ये होंगे विपक्ष के राष्ट्रपति उम्मीदवार, 19 दलों की सहमति, 27 जून को करेंगे नामांकन दाखिल

नई दिल्ली 21 जून 2022। पूर्व केन्द्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा राष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्ष के संयुक्त उम्मीदवार होंगे। यशवंत सिन्हा अटल बिहारी वाजपेयी की एनडीए सरकार में वित्त मंत्री और विदेश मंत्री का कार्यभार संभाल चुके हैं। यशवंत सिन्हा ने 2018 में बीजेपी को छोड़ा था, वे अब तृणमूल कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं।
वहीं, राष्ट्रपति चुनाव को लेकर NCP प्रमुख शरद पवार के नेतृत्व में विपक्षी दलों के नेताओं की बैठक संपन्न हो गई है। इस बैठक में यशवंत सिन्हा के नाम पर अंतिम मुहर लग गई । टीएमसी प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने ये बैठक बुलाई थी। इसमें उन्होंने 22 विपक्षी दलों को न्यौता दिया था, हालांकि केवल 17 राजनीतिक पार्टियों के नेता शामिल हुए। दिल्ली और पंजाब की सत्ता संभाल रही आम आदमी पार्टी, तेलंगाना की टीआरएस, ओडिशा की बीजेडी, आंध्र प्रदेश की वाईएसआर कांग्रेस जैसी पार्टियों ने खुद को इस बैठक से अलग रखा।
हालाकि, शरद पवार, देवेगौड़ा, अब्दुल्ला और गोपाल कृष्ण गांधी ने उम्मीदवार बनने से इंकार कर दिया था। इसके बाद आज शरद पवार के घर पर विपक्ष की दूसरी बैठक हुई। इसमें टीएमसी ने यशवंत सिन्हा का नाम प्रस्तावित किया। जिसपर सभी दलों ने सहमति जता दी।
सिन्हा को बधाई देते हुए पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा, 'आगामी राष्ट्रपति चुनाव के लिए सभी प्रगतिशील विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार बनाए जाने पर यशवंत सिन्हाजी को बधाई। वे कुशाग्र बुद्धि के व्यक्ति हैं, जो निश्चित रूप से हमारे राष्ट्र का प्रतिनिधित्व करने वाले मूल्यों को बनाए रखेंगे।
