IAS सोनमणि बोरा की विदाई, रेडक्रॉस सोसायटी की बैठक में दी गई विदाई, राज्यपाल अनसुईया उइके बोलीं, रेडक्रॉस सेवाभाव को सर्वोपरि रखकर काम करता है
रायपुर, 6 अगस्त 2021। राज्यपाल एवं इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ की अध्यक्ष सुश्री अनुसुईया उइके ने यहां राजभवन में आयोजित कार्यक्रम में राज्य के नौ आदिवासी बाहुल्य जिलों को 10-10 ऑक्सीजन कॉन्सन्टेटर मशीन और 05-05 एयर प्यूरीफायर मशीन प्रदान किया। ऑक्सीजन कॉन्सन्टेªटर मशीन इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी द्वारा रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ शाखा को प्रदान की गई। इस मोके पर प्रतिनियुक्ति पर भारत सरकार जा रहे रेडक्रॉस सोसायटी के चेयरमैन सोनमणि बोरा को विदाई दी गई। बोरा राजभवन के सिकरेट्री भी रहे हैं।
राज्यपाल सुश्री उइके ने कहा कि रेडक्रॉस सेवाभाव को सर्वोपरि रखकर कार्य करता है। कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान रेडक्रॉस सोसायटी के वालेंटियर्स ने समर्पित भाव से कार्य किया। उन्होंने मास्क एवं सेनेटाइजर का वितरण, सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराने एवं लॉकडाउन के दौरान घर-घर राशन पहुंचाने का कार्य किया गया जो कि सराहनीय है। उन्होंने कहा कि जिलों में कलेक्टरों, जिला मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी एवं रेडक्रॉस के बीच उचित समन्वय होने से जिले की स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी के लिए अच्छे तरीके से काम किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि कोविड-19 से बचाव के लिए वैक्सीनेशन सबसे प्रमुख उपाय है। अभी भी ग्रामीण क्षेत्रों में वैक्सीनेशन के प्रति जागरूकता लाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन कॉन्सन्ट्रेटर मशीन की दूरस्थ क्षेत्रों के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों तथा सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में अधिक आवश्यकता है, क्योंकि वहां पर संसाधनों की कमी होती है और राजधानी से दूर होने के कारण मरीज इलाज के लिए तुरंत नहीं पहुंच पाते हैं। राजभवन द्वारा आदिवासी जिलों में एयर प्यूरीफायर प्रदान किया जा रहा है। यह हवा से हानिकारक तत्वों को अवशोषित कर हवा को शुद्ध करता है, जिससे संक्रमण फैलने की संभावना कम हो जाती है। उन्होंने सुझाव दिया कि अधिक भीड़ वाले स्थानों जैसे अस्पतालों की ओपीडी में यह एयर प्यूरीफायर लगाए जाएं। राज्यपाल ने कहा कि भविष्य में बड़े आकार के एयर प्यूरीफायर मशीन इन जिलों को प्रदाय किए जाएंगे। उन्होंने पूर्व सचिव श्री सोनमणि बोरा को नई जिम्मेदारियों के लिए शुभकामनाएं दी तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
स्वास्थ्य विभाग के प्रमुख सचिव श्री आलोक शुक्ला ने कहा कि प्रदेश को तीसरी लहर से बचाने के लिए व्यापक स्तर पर तैयारी की जा रही है। सभी संसाधन जुटाए जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि 150 से 200 की संख्या में जो कोरोना के केस आ रहे हैं, उनमें से कुछ केस दूसरे राज्यों के हैं, जो एयरपोर्ट या अन्य स्थानों में परीक्षण के बाद पॉजिटिव आए हैं। उन्हें क्वारेंटाईन कर उनका इलाज कराया जा रहा है।
इंडियन रेडक्रॉस सोसायटी छत्तीसगढ़ के चेयरमेन श्री सोनमणि बोरा ने कहा कि उन्होंने वर्ष 2019 से चेयरमेन का दायित्व संभालने के पश्चात कोविड-19 से बचाव के लिए कई कार्य किए। जिले में कलेक्टर, जो रेडक्रॉस समिति के अध्यक्ष हैं, उन्होंने भी दवाईयों तथा इलाज के इंतजाम में अपनी भूमिका का निर्वहन किया। पहली लहर के समय लॉकडाउन की स्थिति में रेडक्रॉस सोसायटी के वालेंटियर्स ने भोजन, दवाई के इंतजाम तथा अंतिम संस्कार इत्यादि कार्यों में अपना योगदान दिया।
राज्यपाल के सचिव श्री अमृत कुमार खलखो ने कहा कि रेडक्रॉस ने कोविड-19 से बचाव में सक्रिय होकर कार्य किया है। वे स्वयं बस्तर संभागायुक्त के दौरान पॉजिटिव होने के दौरान रेडक्रॉस के वालेंटियर्स ने मदद की थी।
कार्यक्रम में नारायणपुर, सूरजपुर, सुकमा, बीजापुर, कोण्डागांव, कांकेर, बलरामपुर, कोरिया, जशपुर जिलों को 10-10 ऑक्सीजन कॉन्सन्टेªटर मशीन और 05-05 एयर प्यूरीफायर मशीन प्रदान की गई।
कार्यक्रम को राज्यपाल के उप सचिव श्री दीपक कुमार अग्रवाल, नियंत्रक श्री हरवंश मिरी तथा डॉ. शिशिर साहू ने भी संबोधित किया। इस अवसर पर राज्यपाल के विधिक सलाहकार श्री आर.के. अग्रवाल सहित विभिन्न जिलों के प्रशासनिक अधिकारी, चिकित्सा अधिकारी तथा रेडक्रास के पदाधिकारीगण उपस्थित थे।