मुबंई 07 मई 2022 I बॉलीवुड एक्टर सोनू सूद इन दिनों अपनी फिल्म 'आचार्य' को लेकर सुर्खियों में हैं. कुछ दिनों पहले उन्होंने एक वीडियो शेयर किया था जिसमें 'आचार्य' फिल्म देखने गए फैंस ने सोनू सूद की एंक्ट्री पर नोटों की बारिश की. इस बीच जरूरतमंद लोगों की मदद कर उनके मसीहा बने सोनू सूद ने देशभर में विवाद का केंद्र बने लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा बहस पर अपनी प्रतिक्रिया दी है. ये पहली बार है जब सोनू सूद ने इस विवाद पर अपना बयान जारी कर शांति की अपील की है.
एक्टर सोनू सूद ने सभी को मिलकर रहने की अपील की है. उन्होंने अपनी बात रखते हुए कोरोना काल का जिक्र किया है. वे कहते हैं- लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा विवाद पर दुख है और जिस तरह से लोग अब एक-दूसरे के खिलाफ खड़े होकर जहर उगल रहे हैं, उसे देखकर दिल टूटता है. पिछले ढाई सालों में हम सभी ने मिलकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग लड़ी. 'राजनीतिक दलों ने भी कंधों से कंधा मिलाकर इस महामारी का सामना किया. कोरोना की पहली और दूसरी लहर में, जब सभी कोरोना मरीजों को ऑक्सीजन की जरूरत थी, किसी ने भी धर्म की चिंता नहीं की थी. कोरोना के खतरे ने हमारे देश को एक कर दिया था. धर्म से परे हमारे रिश्ते अटूट बंधन में बंध गए थे.
सोनू सूद ने सभी राजनीतिक पार्टियों से अपील करते हुए कहा- ये वो समय है जब हमें बेहतर भारत के लिए साथ आना होगा. हमें धर्म और जाति की सीमाओं को तोड़ना होगा. ताकि हम मानवीय आधार पर योगदान कर सकें. अगर हम धर्म से परे एकसाथ खड़े होते हैं तो लाउडस्पीकर विवाद अपने आप खत्म हो जाएगा. मानवता, भाईचारा समाज में गूंजेगा. सोनू सूद ने ये बयान पुणे में JITO Connect 2022 समिट में दिया. सोनू सूद ने देश में चल रहे लाउडस्पीकर और हनुमान चालीसा पर पहली बार रिएक्ट किया है. वे किसी भी सामाजिक और पॉलिटिकल मैटर पर अपनी राय रखने से चूकते नहीं हैं. सोनू सूद ने कोरोना काल में गरीबों की काफी मदद की थी. इसकी वजह से सोनू सूद को मसीहा का टैग मिला. सोनू सूद अब भी लोगों की मदद करते रहते हैं. लोग उन्हें ट्वीट या पर्सनल मैसेज कर मदद की गुहार लगाते हैं.