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Vigilance in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में अब विजिलेंसः इस विभाग में लागू होने जा रहा निगरानी सिस्टम, आजकल में निकलेगा आदेश

छत्तीसगढ़ के पंजीयन विभाग में विजिलेंस सिस्टम लागू होने जा रहा है। पंजीयन मंत्री ओपी चौधरी ने फाइल को अनुमोदित कर दिया है। आजकल में ये प्रभावशील हो जाएगा।

Vigilance in Chhattisgarh: छत्तीसगढ़ में अब विजिलेंसः इस विभाग में लागू होने जा रहा निगरानी सिस्टम, आजकल में निकलेगा आदेश
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By Sanjeet Kumar

Vigilance in Chhattisgarh: रायपुर। गुड गवर्नेंस की दिशा में बड़ा कदम उठाते हुए छत्तीसगढ़ सरकार विभागों में अब विजिलेंस सिस्टम लागू करने जा रही है। पंजीयन याने जमीन और संपत्ति की रजिस्ट्री करने वाला छत्तीसगढ़ का पहला विजिलेंस वाला विभाग बनने जा रहा है। पंजीयन मंत्री ओपी चौधरी ने कल विजिलेंस की फाइल पर दस्तखत कर दिया। याने अब राजपत्र में इसे प्रकाशित होना बाकी है। राजपत्र में प्रकाशित होते ही पंजीयन विभाग में विजिलेंस सेल गठित करने का आदेश आजकल में जारी हो जाएगा।

छत्तीसगढ़ का पहला विभाग

छत्तीसगढ़ का पंजीयन पहला विभाग बन गया है, जहां विजिलेंस सिस्टम लागू होने जा रहा है। हो सकता है, आगे चलकर बाकी बड़े विभागों में इसे शुरू किया जाए। वैसे भारत सरकार के सभी विभागों में विजिलेंस होता है। उसे दूसरे विभागों से नियुक्त किया जाता है। ताकि, सही ढंग से वो वित्तीय मामलों की निगरानी कर सके। अब देखना है कि छत्तीसगढ़ के पंजीयन विभाग में विजिलेंस लागू होने जा रहा है उसमें पोस्टिंग के लिए क्या मापदंड बनाए गए हैं। क्योंकि, अगर विभाग के अफसरों को ही विजिलेंस में पोस्ट कर दिया गया तो फिर विजिलेंस सेल बनाने का कोई मतलब नहीं होगा। कायदे से राज्य प्रशासनिक सेवा के किसी ठीकठाक अफसर को विजिलेंस में पोस्ट किया जाना चाहिए। वैसे भी राप्रसे अधिकारियों की छत्तीसगढ़ में कोई कमी नहीं है।

देश का तीसरा राज्य

त्तीसगढ़ में सुशासन की दिशा में विष्णुदेव साय सरकार की यह बड़ी उपलब्धि होगी। अभी केंद्र के अलावे सिर्फ महाराष्ट्र और कर्नाटक में विजिलेंस है। अब इनमें छत्तीसगढ़ का नाम जुड़ गया। छत्तीसगढ़ में जिस तरह भ्रष्टाचार बढ़ा है, उससे कई विभागों में आवश्यक हो गया है कि कोई निगरानी सिस्टम बनाया जाए। वरना, सारे सुशासन के सारे प्रयास बेकार साबित होंगे। क्योंकि, विभागों में बिना इंटरेस्ट के कोई भी फाइलें खिसकती नहीं। यदि कोई विशेष दिलचस्पी नहीं तो फिर बड़ी संख्या में फाइलें पेंडिंग हो जाती हैं।

Sanjeet Kumar

संजीत कुमार: छत्‍तीसगढ़ में 23 वर्षों से पत्रकारिता में सक्रिय। उत्‍कृष्‍ट संसदीय रिपोर्टिंग के लिए 2018 में छत्‍तीसगढ़ विधानसभा से पुरस्‍कृत। सांध्‍य दैनिक अग्रदूत से पत्रकारिता की शुरुआत करने के बाद हरिभूमि, पत्रिका और नईदुनिया में सिटी चीफ और स्‍टेट ब्‍यूरो चीफ के पद पर काम किया। वर्तमान में NPG.News में कार्यरत। पंड़‍ित रविशंकर विवि से लोक प्रशासन में एमए और पत्रकारिता (बीजेएमसी) की डिग्री।

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