
डेस्क। भारत सरकार ने एक बार फिर 232 ऐप्स को बैन किया है। ये सभी ऐप्स चीन से सम्बंधित है। इलेक्ट्रॉनिक और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय की सिफारिशों के आधार पर निर्णय लिया है। बैन हुए चीनी ऐप्स में 138 सट्टेबाजी एप और 94 ऋण देने वाले एप शामिल है।
गृह मंत्रालय से जानकारी आई है कि इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (MeitY) ने इन चाइनीज लिंक वाले एप को तत्काल और आपातकालीन आधार पर प्रतिबंधित और ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
गृह मंत्रालय ने छह महीने पहले ही 288 चाइनीज लोन एप का नजर रखना शुरू किया था। इनमें से 94 एप ऐसे हैं जो, एप स्टोर पर उपलब्ध हैं और अन्य एप थर्ड पार्टी लिंक के माध्यम से काम कर रहे हैं। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय को इस सप्ताह गृह मंत्रालय से इन एप्स को ब्लॉक करने के निर्देश दिए गए थे। जिसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने इन एप्स को ब्लॉक करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
मालूम हो कि, ये ऐप चीनी नागरिकों के दिमाग की उपज हैं, जिन्होंने भारतीय लोगों को कर्ज लेने का लालच देते थे और फिर सालाना 3,000 फीसदी से ज्यादा ब्याज वसूलते थे। इस काम के लिए वो चीनी भारत के लोगों को शामिल करते और उन्हें ये काम देते थे। बताया जा रहा है कि यह मामला विशेष रूप से आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में ऐसे कुछ लोगों के आत्महत्या करने के बाद सामने आया था, जिन्होंने कथित तौर पर इन ऐप्स के झांसे में फंसकर पैसा गंवा दिया था।
तेलंगाना, ओडिशा और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों के साथ-साथ केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने केंद्रीय गृह मंत्रालय से इन एप्स के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है। जिसके बाद इन चाइनीज लिंक वाले 138 बेटिंग एप और 94 लोन एप को तत्काल और आपातकालीन आधार पर प्रतिबंधित और ब्लॉक किया गया है।
थर्ड पार्टी पर अभी भी उपलब्ध: ज्यादातर ऐप्स स्मार्टफोन पर डाउनलोड के लिए प्ले स्टोर पर उपलब्ध नहीं है लेकिन रिपोर्ट में बताया गया है कि बेटिंग ऐप्स और गेम्स को थर्ड पार्टी लिंक या वेबसाइट से डाउनलोड किया जा सकता है। कई ऐप्स को ऑनलाइन सीधे सोशल मीडिया साइट्स से भी खेला जा सकता है।
