शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव ने हड़ताली शिक्षकों से की अपील... हड़ताल खत्म कर स्कूल लौटें, NPG से बोले...
रायपुर 24 दिसंबर 2021। स्कूल शिक्षा विभाग के प्रमुख सचिव डॉ. आलोक शुक्ला ने हड़ताली सहायक शिक्षकों से अपील की है कि वे हड़ताल खत्म कर स्कूल लौटें। छत्तीसगढ़ के सबसे तेज़ और विश्वसनीय न्यूज़ वेबसाइट NPG. NEWS से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कोविड से बच्चों का काफी नुकसान हो चुका है। सहायक शिक्षक हड़ताल समाप्त करें...सरकार उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार कर रही है। प्रमुख सचिव ने कहा कि शिक्षा और शिक्षकों को लेकर सरकार वैसे भी संजीदा है। शिक्षक हड़ताल न करें, तब भी उनसे जुड़ी चीजें सरकार की प्राथमिकता में रहती है। उन्होंने बताया, पिछले कैबिनेट में सरकार ने खुद पहल करते हुए सहायक शिक्षक से शिक्षक प्रमोशन के लिए 5 वर्ष की सीमा को घटाकर तीन वर्ष कर दिया है। दो साल की सेवावधि वाले शिक्षकों का संविलियन किया जा रहा है।
आलोक शुक्ला की बात कुछ मायनों में सही भी है। एक शिक्षक नेता ने भी माना कि भूपेश बघेल सरकार बनने के बाद 8 वर्ष की सेवा पूर्ण किए शिक्षाकर्मियों का संविलियन का जो प्रावधान था उसके तहत 30000 शिक्षाकर्मियों का संविलियन किया गया। साथ ही पहले ही बजट में जो पिछली सरकार में संविलियन किया था उन शिक्षाकर्मियों के लिए भी बजट का प्रावधान किया गया। पिछ्ली सरकार ने संविलियन तो किया था किंतु बजट में राशि का प्रावधान नहीं किया था इसकी घोषणा पहले बजट में हुई। फिर, मार्च 2020 में विधानसभा में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 2 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके शिक्षाकर्मियों के संविलियन की घोषणा की जिसका क्रियान्वयन 1 नवंबर 2020 को किया गया। जिसमें सीधे तौर पर 16278 शिक्षाकर्मियों को लाभ हुआ। यही नहीं 2019 और 20 में जुलाई में 8 वर्ष की सेवा अवधि पूर्ण कर चुके 30000 शिक्षाकर्मियों का भी संविलियन कांग्रेस ने किया।
भाजपा सरकार द्वारा शिक्षाकर्मियों का संविलियन करते समय जो प्रावधान बनाए गए थे उनके तहत शिक्षा विभाग में 5 वर्ष की सेवा पूर्ण कर चुके शिक्षा कर्मियों को ही पदोन्नति की पात्रता थी , कांग्रेस सरकार द्वारा अंतिम कैबिनेट बैठक में इस पर निर्णय लेते हुए शिक्षक , व्याख्याता और प्राथमिक स्कूल प्रधान पाठक पद पर पदोन्नति के लिए 5 वर्ष की अनिवार्य सेवा को घटाकर 3 वर्ष की अनिवार्य सेवा कर दिया गया है जिससे 1 जुलाई 2018 शिक्षक संवर्ग पदोन्नति के लिए पात्र हो गए हैं । हालांकि, शिक्षक नेता इस मांग को जायज ठहरा रहे कि सहायक शिक्षकों के साथ नाइंसाफी हुई है। सहायक शिक्षक और शिक्षक के ग्रेड पे में काफी फर्क है।काफी फर्क है।