इन लोगों ने फ्लिपकार्ट को ही लगा दिया चूना, कंपनी से 28 हजार का मोबाइल मंगवाकर लौटा देते थे 4 हजार का मोबाइल, फ्लिपकार्ट से की लाखों की धोखाधड़ी....
बिलासपुर 3 दिसम्बर 2021। ऑनलाइन फ्लिपकार्ट शॉपिंग में धोखाधड़ी करने वाले चार शातिर आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। चारों आरोपी एक्सचेंज ऑफर के माध्यम से फ्लिपकार्ट कंपनी को चूना लगाया करते थे। गिरफ्तार आरोपियों में एक मोबाइल दुकान का संचालक है।
दरअसल ये पूरा मामला थाना सरकंडा क्षेत्र का है। रतनपुर स्थित फ्लिपकार्ट की लॉजिस्टिक कंपनी में ओडीएच के पद पर तैनात हब इंचार्ज ने धोकाधड़ी की शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में बताया था कि, पुराने मोबाइल में फर्जी आईएमईआई डाल कर फ्लिपकार्ट कंपनी से एक्सचेंज कर धोकाधड़ी की जा रही है। इस शिकायत के बाद पुलिस ने जांच करते हुए मुंगेली निवासी मोबाइल दुकान संचालक दुर्गेश वर्मा, अजय दावड़ा, अनमोल सोनकर, प्रमोद पांडेकर को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की।
कड़ाई से पूछताछ में बताया कि, दुर्गेश अलग अलग जगहों से पुराने मोबाइल खरीदकर उन मोबाइल के IMEI को एक सॉफ्टवेयर की मदद से चेंज किया करता था। इसके बाद पुराने मोबाइल में महंगे मोबाइल का IMEI डालकर उसे फिल्पकार्ट एक्सचेंज ऑफर में दे कर महंगे मोबाइल मंगवाता था। आरोपी फ्लिपकार्ट कम्पनी से मंगाए गए मोबाइल को अपने मोबाइल दुकान में कम कीमत पर ग्राहकों को बेच दिया करता था। इन कामों में दुर्गेश का साथ उसके तीनों साथी भी देते थे।
ऐसे देते थे पूरी घटना को अंजाम
फ्लिपकार्ट द्वारा दिए जा रहे एक्सचेंज ऑफर की जानकारी दुर्गेश को थी। जिसका फायदा उठाने के लिए यह सैमसंग के पुराने स्मार्ट फोन को रायपुर, बिलासपुर, भिलाई के दुकानों से कम दामों मे क्रय करता था तथा पुराने क्रय किए हुए मोबाइल IMEI नम्बरों को परिवर्तित कर उनको मंहगे मोबाइल के IMEI में फिक्स करके फ्लिपकार्ट को एक्सचेंज ऑफर के तहत भेजकर नए मंहगे मोबाइल मंगवाकर उन्हें बेचकर मुनाफा कमाता था।
इस घटना को करने के लिए दुर्गेश व अजय दावड़ा दोनों ने मिलकर आईएमईआई एवं नेटवर्क परिवर्तित करने वाला एक साफ्टवेयर आनलाईन आर्डर के माध्यम से भी मंगवाया था, जिसके माध्यम से वह बिलासपुर, रायपुर, भिलाई जैसे अन्य शहरों से खरीदे गए कम दामों के मोबाइल को कनेक्ट कर तथा मंहगे मोबाइल का IMEI डाल कर उस मोबाइल के IMEI तथा नेटवर्क को रिपेयर कर लेता था। जैसे कि, (पुराना मोबाइल जो यह 2 से 4 हजार में लेता था एसेंबल एवं IMEI परिवर्तित करने पर माडल के अनुसार इसकी मूल्य 15 से 18 हजार हो जाता है तथा नया मोबाइल जिसकी कीमत 30000 रूपये है में 18 हजार कम में इसको 12000 रूपये ही देना पड़ता था और उस मोबाइल को 27-28 हजार में बेच दिया करता था। इस तरह से करीब 100 से अधिक मोबाइल मंगवाकर बेच चुका था।
पुलिस ने चारों आरोपियों के कब्जे से लैपटॉप 2 नग, नया मोबाइल 80 नग, पुराना मोबाइल 72 नग, फ्लिप कवर 25 नग, मोबाइल चार्जर 01 नग, सिम कार्ड 09 नग तथा 01 नग साफ्टवेयर octa plus drive जब्त किया है।