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Vivek Dhand: बर्खास्तगी की भनक लगते ही पूर्व मुख्‍य सचिव ढांड ने दिया इस्‍तीफा, पूवतर्वी कांग्रेस सरकार ने बनाया था नवाचार आयोग का अध्‍यक्ष

Vivek Dhand: प्रदेश की सत्‍ता में आते ही विष्‍णुदेव साय सरकार ने कांग्रेस सरकार के दौरान निगम-मंडल व प्राधिकरणों में हुई नियुक्तियों को समाप्‍त करने का आदेश जारी कर चुकी है। ऐसे में संवैधानिक संस्‍थाओं को छोड़कर लगभग सभी नियुक्तियां समाप्‍त हो चुकी है। इसके साथ ही कांग्रेस राज में पदस्‍थ पूर्व आईएएस अफसर भी पद छोड़ रहे हैं। सत्‍ता परिवर्तन के तुरंत बाद ही संविदा पर काम कर रहे आलोक शुक्‍ला ने इस्‍तीफा दे दिया था, अब पूर्व सीएस ने भी त्‍यागपत्र दे दिया है।

Vivek Dhand: बर्खास्तगी की भनक लगते ही पूर्व मुख्‍य सचिव ढांड ने दिया इस्‍तीफा, पूवतर्वी कांग्रेस सरकार ने बनाया था नवाचार आयोग का अध्‍यक्ष
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By Sanjeet Kumar

Vivek Dhand: रायपुर। छत्‍तीसगढ़ में सत्‍ता परिवर्तन के साथ बदले सियासी और प्रशासनिक समीकरण के बीच पूर्व मुख्‍य सचिव विवेक ढांड ने आज इस्‍तीफा दे दिया है। ढांड को राज्‍य की पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार ने मार्च 2023 में छत्‍तीसगढ़ नवाचार आयोग का अध्‍यक्ष नियुक्‍त किया था। सूत्रों के अनुसार विष्‍णुदेव साय सरकार उन्‍हें बर्खास्‍त करने की तैयारी में थी। इसकी भनक लगते ही ढांड ने आज अपने पद से त्‍याग पत्र दे दिया।पूर्व मुख्‍य सचिव ढांड ने मुख्‍य सचिव अमिताभ जैन को आज अपना इस्‍तीफा भेजा है, जिसमें उन्‍होंने व्‍यक्गित कारणों से पद छोड़ने की बात कही है।


बता दें कि 1981 बैच के आईएएस ढांड को 1 मार्च को 2014 को राज्‍य का मुख्‍य सचिव बनाया गया था, तब प्रदेश में डॉ. रमन सिंह की नेतृत्‍व वाली भाजपा सरकार थी। ढांड मार्च 2018 में सेवानिवृत्‍त होने वाले थे, लेकिन उससे पहले ही तत्‍कालीन भाजपा सरकार ने जनवरी 2018 में उन्‍हें नवगठित रियल एस्टेट नियामक आयोग (रेरा) का अध्यक्ष बना दिया। 2023 में रेरा में ढांड का कार्यकाल खत्‍म हुआ तब प्रदेश में भूपेश बघेल के नेतृत्‍व वाली कांग्रेस सरकार थी। ढांड मूल रुप से रायपुर के ही हैं। बताया जा रहा है कि कांग्रेस की सरकार में उनकी अच्‍छी दखल थी। ऐसे में सरकार ने फरवरी 2023 में उन्‍हें नवगठित नवाचार आयोग का अध्‍यक्ष बना दिया। ढांड अभी तक उस पद पर बने हुए थे।

बताया जा रहा है कि सत्‍ता परिवर्तन के साथ ही नवाचार आयोग के गठन और कामकाज पर सवाल उठने लगे। सूत्रों के अनुसार विष्‍णुदेव साय सरकार नवाचार आयोग और इस आयोग के अध्‍यक्ष के रुप में ढांड के कामकाज से संतुष्‍ट नहीं है। समीक्षा में सरकार ने पाया कि इस आयोग का कोई औचित्‍य ही नहीं है। ऐसे में सरकार ढांड को बर्खास्‍त करने की तैयारी में थी। आज शाम को ही ढांड की बर्खास्‍तगी का आदेश जारी होने वाला था। इस बीच पूर्व नौकरशाह ढांड को सरकार की इस कार्यवाही की भनक लग गई, इसी कारण उन्‍होंने पद से त्‍याग पत्र दे दिया। बता दें कि चुनाव से पहले भाजपा ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ जो आरोप पत्र जारी किया था उसमें ढांड का नाम भी था। यानी ढांड भाजपा के टारगेट में थे।



Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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