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रायपुर से दुर्ग तक ट्राम चलेगी! केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ऐलान- आप इलेक्ट्रिक लाइन दे दीजिए, मैं अपने पैसे से कर दूंगा

छत्तीसगढ़ की सड़कें अमेरिका की तरह बनाने का ऐलान

रायपुर से दुर्ग तक ट्राम चलेगी! केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का ऐलान- आप इलेक्ट्रिक लाइन दे दीजिए, मैं अपने पैसे से कर दूंगा
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By NPG News

रायपुर, 21 अप्रैल 2022। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को रायपुर से दुर्ग के बीच यूरोप की तरह ट्राम चलाने की परियोजना शुरू करने का ऐलान किया। उन्होंने सीएम भूपेश बघेल से कहा कि आप रायपुर से दुर्ग तक इलेक्ट्रिक लाइन दे दीजिए, मैं पूरा प्रोजेक्ट अपने पैसे से कर दूंगा। उन्होंने बताया कि इससे डीजल का किराया 50 फीसदी घट जाएगा। इससे लोगों को किराया कम लगेगा। इस सड़क पर डबल डेकर बस के लिए भी अनुशंसा की है। उन्होंने राज्य सरकार की ओर से जो भी प्रस्ताव दिए गए हैं, उन सभी को पूरा करने का ऐलान किया। केंद्रीय मंत्री ने छत्तीसगढ़ में अमेरिका की तरह सड़क बनाने की बात कही है। इससे पहले सीएम बघेल ने केंद्रीय मंत्री से राजधानी में तेलीबांधा से मेग्नेटो मॉल तक फ्लाईओवर, बलौदाबाजार सड़क को फोरलेन बनाने और राम वन गमन पथ के अंतर्गत कोरिया से सुकमा रोड तक नेशनल हाईवे तक जोड़ने की मांग रखी। केंद्रीय मंत्री ने अपने भाषण में कहा कि वे राज्य सरकार, सभी सांसद-विधायकों की ओर से जो भी मांगें आई हैं, उन्हें पूरा करेंगे। राज्य सरकार से यह आग्रह भी किया कि लैंड एक्विजिशन और फॉरेस्ट क्लीयरेंस में तेजी लाएंगे तो एक लाख करोड़ की सड़कें बनाएंगे।

वैल्यू एडिशन से छत्तीसगढ़ का होगा विकास

केंद्रीय मंत्री गडकरी ने कहा कि सबसे ज्यादा खनिज संपत्ति छत्तीसगढ़ में है। इसका वैल्यू एडिशन छत्तीसगढ़ में होगा तो और ज्यादा विकास हो सकता है। किसी भी राज्य के विकास के लिए वाटर, पॉवर, ट्रांसपोर्ट और कम्यूनिकेशन जरूरी है, ये होंगे तो उद्योग आते हैं और कृषि का विकास होता है। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जॉन केनेडी का उल्लेख करते हुए कहा कि अमेरिका धनवान है, इसलिए अमेरिका के रास्ते अच्छे नहीं, बल्कि अमेरिका के रास्ते अच्छे हैं, इसलिए अमेरिका धनवान है।

गडकरी न कहा कि किसानों के विकास के लिए गांवों को जोड़ना आवश्यक है। अटलबिहारी वाजपेयी जब प्रधानमंत्री थे, जब मैं पीडब्ल्यूडी मिनिस्टर था। उन्होंने दिल्ली बुलाया और कहा कि 6.50 लाख गांवों के लिए रोड नहीं है। बच्चे स्कूल नहीं जा सकते। किसान अपनी उपज शहर तक नहीं ले जा सकता है, इसलिए हमारे किसान पिछड़े हैं। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा है कि इस काम की जिम्मेदारी लो, तब मेरी उम्र 36 साल थी। मेरी अध्यक्षता में कमेटी बनी। तीन महीने के बाद एक रिपोर्ट लेकर वाजेपयी के पास गया। नीति आयोग के एक सदस्य थे, उन्होंने कहा कि गांवों को जोड़ना राज्य सरकार का काम है। यह सुनकर मेरा चेहरा छोटा हो गया। मैंने अटलजी की ओर देखा। मैंने कहा कि चुनाव आपको लड़ना है, इन्हें नहीं। कानून बनाने वाले आप ही हैं। आपको ही निर्णय करना चाहिए। मीटिंग खत्म हुई और मैं निकल गया। बाद में वाजपेयी जी ने बुलाया और कहा कि काम क्यों नहीं हो रहा। मैंने कहा आप पीएम हैं। उसी समय उन्होंने कैबिनेट सेक्रेटरी सहित सबको बुलाया। 15 दिन के बाद राष्ट्रपति डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम ने लाल किले से पीएम सड़क योजना का ऐलान किया। आज साढ़े तीन लाख गांवों को पक्की सड़क से जोड़ने का काम हो चुका है।

रायपुर से विशाखापट्नम ग्रीन फील्ड हाइवे

केंद्रीय परिवहन मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ में नेशनल हाइवे के नेटवर्क में काफी अच्छा काम हुआ है। छत्तीसगढ़ में इतना विश्वास दिलाना चाहता हूं कि लैंड एक्विजिशन और फॉरेस्ट क्लीयरेंस दें। एक लाख करोड़ के काम छत्तीसगढ़ को दूंगा। यह छत्तीसगढ़ के ग्रोथ को बढ़ाएगा। उन्होंने बताया कि वे विशाखापट्नम गए थे, तब चंद्रबाबू नायडु सीएम थे। उन्होंने कहा कि रायपुर के पास सबसे बड़ा विशाखापट्नम पोर्ट है, लेकिन रेलवे और रोड ट्रैफिक जाम है। रायपुर-विशाखापट्नम रोड बनाओ। यह 16 हजार करोड़ का काम है। इससे रायपुर और विशाखापट्नम की दूरी 200 किलोमीटर कम होगी। खनिज संपत्ति पूरी दुनिया में जाएगी। यह रोड रायपुर धमतरी कांकेर कोंडागांव नबरंगपुर विजयनगरम होकर जाएगा। यह विकास का पथ बनेगा। रायपुर से धनबाद तक दूसरा कॉरिडोर बना रहे हैं। यह योजना 707 किलोमीटर है।

माओवादियों को खत्म करना है तो रोजगार खड़ा करें

गडकरी ने कहा कि माओवादियों को समाप्त करना है तो रोजगार खड़ा करें, उद्योग खड़ा करें। हमने ट्राइबल सेक्टर को ज्यादा प्राथमिकता दी है। ट्राइबल का विकास होगा तो देश का विकास होगा। आपने जो मांग की है, उसे प्राथमिकता देंगे। ग्लास फाइबर का स्टील लाया है। इसे यूज करेंगे। स्टील फाइबर में ज्यादा कास्ट लगता है। यह छत्तीसगढ़ में हो सकता है। पूरे राज्यों में फैक्ट्री डाल रहे हैं। उससे लागत काफी कम हो जाएगी। असम में 6000 करोड़ का ब्रिज 650 करोड़ में बना। प्री कास्ट की टेक्नोलॉजी उपयोग कीजिए। आरओबी सिर्फ एनएच पर बनाते थे। 10 हजार करोड़ रुपए है। इसमें प्रपोजल बनाकर भेजिए पूरा सपोर्ट करेंगे।

एथेनाल पर काम करने के लिए जोर दिया

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि उनके पास ब्राजील के मंत्री आए थे। पेट्रोल डीजल के भाव बढ़ गए हैं। 100 प्रतिशत एथेनाल या 100 प्रतिशत पेट्रोल ला सकते हैं। एथेनाल भविष्य का फ्यूल है। एथेनाल पंप खोलने सरकार ने अनुमति दी है। राइस वाली जो बात है, एथेनाल तैयार करेंगे तो छत्तीसगढ़ से पेट्रोल गायब हो जाएगा। यह ग्रीन फ्यूल है। पराली से सेकंड जनरेशन एथेनाल बन रहा है, पंजाब हरियाणा में। बाइ प्रोडक्ट बिटुमिन बन रहा है। इस देश का किसान अन्नदाता है। इस देश के किसान को ऊर्जा दाता बनाना है। चावल कितना खरीदेंगे। गोदाम में रखने की जगह नहीं है। क्रॉप पैटर्न बदलना होगा। आने वाले समय में ऊर्जादाता बनें। पराली से बायो सीएनजी बना रहा हूं। एक लाख रुपए बचत है। किसान सीएनजी बनाएगा तो किसानों की गरीबी दूर होगी।

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