TI सस्पेंड ब्रेकिंग : गाजे बाजे के साथ विदाई समारोह करने वाले टीआई को जॉइन करते ही आईजी ने किया सस्पेंड, गृह मंत्री की अनुशंसा पर निकला था सिंगल ऑर्डर...
बिलासपुर. एनपीजी की खबर का बड़ा असर हुआ है। सिंघम की तरह गॉगल्स लगाकर कार का सनरूफ खोलकर ढोल ताशे के साथ विदाई लेने वाले टीआई को निलंबित कर दिया गया है। टीआई की इस हरकत को अफसरों ने बड़ी अनुशासनहीनता माना है। आईजी बद्री नारायण मीणा ने ज्वॉइन करते ही सस्पेंड कर दिया। बता दें कि गृह मंत्री ताम्रध्वज साहू की अनुशंसा पर सिंगल ऑर्डर निकाल कर स्वर्णकार का डोंगरगढ़ से बिलासपुर ट्रांसफर किया गया था. बिलासपुर में रहते हुए स्वर्णकार पहले भी विवादित रहे थे।
राजनांदगांव जिले के डोंगरगढ़ थाना प्रभारी सुरेंद्र स्वर्णकार का पिछले दिनों सिंगल आदेश निकाल कर बिलासपुर जिले तबादला कर दिया गया था। जिसके बाद थाना स्टाफ ने उन्हें विदाई देने के लिए बैंड बाजा के साथ रैली निकाली थी। इस रैली में टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार अपनी कार का सनरूफ ख़ोल उसमे गॉगल्स लगा खड़े होकर विजयी नेता की तरह सबका अभिवादन कर रहे थे। रैली में ट्रैफिक नियमों की भी जमकर धज्जिया उड़ाई गई थी। कार के चारों तरफ पुलिसकर्मी वर्दी की गरिमा को किनारे रखकर भांगड़ा कर रहे थे। ढोल-ताशों के साथ विदाई का यह वीडियो सोशल मीडिया में जमकर वायरल हुआ था। इसकी खबर एनपीजी ने भी बड़ी प्रमुखता से प्रकाशित की था। राजनांदगांव जिले से रिलीव होकर बिलासपुर आकर आमद देने के बाद आईजी बद्री नारायण मीणा ने उन्हें निलंबित कर दिया है।
स्वर्णकार का विवादों से नाता
टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार पूर्व में भी विवादित रहे हैं। बिलासपुर के तारबाहर थाना में टीआई रहने के दौरान उन्होंने लॉकडाउन में एक पेट्रोल पंप कर्मी की बड़ी बेरहमी से पिटाई की थी, जिसका सीसीटीवी वीडियो भी सोशल मीडिया में प्रसारित हुआ था। जिसके बाद उन्हें लाइन अटैच कर जांच बैठाई गई थी। पर आवेदक से समझौता कर टीआई स्वर्णकार ने किसी तरह मामले को रफा दफा करवा फिर से पोस्टिंग ले ली थी। इसके बाद सरकार से जुड़े प्रभावशाली लोगों से दुर्व्यवहार के मामले में उनका बीजापुर तबादला किया गया था। तब भी अपने रसूख का इस्तेमाल कर तबादला आदेश रुकवा लिया। पिछले साल अप्रैल माह में टीआई की ट्रांसफर लिस्ट में उन्हें राजनांदगांव जिला भेजा गया था, जहां वे दस माह तक डोंगरगढ़ थाना प्रभारी थे। ज्ञातव्य है कि बिलासपुर के सिविल लाइन थाना में पदस्थ रहने के दौरान तत्कालीन आईजी रतनलाल डांगी ने थाने का औचक निरीक्षण किया था तब भी गंभीर लापरवाही मिलने पर उन्हें आईजी ने लाइन अटैच कर दिया था।
रायपुर 9 अप्रैल 2023। इस खबर में लगे वीडियो देखेंगे तो आपको सहसा लगेगा कि सिंघम जैसी किसी फिल्म का क्लिप होगा। मगर ये क्लिप नहीं...छत्तीसगढ़ के एक टीआई का बिदाई जुलूस है। इससे पहले छत्तीसगढ़ के लोगों ने किसी बड़े पुलिस अधिकारियों की भी ऐसी बिदाई नहीं देखी। कितने दमदार एसपी, आईजी अच्छे काम करके बिदा हो गए...मगर कभी उनका जुलूस नहीं निकला। मगर इस टीआई का जलवा देखकर बड़े-बड़े पुलिस अधिकारी शर्मा जाएंगे।बता दें, डोंगरगढ़ के टीआई सुरेंद्र स्वर्णकार का बिलासपुर ट्रांसफर हुआ है। उनका सिंगल आर्डर निकला है। सरकार में सिंगल आर्डर तभी निकलता है, जब किसी मुलाजिम के खिलाफ कार्रवाई की जाती है या फिर बड़ा एप्रोच लगा हो। अब सिंगल आर्डर निकला है, तो जुलूस तो बनता ही है। सड़क को जाम कर पुलिस ने टीआई का जुलूस निकाल दिया। बताते हैं, गाड़ी भी टीआई की पर्सनल है। बिलासपुर आरटीओ की गाड़ी का नम्बर सीजी 102030 नम्बर है।
टीआई साहब कार की सन रुफ को बर्दी में काला चश्मा पहनकर हटाकर खड़े हैं...कभी वे मुस्कुरा रहे, कभी लोगों को हाथ जोड़ रहे हैं तो कभी हाथ हिला रहे हैं। कार को चारों तरफ से घेरे पुलिस कर्मी भांगड़ा कर रहे हैं।टीआई साहब इससे पहले भी बिलासपुर में पोस्टेड रह चुके हैं। लॉकडाउन के समय एक पेट्रोल पंप कर्मी की पिटाई के बाद उन्हें लाइन अटैच किया गया था। उसके कुछ दिन बाद सरकार से जुड़े प्रभावशाली लोगों के वकील के साथ दुर्व्यवहार के मामले में बीजापुर ट्रांसफर हुआ। लेकिन आदेश पर अमल नहीं हो पाया। ट्रांसफर रुक गया।कुछ दिन बाद राजनांदगांव ट्रांसफर हो गया और अब फिर से बिलासपुर। इतने प्रभावशाली टीआई हैं तो सिंघम स्टाईल में बिदाई जुलूस तो बनता ही है।