वीर सपूत शहीद: छत्तीसगढ़ के रायगढ़ के रहने वाले कर्नल विप्लव त्रिपाठी उग्रवादी हमले में शहीद, पत्नी समेत 7 शहीद
रायपुर 13 नवम्बर 2021। मणिपुर में असम राइफल्स के जवानों पर घात लगाए आतंकवदियों ने हमला कर दिया है। हमला आज सुबह 10 बजे किया गया है। इस हमले में असम राइफल्स के कनर्ल रैंक के कमांडिंग आफिसर विप्लव त्रिपाठी के साथ ही उनकी पत्नी व बच्चे की भी मौत हो गयी है।
बता दे कि, 40 वर्षीय विप्लव त्रिपाठी छतीसगढ़ के रायगढ़ के ही रहने वाले थे, उनके साथ उनकी 38 वर्षीय पत्नी अनुजा व 5 वर्षीय पुत्र अबीर भी साथ थे। कर्नल विप्लव का घर रायगढ़ के हंडी चौक में है और उनके पिता सुभाष त्रिपाठी रायगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार है। वो सांध्य पत्रिका बयार के सम्पादक हैं। विप्लव के दादा किशोरी लाल त्रिपाठी रायगढ़ के प्रथम सांसद भी रह चुके थे, उनके नाम पर रायगढ़ में शासकीय कालेज भी है। कर्नल विप्लव की माता सुधा त्रिपाठी कालेज में लाइब्रेरियन के पदपर थी, जो अब सेवा से निर्वित हो चुकी है।
शहीद विप्लव की पोस्टिंग वर्तमान में मणिपुर के कूगा में थी। वो अपने तीन गाड़ियों के काफिले के साथ चेक पोस्ट का निरिक्षण करने के लिए निकले हुए थे। निरीक्षण के पश्चात मणिपुर राज्य के चुराचांदपुर जिले के सिंघाट सब डिवीजन से मेजर और उनका परिवार गुजर रहा था। इस दौरान काफिले की पहली गाड़ी में ब्लास्ट हुआ। बीच की गाड़ी में कनर्ल अपने परिवार के साथ थे जिस पर आस पास छुपे आतंकियों ने अंधाधुंध गोलियों की बौछार कर दी। हमले में आन द स्पॉट कर्नल शहीद हो गए व उनकी पत्नी और उनके पुत्र ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। हमले में 7 अन्य जवानो के भी शहीद होने व अन्य जवानों के घायल होने की जानकारी मिली है।
इस हमले मे पीपुल्स लिब्रेशन आर्मी का हाथ बताया जा रहा है। सेना इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। कनर्ल विप्लव के छोटे भाई अभय त्रिपाठी भी आर्मी में कर्नल हैं व मणिपुर में ही पदस्थ है कल ही वह छुट्टी पर वापस आया था,पर हमले की सूचना मिलते ही आज बाई रोड झारसगुड़ा पहुँच गए हैं औऱ खबर लिखे जाने झारसगुड़ा एयरपोर्ट से वो दिल्ली जा रहे हैं,जहां से वो मणिपुर जाएंगे। कल कर्नल व उनके पार्थिव शरीर को विशेष विमान से छतीसगढ़ लाया जाएगा। बता दे कि कर्नल विप्लव व कर्नल अभय सिर्फ दो ही भाई थे व उनकी माता जी भी 10 दिन पहले ही मणिपुर से लौटी है।