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RSS प्रमुख मोहन भागवत को कांग्रेस का आमंत्रण, प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को दिखाने के लिए दिया गया आमंत्रण...पढ़ें..

RSS प्रमुख मोहन भागवत को कांग्रेस का आमंत्रण, प्रदेश में हो रहे विकास कार्यों को दिखाने के लिए दिया गया आमंत्रण...पढ़ें..
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By NPG News

रायपुर। राज्य सरकार के द्वारा प्रदेश में किये गए विकास कार्यों को दिखाने के लिए आमंत्रण पत्र को लेकर जिला कांग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे आज शाम जैनम मसान भवन पहुंचे। यहां पर उन्होंने आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत को कौशल्या मंदिर और गौठान देखने आने के लिए आमंत्रण पत्र दिया। नीचे देखें रायपुर जिला काँग्रेस अध्यक्ष गिरीश दुबे द्वारा जारी निमंत्रण पत्र....

प्रति,

डॉ. मोहन जी भागवत

सरसंघचालक

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ

वन्दे मातरम् ।

आदिम सभ्यता और आधुनिक विश्व के संधिस्थल छत्तीसगढ़ की पवित्र धरा पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अखिल भारतीय आयोजन हो रहा है. ऐसा अवसर कम आता है जब आपके संगठन के सभी महत्वपूर्ण आनुषांगिक संगठन एवं पदाधिकारीगण एक साथ छत्तीसगढ़ में उपस्थित रहे। छत्तीसगढ़ में 2018 में भारतीय जनता पार्टी के पिराट पराभव और भारतीय राष्ट्रीय

कांग्रेस पार्टी को प्राप्त अद्वितीय जनादेश के बाद कांग्रेस सरकार ने माननीय श्री भूपेश बघेल जी के

नेतृत्व में प्रगति, सदभाव, विकास और जनसेवा के नये प्रतिमान गढ़े हैं।

माननीय मुख्यमंत्री जी ने मीडिया के माध्यम से आपको गौठान एवं माता कौशल्या मंदिर का दर्शन करने हेतु आमंत्रित किया था। इसके बावजूद मीडिया के माध्यम से यह जानकारी मिली रही है कि आपको किसी भी प्रकार का कोई मंत्र नहीं मिला है। माननीय मुख्यमंत्री जी ने मीडिया के माध्यम से यह स्पष्ट किया है कि चूंकि ये सार्वजनिक स्थान है जहाँ कोई भी जा सकता है इसके लिये किसी भी आस्थावान व्यक्ति को पृथक से निमंत्रण देने की कोई आवश्यकता नहीं है। तथापि में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का जिलाध्यक्ष होने के नाते अपना नैतिक दायित्व मानता हूँ कि आपको विधिवत आमंत्रित करूँ। अतः यह पत्र में आपको आपकी इच्छानुसार लिख रहा हूँ

आपको बताना चाहेंगे कि हमारी सरकार छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक विरासत को सुरक्षित और समृद्ध करने की दिशा में सतत कियाशील है। सदियों से उपेक्षित राम वन गमन पथ में आने वाले छत्तीसगढ़ के सभी स्थानों की पहचान करके उनके जीर्णोद्वार प्रतिष्ठापन और उन्हें जन आस्था के केंद्रों के रूप में विकसित करने का भगीरथी प्रयास राज्य सरकार द्वारा किया गया है।

भगवान राम हमारी छत्तीसगढ़िया संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। माता कौशल्या छत्तीसगढ़ महतारी की दुलारी बेटी है। भगवान राम को हम माचा राम मानते और भांजे को राम सदृश सम्मान देना हमारी संस्कृति में रचा बसा है हमारे राम जन जन के राम है, चितों के पीड़ितों के कमजोर वर्ग के शक्तिस्रोत राम है और राम जी के प्रति आदरांजली अर्पित करने के लिये चंदखुरी सबसे उत्तम स्थान हो सकता है जहाँ माता कौशल्या का प्राचीन मंदिर है, वहीं वैद्यराज सुषेण के भी इसी क्षेत्र के होने की मान्यता सदियों पुरानी है।

मैं व्यक्तिगत आग्रह करते हुए आपको आमंत्रित करता हूँ कि आप माता कौशल्या मंदिर दर्शन का सौभाग्य अवश्य प्राप्त करें। साथ ही आपको आमंत्रित करते हैं कि आप स्वयं देखें कि छत्तीसगढ़ में गौठानों को किस प्रकार से गौसंरक्षण, संस्कृति और ग्रामीण आर्थिक उपजीविका के केंद्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। आपके कार्यक्रम स्थल जैनम पैलेस के समीप ही दो गौठान स्थित हैं (1) निलजा गौठान ब्लॉक धरसींवा एवं (2) नवागांव गौठान ब्लॉक अमनपुर ये दोनों ही गोठान आपके आयोजन स्थल के 15-20 किलोमीटर के दायरे में हैं। यदि आप किसी और गौठान में भी जाना चाहे तो आपका स्वागत है। माता कौशल्या मंदिर दर्शन, गोठान एवं अन्य योजनाओं तथा विषयों पर आपके सुझावों का हम मुक्त हृदय से स्वागत करेंगे तथा शासन को अवश्य अवगत करायेंगे आप यदि उचित समझे तो मैं स्वयं आपकी अगुवानी करते हुयेइस लघु प्रयास में आपके साथ उपस्थित रहने की कोशिश करूँगा यदि आप समय और तिथि पूर्व से बताने का कष्ट करेंगे।

आपको यह बताते हुए भी मुझे अत्यंत हर्ष हो रहा है कि छत्तीसगढ़ में कृषि को लाभदायक व्यवसाय बनाने के लिये राजीव गांधी किसान न्याय योजना, राजीव गांधी भूमिहीन कृषि श्रमिक न्याय योजना वनोपजों की खरीदी वनाधिकार पट्टा वितरण नरवा गरवा पुरवा बारी गोवंश संरक्षण एवं परिवर्तन की दिशा में भी कांग्रेस सरकार ने अभूतपूर्व कार्य किया है जिससे हमें देशव्यापी सराहना मिली है। हमारी कई योजनाओं को मूर्त और अमूर्त रूप से अन्य कई राज्यों ने प्रेरणा ली है। हमने प्रदेश में अंग्रेजी माध्यम में स्तरीय शिक्षा के लिये स्वामी आत्मानंद शासकीय इंग्लि मीडियम स्कूलों की शुरूआत की है जिसे अभूतपूर्व लोकप्रियता प्राप्त हो चुकी है। आपको यह जानकर हर्ष होगा कि हमने इन शालाओं में सप्ताह में एक दिन छत्तीसगढ़ी बोली में बात करने एवं संस्कृत शिक्षण के आदेश भी जारी किये है। हमने परंपरागत महत्व के औषधीय पूज्य एवं बहुपयोगी वृक्षों के रोपण को बढ़ावा देने के लिये प्रदेश भर में कृष्ण कुजों की स्थापना की है। आप यदि चाहे तो इनमें से भी किसी योजना/ स्थल का अवलोकन कर सकते हैं कि हमारी सरकार ने वो रचनात्मक काम किया है जो पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने नहीं किया। कृपया तदनुसार आपकी सुविधानुसार अपना कार्यक्रम तय करके अवगत कराने का कष्ट करें जिससे हम आपकी गरिमानुरूप प्रबंध कर सकें।


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