजें होती हैं जिनसे उनका ASMR ट्रिगर होता है। किसी दृश्य को देखने या कोई आवाज सुनने दोनों में आपको इसकी फीलिंग हो सकती है। यह भी समझना होगा कि ये हर व्यक्ति को महसूस नहीं होते। कुछ ऐसे आम ट्रिगर्स है जो अक्सर लोगों को फील होते हैं जैसे–
- किसी के धीरे धीरे फुसफुसाहट की आवाज
- पेपर के पलटने की आवाज
- टेबल पर उंगलियों से टैपिंग की आवाज
- किसी का नॉर्मल हाथ हिलाना
- खाना बनाने की आवाज
- उंगलियां चटकने की आवाज
- वॉटर स्प्रे का साउंड
- जब कोई आपको हल्के हाथों से टच करे।
- किसी को खाते हुए देखना।
- किसी को मेकअप करते हुए देखना।
इसके कुछ फायदे भी बताए गए है
- इसका उपयोग एक थेरेपी की तरह भी किया जा सकता है, क्योंकि यह शरीर को रिलैक्स महसूस कराती है।
- ऐसे लोग जिन्हें अधिक बेचैनी होती हैं और नींद में कमी आ जाती है तो उन्हें इसका बेनिफिट मिल सकता है।
- बच्चों में होने वाले हाइपर सेंसेटिव डिसऑर्डर से भी कुछ हद तक राहत मिल सकती है।
- बिना मतलब के दिनभर आने वाले विचारों से भी छुटकारा मिल सकता है।
- मूड स्विंग होने पर भी इस चीज से रिलेक्स फील होता है।
- ये भी जानना जरूरी है कि इन वीडियो को ज्यादा देखने पर इसकी लत भी लग सकती है, जो हानिकारक है।
