10 लाख की लूट की घटना निकली फर्जी: कैशियर ही निकला मास्टरमाइंड....भतीजा और चाचा गिरफ्तार... पढ़े पूरा मामला...
रायपुर 10 मई 2022। सोमवार की दोपहर हुई 10 लाख लूट का मामले को पुलिस ने सुलझा लिया है। इसके साथ ही पुलिस ने लूटी गई रकम में 9 लाख रुपये बरामद भी कर लिए है। प्रार्थी कैशियर ने खुद ही अपने भतीजे के साथ मिल कर रकम की लूट की थी।
घटना गंज थाना क्षेत्र की है। सोमवार को प्रापर्टी डीलर के यहां कैशियर का काम करने वाले आकाश यादव ने गंज थाने में 10 लाख रुपये लूट की एफआईआर दर्ज कराई थी। प्रार्थी के अनुसार देवेंद्र नगर एचडीएफसी बैंक में वह 10 लाख की रकम जमा करने जा रहा था। जब वह चुना भट्टी ओवरब्रिज के पास पहुँचा था, उस दौर बाइक सवार लुटेरे पहुंचे और नगदी से भरा बैग छीनकर फरार हो गए।
इस शिकायत के बाद पुलिस घटनास्थल पहुँची और इसकी जांच शुरू की गई। इधर एसएसपी प्रशांत अग्रवाल ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एएसपी तारकेश्वर पटेल, क्राइम एएसपी अभिषेक माहेश्वरी को जांच कर आरोपियों की गिरफ्तारी के निर्देश दिए।
पुलिस और सायबर सेल की टीम ने कार्रवाई करते हुए घटना स्थल पर लगे सीसीटीवी और आसपास के लोगों से पूछताछ की। पूछताछ में जब कोई भी सबूत नहीं मिला तो पुलिस का संदेह पीड़ित कैशियर पर गया। पुलिस ने कढ़ाई से पूछताछ की तो कैशियर ने लूट की वारदात अपने भतीजे के साथ मिलकर करने की बात स्वीकार की। कैशियर ने बताया कि, पिछले तीन सालों से वो प्रोपर्टी डीलर के द्वारा दी गई रकम को बैंक में जमा करने का काम कर रहा था। रुपये देख कर उसकी नियत डोल गई थी। साथ मे उसके ऊपर लाखों का कर्ज भी था और इसी कर्ज को चुकाने के लिए अपने भतीजे को साथ मे रखकर लूट की प्लानिंग तैयार की।
कैशियर आकाश यादव को घटना के एक दिन पहले ही उसके मालिक प्रॉपर्टी डीलर ने सोमवार को 10 लाख रुपए जमा करने जाने की बात कही थी, जिसके बाद उसने अपने नाबालिग भतीजे के साथ मिलकर लूट की प्लानिंग तैयार की।
सोमवार को जैसे ही आकाश 10 लाख लेकर निकाला उस दौरान चुना भट्टी ओवरब्रिज के नीचे अपने भतीजे को बुलाया और उसे रुपये देकर वहां से भगा दिया। इसके बाद इस घटना को लूट की वारदात बता कर इसकी जानकारी अपने मालिक और पुलिस को दी।
फिलहाल पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है और 9 लाख रकम भी जब्त कर ली गई है।