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स्वामी आत्मानंद स्कूल में परिवर्तित होने वाले स्कूलों की व्यवस्था पर प्रिंसिपल की ऑनलाइन बैठक, डीईओ ने दिया ये भरोसा

स्वामी आत्मानंद स्कूल में परिवर्तित होने वाले स्कूलों की व्यवस्था पर प्रिंसिपल की ऑनलाइन बैठक, डीईओ ने दिया ये भरोसा
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By NPG News

रायपुर। सभी हायर सेकंडरी स्कूलों को आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी माध्यम स्कूल में कन्वर्ट करने के संबंध में 10 अगस्त को सभी बीईओ और प्रिंसिपल की ऑनलाइन बैठक रखी गई है। NPG.News की खबर के बाद रायगढ़ डीईओ आरपी आदित्य का एक और मैसेज आया है, जिसमें उन्होंने 10 अगस्त को होने वाली बैठक की जानकारी दी है।

डीईओ के वॉट्सएप संदेश में एक और बात सामने आई है कि सभी हायर सेकंडरी स्कूलों को स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी स्कूलों में परिवर्तित करने के लिए तैयारी हो चुकी है। डीईओ आदित्य ने लिखा है कि स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट हिंदी स्कूलों में परिवर्तित होने के बाद भी सभी शिक्षकों को पहले की भांति डीडीओ से वेतन मिलेगा। हालांकि उन्होंने एक बड़ी बात यह भी बताई है कि अतिरिक्त सुविधाएं मिलेंगी। इन विषयों पर ही बातचीत के लिए प्रिंसिपल के साथ ऑनलाइन मीटिंग रखी गई है।

CG ब्रेकिंग न्यूज: सभी हायर सेकेंडरी स्कूल बनने जा रहे हैं स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम? DEO के मैसेज की क्या है सच्चाई, प्रमुख सचिव बोले

रायपुर। क्या प्रदेश के समस्त हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम के रूप में परिवर्तित होने जा रहे हैं ??? यह सवाल इसलिए खड़ा हुआ है क्योंकि रायगढ़ जिले के जिला शिक्षा अधिकारी आरपी आदित्य के साथ उन्हीं के जिले के कुछ अन्य अधिकारियों के मैसेज सोशल मीडिया ग्रुप में वायरल हो रहे हैं जिसमें उन्होंने साफ तौर पर यह कहा है कि "जिले के समस्त हाई स्कूल एवं हायर सेकेंडरी स्कूल को स्वामी आत्मानंद हिंदी माध्यम के रूप में संचालित किया जाना प्रस्तावित है । इसके लिए सभी प्राचार्य से कक्षा नवमी , कक्षा दसवीं, कक्षा ग्यारहवीं एवं बारहवीं में संकायवार दर्ज संख्या आज ही एकत्रित करें। इसके अतिरिक्त प्रत्येक विद्यालय के स्वीकृत पद में कार्यरत व्याख्याता का नाम एवं विषय सहित जानकारी तैयार करें........ "

सूत्रों के हवाले से जो जानकारी सामने निकल कर आ रही है उसके मुताबिक स्कूल शिक्षा विभाग द्वारा इस बात पर विचार किया जा रहा है कि जिन जिलों में डीएमएफ फंड है वहां यह योजना लागू की जाए और इसकी शुरुआत जिन जिलों में बड़े डीएमएफ फंड है वहां से की जाएगी। सूबे में 12 जिलों में डीएमएफ है, जिसमें कोरबा, दंतेवाड़ा, रायगढ़, जांजगीर, बिलासपुर जैसे बड़े जिले प्रमुख हैं ।

प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला बोले:- इस खबर की सत्यता का पता लगाने NPG.NEWS ने स्कूल शिक्षा के प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला से बात की। उन्होंने बताया, अभी चीजें बेहद प्राइमरी लेवल पर है, हमने डीएमएफ कलेक्टरों से कहा है कि जिन जिलों में डीएमएफ ज्यादा है, वहां इस बारे में प्रयास किया जाए। इससे स्कूल स्कूलों की व्यवस्थाएं और दुरुस्त होंगी।

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