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Tigress in Chhattisgarh जख्मी बाघिन : जंगल में तीन युवकों से भिड़ने के बाद घायल बाघिन का वन विभाग के किया रेस्क्यू, ट्रक में लाएंगे जंगल सफारी

Tigress in Chhattisgarh जख्मी बाघिन : जंगल में तीन युवकों से भिड़ने के बाद घायल बाघिन का वन विभाग के किया रेस्क्यू, ट्रक में लाएंगे जंगल सफारी
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By NPG News

सूरजपुर / रायपुर. लकड़ी लेने गए तीन युवकों पर जानलेवा हमला करने के बाद जख्मी टाइग्रेस (बाघिन) का रेस्क्यू कर लिया गया है. थोड़ी देर पहले ही उसे ट्रंक्वीलाइज कर वन विभाग की टीम ने प्राथमिक उपचार शुरू कर दिया है. पीसीसीएफ वाइल्ड लाइफ सुधीर अग्रवाल ने बताया कि टाइगर का सफलता पूर्वक रेस्क्यू कर लिया गया है. प्राथमिक उपचार के बाद उसे देर रात तक जंगल सफारी लाया जाएगा, ताकि उसका बेहतर इलाज किया जा सके. अधिकारियों के मुताबिक यह बाघिन कहां से आई थी, फिलहाल यह पुष्टि नहीं हो पाई है. ऐसा अनुमान है कि बांधवगढ़ या संजय टाइगर रिजर्व की यह बाघिन हो सकती है. देखिए वीडियो...

बता दें कि मंगलवार सुबह कुमकी हाथी और जेसीबी की मदद से रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया गया. साथ ही, पेड़ पर चढ़कर भी ट्रंक्वीलाइज करने की कोशिश की गई. वन विभाग द्वारा यह सावधानी बरती जा रही थी कि बाघिन फिर आक्रामक होकर स्ट्राइक न करे, इससे उसे भी नुकसान हो सकता था. हालांकि, ऐसी स्थिति नहीं बनी. कल सुबह से बाघिन जख्मी हालत में थी. उसे ट्रंक्वीलाइज कर स्ट्रेचर की मदद से लाया गया, फिर पिंजरे में बंद कर इलाज शुरू किया गया.

गौरतलब है कि सोमवार को सुबह ओडगी के कालामांजन गांव के युवक समय लाल (32 वर्ष), कैलाश सिंह (35 वर्ष) और रायसिंह (30 वर्ष) आज सुबह लकड़ी बीनने के लिए जंगल में गए हुए थे. इसी बीच अचानक बाघ ने हमला कर दिया था. तीनों युवक घबरा गए. वे बाघ से बचने के लिए संघर्ष करने लगे. अपने बचाव के लिए फरसे से वार किया था. इसी संघर्ष के दौरान समय लाल को बाघ ने गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया और उसकी मौत हो गई, जबकि कैलाश और राय सिंह को हॉस्पिटल लाया गया है. इलाज के दौरान एक और की मौत हो गई. जैसे ही घटना की जानकारी गांव के लोगों को मिली तो वे डंडा लेकर जंगल में घुसे. हालांकि उन्हें बाघ नहीं दिखा. वन विभाग को खबर मिली तो डीएफओ सहित पूरा अमला मौके पर पहुंचा. मौके पर एक सुरक्षा घेरा बनाया गया, जिससे टाइगर भाग न पाए और गांववाले नाराजगी में कोई नुकसान न पहुंचाएं. जहां पर घटना घटी है, वहां से कुछ ही दूरी पर कुदरगढ़ देवी का मंदिर है. पहाड़ी पर स्थित इस मंदिर में काफी संख्या में नवरात्र के चलते श्रद्धालु आ रहे हैं, इसलिए भी वन विभाग सतर्कता बरत रहा था.

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