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फर्जी IAS ने सांसद को ही ठगा : IAS बताकर फर्जी वैक्सीनेशन सेंटर में बुलाया, और लगवा दिया वैक्सीन…..सांसद बोली – मुझे लगाई गई नकली कोरोना वैक्सीन, एक गिरफ्तार

फर्जी IAS ने सांसद को ही ठगा : IAS बताकर फर्जी वैक्सीनेशन सेंटर में बुलाया, और लगवा दिया वैक्सीन…..सांसद बोली – मुझे लगाई गई नकली कोरोना वैक्सीन, एक गिरफ्तार
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By NPG News

कोलकाता 24 जून 2021। फर्जी IAS ने महिला सांसद को ही ठग लिया। फर्जी IAS ने पहले तो फर्जीवाड़ा कर वैक्सीनेशन कैंप लगवाया और फिर सांसद को बुलवाकर उन्हें भी वैक्सीन लगवा दिया। अब सांसद का कहना है कि उन्हें नकली वैक्सीन लगवा दिया गया। इधर फर्जी आईएएस को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पूरा मामला कोलकाता के कसबा इलाके का है, जहां कोरोना से बचाव के लिए फर्जी तरीके से टीकाकरण कैंप लगाया गया था। जिसने ये कैंप लगवाया था, वो खुद को IAS बताता था, उसकी पहचान देवांजन देव के तौर पर हुई है। देवांजन के पास से आईएएस अधिकारी का एक फर्जी आईकार्ड बरामद हुआ है। दरअसल मंगलवार को जादवपुर की टीएमसी सांसद और अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती ने कोलकाता नगर निगम की ओर से लगाए गए शिविर में टीके की पहली डोज ली थी.

मिली जानकारी के अनुसार मिमी चक्रवर्ती को दो-तीन घंटे बीत जाने के बाद भी जब टीकाकरण का संदेश उनके मोबाइल पर नहीं आया, तब वह कैंप में दोबारा जा पहुंची. बताया गया कि तीन-चार दिनों बाद सर्टिफिकेट मिलेगा. संदेह होने के बाद मिमी चक्रवर्ती ने तत्काल पुलिस को इस बारे में सूचना दे दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने जब जांच कि तो पता चला कि नगर निगम की ओर से कैंप आयोजित ही नहीं कराया गया था.चक्रवर्ती ने कहा कि उन्होंने लोगों को खुद को टीका लगाने के लिए प्रोत्साहित करने और वायरस के प्रसार को रोकने में मदद करने के लिए वैक्सीन लगवाई. रिपोर्ट में कहा गया है कि शिविर में लगभग 250 लोगों को टीका लगाया गया था.

क्या बताया अभिनेत्री मिमी चक्रवर्ती ने

मिमी चक्रवर्ती ने बताया, ”कुछ दिन पहले मेरे पास फोन आया था. बताया गया कि केएमसी के ज्वाइंट कमिश्नर की ओर से कैंप का आयोजन किया जा रहा है. यहां थर्ड जेंडर, विशेष सक्षम लोगों, छोटे व्यापारियों का टीकाकरण किया जाएगा. मैं वहां गई और मैंने वहां खुद वैक्सीन ली थी, लेकिन जब मुझे कोई संदेश नहीं मिला, तो पूछताछ करने गई, तो मुझे कहा गया है कि आपके घर पहुंचा देंगे. तभी मुझे लगा कि ऐसा नहीं होना चाहिए. मुझे बहुत बड़ी गड़बड़ी लगी और मैंने प्रशासन को सूचित किया.”

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